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अविरल अनुभूति

अनश्वर, शाश्वत, सनातन, शिवम्

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अविरल अनुभूति

राम = रं (नाभि चक्र, वीरता, साहस, सामाजिकता, दायित्व का प्रतीक) + म् ( मकार अर्थात विलीनता, अनंत, निराकार)

श्याम = श ( शून्यता शिवत्व) + य (अनाहत चक्र, हृदय, प्रेम करुणा का प्रतीक)+  म् ( मकार अर्थात विलीनता, अनंत, निराकार)

दोनों के व्यक्तिव उनके नाम से स्पष्ट परिलक्षित होते हैं🪷🙏🥰

©अविरल अनुभूति ram

14 Love

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अविरल अनुभूति

Nature Quotes खिल जाओ फूल की तरह, बिखर जाओ खुशबू की तरह।
उग जाओ सूरज की तरह, बिखर जाओ रोशनी की तरह।।

©अविरल अनुभूति खुशबू

खुशबू #Quotes

9 Love

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अविरल अनुभूति

शिकायतें और समझ दोनों कभी साथ नहीं रह सकते

©अविरल अनुभूति समझ

समझ #Quotes

14 Love

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अविरल अनुभूति

जहां सब राग देखते हैं,
वहां मै खाक देखता हूं।
जहां सब द्वेष देखते हैं,
वहां मै अवशेष देखता हूं।
जहां सब मेल देखते हैं,
वहां मै खेल देखता हूं।
जिसे सब दुनिया कहते है,
उसे मै सपना कहता हूं।

 अनुभूति 🔱🪷

©अविरल अनुभूति अनुभूति

अनुभूति #Quotes

8 Love

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अविरल अनुभूति

चुनरिया

चुनरिया #Bhakti

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अविरल अनुभूति

रंग नाथ

रंग नाथ #Holi

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अविरल अनुभूति

Blue Moon परमात्मा निराकार है, वो जिसमे उतरता है, उसी पात्र की तरह हो जाता है, वैसी ही प्रकृति, संस्कृति, बोली, भाषा,पहनावा रंग रूप, जिसमे उतरेगा, उसी की प्रकृति जैसा हो जाएगा, फिर हम उसे ऊपरी तौर पर पकड़ लेते है और धारणा बना लेते है कि ऐसा ही होना चाहिए, वो हर बार हमेशा आता है अनेक रूपों में रंगों में ढंगो में आता है और सदा आता ही रहेगा किन्तु कभी पूर्व रूप को नहीं दोहराएगा।

विभूति योग🪷💐👁️

©अविरल अनुभूति विभूति

विभूति #Quotes

14 Love

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अविरल अनुभूति

आनंद की कोई सीख नहीं,
जीवन कोई विशिष्ट कला नहीं।
जो भी होता है इस जग में
कुछ बुरा नहीं कुछ भला नहीं
🪷💐

©अविरल अनुभूति जीवन

जीवन #Shayari

10 Love

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अविरल अनुभूति

shiv

shiv #Bhakti

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अविरल अनुभूति

Autumn देखिए कि आपके नेत्र क्या देखते हैं।
सुनिए की आपके कान क्या सुनते हैं
समझिए की आप किस तरीके से दुनिया को समझते हैं
विचार कीजिए कि आप क्या विचार करते हैं
हर एक कार्य के पीछे कारण को स्पष्टता से देखिए
आप पाएंगे 95 प्रतिशत जो आप करते है व्यर्थ था
 अंतर जागरण🙏💐

©अविरल अनुभूति self

self #Quotes

15 Love

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