ना कुचलो किसी रिश्ते को किसी एहसान तले।
मेहबूब से मिलना हो तो मिलो दिल के अरमान तले।।
यूँ न जीते रहो घुटते हुए किसी फरमान तले।
जिन्दगी खुशबु सी है, मिलके देखो खुले आसमां तले।। #Poetry
ना कुचलो किसी रिश्ते को किसी एहसान तले।
मेहबूब से मिलना हो तो मिलो दिल के अरमान तले।।
यूँ न जीते रहो घुटते हुए किसी फरमान तले।
जिन्दगी खुशबु सी है, मिलके देखो खुले आसमां तले।। #Poetry
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shivam
पवन उडाते पेड़, नीर बहाते बादल।
सुख, दुख से तो भरा पडा है जीवन का हर पल।।
इसी विपत से त्रस्त हुए हैं, हवा, आसमा, जल-थल।
पवन उडाते पेड़, नीर बहाते बादल ।।
#Poetry
पवन उडाते पेड़, नीर बहाते बादल।
सुख, दुख से तो भरा पडा है जीवन का हर पल।।
इसी विपत से त्रस्त हुए हैं, हवा, आसमा, जल-थल।
पवन उडाते पेड़, नीर बहाते बादल ।।
#Poetry
हर अक्श मुकम्मल किताब है,पढ़ कर देखिए।
हर चेहरा है बेनकाब ,बुलंदी सोच की चढ़ कर देखिए।।
हर ख्वाबी हरम तामीर ही है,कर्म इसपे कुछ चुपडकर
देखिए।.
हर अजनबी है आपका अपना, बढ़िए हाँथ पकड़कर
देखिए।।. #Poetry
हर अक्श मुकम्मल किताब है,पढ़ कर देखिए।
हर चेहरा है बेनकाब ,बुलंदी सोच की चढ़ कर देखिए।।
हर ख्वाबी हरम तामीर ही है,कर्म इसपे कुछ चुपडकर
देखिए।.
हर अजनबी है आपका अपना, बढ़िए हाँथ पकड़कर
देखिए।।. #Poetry