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jaiveersingh4016
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Jaiveer singh (( ,,,)))

I m a teacher nd have a simple personality as you like

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Jaiveer singh (( ,,,)))

#terimitti dhun par 
try to sing 
my first song

#terimitti dhun par try to sing my first song #संगीत

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Jaiveer singh (( ,,,)))

jai###veer#story#lover
पहली पहली बार है..
इश्क बहुत मेरी यार है

jai##veerstorylover पहली पहली बार है.. इश्क बहुत मेरी यार है #अनुभव

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Jaiveer singh (( ,,,)))

तेरे जाते हुए कदमों को
अब तक मैं रोकता रहा हूं
पर अब चला जा बचपन
मैं तुझे अलविदा कहता हू
वक्त वो भी था
जब मेरी हर नादानी बख्शी जाती थी
पर अब हर नादानी की सजा पाता हूं
तेरी वजह से रोज ना जाने
कितनों को ठेस पहुंचाता हूं
अब चला जा बचपन
मैं तुझे अलविदा कहता हूं
उम्र के इस पड़ाव में
समझदार सभी मिलते हैं
शायद अकेला ही हूं मैं
जो नादान बने रहने की 
ज़िद लगाएं बैठा हूं
पर अब चला जा बचपन
मैं तुझे अलविदा कहता हूं
क्या होगा तेरे जाने से भी
मुस्कुराने  के   कुछ बहाने कम होंगे
और ये पागलपन छूट जाएगा
जिम्मेदारी के बोझ से
कांधे मेरे लद जाएंगे
तभी तो तुझे बार-बार रोक लेता हूं
पर अब चला जा बचपन 
मैं तुझे अलविदा कहता हूं----_-""""-‌‌‌‌‌‌‌tt ##Alvida bachpan

##alvida bachpan

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Jaiveer singh (( ,,,)))

अक्सर जो सुकून दिन नहीं दे पाते
बिन मांगे वो रातें देती है...
दिन बेचैनी देते हैं ,कभी भगाते हैं ,तो  कभी दौड़ाते हैं
पर रातें तो प्यारी सी मीठी सी नींद सुला देती हैं....
सारा सारा दिन जब हमें दूजो से फुर्सत नहीं मिलती 
तब यह रातें ही तो है जो हमें
 खुद से बातें करने का मौका देती हैं..............
जब जब यह दिन  निराशाओं के बादल घेर लाता है
तब तक यह रातें ही तो है
जो हमें कुछ कर गुजरने की सदाएं देती हैं....
दिन में आस रखते हैं हम 
जिनके गलियारों में मिल जाने की
 यह रातें हमें उन्हीं खास अपनों की यादों मैं गुमा देती है..........
writter...,,,,jaiveer singh din aur raten

din aur raten

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Jaiveer singh (( ,,,)))

साए में जिसके हमने तैरना सीखा है
जिनके लफ्जों को हम,,,,,
,,,,,,,,,, कर्ण पिए बना लिए
जिनके हाथों की अंगुल ,,,,
,,,,,,,,,,,हम पकड़े और चल दिए 
चलते चलते कब उनके ,,,
,,,,,,,,,,,,कंधे से कंधा मिल गया
फिसला कभी जब राहों से ,,
,,,,,,,,,अहम मेरा निशाने पर था
मेहरबानी उसकी रही
 ,,,,,,,,,,,जिसका हाथ में थामे था
पूछ लेता हूं कभी गुजरते वक्त से 
,,,,,,,तो कभी उस खुदा से
छीन लिया तूने उसे मुझसे 
,,,,,,,या वक्त उसका जाने का था
writter...jaiveer singh happy father's  day to all

happy father's day to all

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Jaiveer singh (( ,,,)))

दो बरस बीत गए 
,,तुमसे इश्क का इजहार किए
 पर तुझे पाने की ख्वाहिश अधूरी सी है..
,,,इंसाफ क्यों नहीं करते जालिम 
मेरे दिल के मुकदमे का ,,,,,,,,,,,,,,
दिलों की खेल में  यू समझौता करना,,,,        
,,,,, मेरे इश्क की  एक बदनामी सी है 
याद है मुझे हां हां याद है मुझे वह लम्हा
,,,,,,,जब मैंने तेरी आंखों में 
गुमनाम इश्क के दरिया को,,,,,,,
,,,, हमसफर की तलाश में
हिलोरे लेते देखा था,,,,,,,,
और तुझसे दिल मिलाने को,,,,,,,
 ,,,,,तीर इश्क का तेरी ओर फेंका था
अब जाकर इस लंबे अरसे के बाद
,,,,,,, मेरे इश्क का हिसाब कर दो ना
अपने दिल के इश्क दरिया का सैलाब 
मेरे नाम कर दो ना,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,......
writter,,......mr. j..s.rajpoot isqe abhi bhi h mere jana

isqe abhi bhi h mere jana

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Jaiveer singh (( ,,,)))

इतना क्यों बहकाते हो मुझे ?                           
आखिर क्यों ख्वाबों में आते हो ??
कहते क्यों नहीं कि ,,,,,,,,, तुम भी मुझे चाहते हो ?
मेरी तरह ,,क्या तुम भी                      
,,,,, हमारी मुलाकातों के किस्से 
औरों को सुनाते  हो ??
या फिर मेरी कोई याद लेकर,,,,,,,,,,,,,,,,,,, 
घंटों उसी में खो जाते हो ...
अगर इश्क नहीं तुम्हें मुझसे ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
तो मेरी हर बात पर ,,,
इतना क्यों खिलखिलाते हो ??
और अगर है तो कहते क्यों नहीं ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
क्यों मुझे आजमाते हो?
क्या तुम भी  तन्हाई में  ,,,, ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
खुद से ही बतियाते हो  ?
या फिर  मेरी थोड़ी सी नाराजगी से भी ,,,,,,,,,,
 बेचैन हो जाते हो 
अंदाज कहता है मेरा ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
कि इश्क तुम्हें भी है मुझसे 
पर ना जाने क्यों  ,,,,,,,,,,,.............................?
तुम कहने में इतना क्यों शरमाते हो
    writer.,,--     j.s. rajpoot क्या तुम भी मेरी तरह???

क्या तुम भी मेरी तरह???

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Jaiveer singh (( ,,,)))

उसने हमें इस जमी पर उतारा है           
कुछ करने के लिए
 हर एक को इतने प्यार से संवारा है 
कुछ करने के लिए 
फिर फर्ज  तो बनता है हमारा यारो 
कुछ बन कर दिखाने का !!!!
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,उसकी उम्मीदों का मान रखा 
यह साबित करने के लिए.........
writter--jaiveer singh feeling motivational

feeling motivational

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Jaiveer singh (( ,,,)))

funny love

funny love

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Jaiveer singh (( ,,,)))

आँखों में उम्मीद थी  और दिल में थी आशा उन्होंने किसी और का हाथ थाम लिया                       जिन्हें कभी हमने था तराशा 😍😍

😍😍

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