Nojoto: Largest Storytelling Platform
shivam1830802584630
  • 11Stories
  • 4.6KFollowers
  • 34Love
    0Views

shivam

love expressing what I feel, with pen and paper

St590357@gmail.com

  • Popular
  • Latest
  • Video
eb74ffdf6a5e63522a3237bd09542c71

shivam

ना कुचलो किसी रिश्ते को किसी एहसान तले।  मेहबूब से मिलना हो तो मिलो दिल के अरमान तले।।  यूँ न जीते रहो घुटते हुए किसी फरमान तले।  जिन्दगी खुशबु सी है, मिलके देखो खुले आसमां तले।।  #Poetry

ना कुचलो किसी रिश्ते को किसी एहसान तले।  मेहबूब से मिलना हो तो मिलो दिल के अरमान तले।।  यूँ न जीते रहो घुटते हुए किसी फरमान तले।  जिन्दगी खुशबु सी है, मिलके देखो खुले आसमां तले।।  #Poetry

undefined Views

eb74ffdf6a5e63522a3237bd09542c71

shivam

पवन उडाते पेड़, नीर बहाते बादल।  सुख, दुख से तो भरा पडा है जीवन का हर पल।। इसी विपत से त्रस्त हुए हैं, हवा, आसमा, जल-थल। पवन उडाते पेड़, नीर बहाते बादल ।। #Poetry

पवन उडाते पेड़, नीर बहाते बादल।  सुख, दुख से तो भरा पडा है जीवन का हर पल।। इसी विपत से त्रस्त हुए हैं, हवा, आसमा, जल-थल। पवन उडाते पेड़, नीर बहाते बादल ।। #Poetry

undefined Views

eb74ffdf6a5e63522a3237bd09542c71

shivam

मैं दिन भर चला मेरे संग धूप चली, छाँव छुपती रही। 

छाँव की बाट साँझ ढली और सूरज तले रात झुकती रही।।  गहरे शब्द

गहरे शब्द #Poetry

3 Love

eb74ffdf6a5e63522a3237bd09542c71

shivam

3 Love

eb74ffdf6a5e63522a3237bd09542c71

shivam

सुलघती आंहें मेरी सब नजर देखतीं है। 
हँसता चेहरा, जलता जिगर देखतीं है।। 
देखने वालों को देखते जल गई मेरी आँखें।
मिटी आँखें भी मेरीं, मेरा हमसफर देखतीं हैं।। 

3 Love

eb74ffdf6a5e63522a3237bd09542c71

shivam

कमजोर शीशे से बनाया है, मैने मेरे जहाँ का वजूद। 

तीखे लहजों से अक्सर इसके कुछ महल टूट जाते हैं।। 

3 Love

eb74ffdf6a5e63522a3237bd09542c71

shivam

मौसम बदलते मिजाजों के हरदम मेरी बर्दाश्त के बाहिर रहे। 
मेरे व्यक्तित्व के परचम,मैं क्या कहूँ किसके लिए जाहिर रहे।।  

3 Love

eb74ffdf6a5e63522a3237bd09542c71

shivam

हर अक्श मुकम्मल किताब है,पढ़ कर देखिए।  हर चेहरा है बेनकाब ,बुलंदी सोच की चढ़ कर देखिए।। हर ख्वाबी हरम तामीर ही है,कर्म इसपे कुछ चुपडकर देखिए।. हर अजनबी है आपका अपना, बढ़िए हाँथ पकड़कर देखिए।।. #Poetry

हर अक्श मुकम्मल किताब है,पढ़ कर देखिए।  हर चेहरा है बेनकाब ,बुलंदी सोच की चढ़ कर देखिए।। हर ख्वाबी हरम तामीर ही है,कर्म इसपे कुछ चुपडकर देखिए।. हर अजनबी है आपका अपना, बढ़िए हाँथ पकड़कर देखिए।।. #Poetry

undefined Views

eb74ffdf6a5e63522a3237bd09542c71

shivam

मशिय्यतें सब उठतीं हैं जहन में, पूरा होने के ख्वाब से। 
आप नशेमन  से निकलकर कुछ दूर चलिए तो सही।। 

3 Love

eb74ffdf6a5e63522a3237bd09542c71

shivam

जो रात कटनी थी वो कट ही चुकी अंगारों तले। 
 अब इस सुबह के माहौल में ये मातम क्यूँ है।।  Half poet

Half poet #Poetry

4 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile