अब वो ना दोस्त है ना महबूब लगता है
इतना करीब है कि बहुत दूर लगता है।
कभी कभी तो इतनी मीठी बातें करता है वो
कभी-कभी तो वो मुझे जहर लगता है। #कविता
16 Love
Gumnaam
#WoNazar आ जाते हुए मुसाफिर उसे कहना
हम उसे याद करते हैं उसे कहना
मिलना तो इस जहां में अब मुमकिन नहीं लेकिन
ख्वाबों में मिल सके तो उसे कहना
उसे कहना कि गर्मियों की गर्म लूं में उसकी तलाश की है सर्दियों की सर्द हवाओं में उसकी तलाश की है
बसंत के फूलों में, पतझड़ के वीरान बगीचों में, बरसात के पानी कि बूंदो में उसकी तलाश की है, #India#peace#शायरी#loveyourself#likes#followers#followback#bhfyp