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raushankumar5487
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Raushan Kumar

य़ा मौला तेरे बसाये हूए बस्ती का बसिन्दा हूँ मैं.... यूँ नज़रे ना फेर मुझसे अभी ज़िन्दा हूँ मैं....

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Raushan Kumar

सारा शहर लगा है जीने की जद्दोजहद में 
भला ऐसे में किससे कौन खैर पूछे 

रौशन कुमार

©Raushan Kumar सारा शहर लगा है जीने की जद्दोजहद में 
भला ऐसे में किससे कौन खैर पूछे 

रौशन कुमार

#Thinking

सारा शहर लगा है जीने की जद्दोजहद में भला ऐसे में किससे कौन खैर पूछे रौशन कुमार #Thinking

9 Love

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Raushan Kumar

कई बार मैं मुकर जाता हूं अपनी ही बातों से 

मुझसे किसी का दर्द देखा नही जाता 

रौशन कुमार

©Raushan Kumar

8 Love

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Raushan Kumar

मुबारक हो तुम्हें तुम जिंदा हो
कि तुम्हारे आंखों में आँसू है

©Raushan Kumar #Heartbeat
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Raushan Kumar

बच्चों के साथ बच्चा बन पापा खेल लेते हैं
कभी कांधे पर, कभी पीठ पर बिठा ठेल लेते हैं 
 
पैसे न होने पर भी जो बोलो वो सब दिलाते 
कभी गुब्बारे,लट्टू, कभी बैटरी वाले रेल लेते हैं !

एक तरफ से माँ थामे रखती है परिवार को 
एक तरफ पापा हर मुसीबत खुद पर झेल लेते हैं !

Raushan Kumar

©Raushan Kumar बच्चों के साथ बच्चा बन पापा खेल लेते हैं
कभी कांधे पर, कभी पीठ पर बिठा ठेल लेते हैं 
 
पैसे न होने पर भी जो बोलो वो सब दिलाते 
कभी गुब्बारे,लट्टू, कभी बैटरी वाले रेल लेते हैं !

एक तरफ से माँ थामे रखती है परिवार को 
एक तरफ पापा हर मुसीबत खुद पर झेल लेते हैं !

बच्चों के साथ बच्चा बन पापा खेल लेते हैं कभी कांधे पर, कभी पीठ पर बिठा ठेल लेते हैं पैसे न होने पर भी जो बोलो वो सब दिलाते कभी गुब्बारे,लट्टू, कभी बैटरी वाले रेल लेते हैं ! एक तरफ से माँ थामे रखती है परिवार को एक तरफ पापा हर मुसीबत खुद पर झेल लेते हैं ! #FathersDay

13 Love

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Raushan Kumar

मुझसे मेरा हाल वो बाक़ायदा पूछते हैं 
दवाओं से हो रहा क्या कुछ फायदा, पूछते हैं !

तबियत दुरूश्त हो जाती है उनके पूछने से 
बखूबी आता है उन्हें पूछने का क़ायदा, पूछते हैं !

©Raushan Kumar
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Raushan Kumar

विषय -- किताब

जो हमने नहीं देखा हमें उसका भी आभास है
किताबों से हम और हमारा गौरवपूर्ण इतिहास है 
 
इसके नशीले पन्नों को जिसने एक बार चख लिया 
जिसे हुई किताबों से मोहब्बत इसे दिल में रख लिया 

उसे दुनिया की कोई भी महफ़िल कहाँ अब भायेगी 
वो खुद में पूर्ण है उसे तन्हाई भला अब क्या डरायेगी 

वो तो इश्क में इन किताबों के अक्सर खोया रहेगा 
हाथों थाम पढ़ता रहेगा या सीने पर रख सोया रहेगा

रौशन कुमार

©Raushan Kumar

12 Love

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Raushan Kumar

कोई पाट दे नहर, नाले, पोखर बड़ी बात नहीं 
लाख कोशिशों से भी समन्दर पाट नहीं सकता !

हम खुद के लिखे को भले सौ बार काट दें 
पर लिखी उसकी को कोई काट नहीं सकता ! 

खड़े हो सकते हैं हम किसी के सुख-दुख में 
पर दर्द किसी का कोई भी बाट नहीं सकता !

©Raushan Kumar #AWritersStory
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Raushan Kumar

इश्क़ में तेरे अंत तो एक दिन सबका होना है 
किसे पता कब क्या जायेगा क्या रहेगा !

रहना होगा तो रहेगी वायु,जल,अग्नि,
ये ज़मी रहेगी और ये आसमां रहेगा !

तुम्हारा इश्क पाक था माँ भारती से  
जो भी रहेगा इस बात का ग़वाह रहेगा !

पुलवामा के शहीदों को नमन 🇮🇳🙏❣️

रौशन कुमार

©Raushan Kumar #dilkibaat

14 Love

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Raushan Kumar

एक वादा मुझे मेरी खूबीयों के साथ कमिया भी बताना 
मैं कहाँ सही हुं कहाँ गलत मुझे आगाह करना !

अगर अच्छी ना लगे मेरी बातें तो टोक देना 
कुछ अच्छी लाइनें सुनाऊं तो वाह वाह करना !

मैं करता हूं वादा तुम्हारी परवाह करने की 
और चाहता हूं की तुम भी मेरी परवाह करना !

Happy promise day❣️

©Raushan Kumar मुझे मेरी खूबीयों के साथ कमिया भी बताना 
मैं कहाँ सही हुं कहाँ गलत मुझे आगाह करना !

अगर अच्छी ना लगे मेरी बातें तो टोक देना 
कुछ अच्छी लाइनें सुनाऊं तो वाह वाह करना !

मैं करता हूं वादा तुम्हारी परवाह करने की 
और चाहता हूं की तुम भी मेरी परवाह करना !

मुझे मेरी खूबीयों के साथ कमिया भी बताना मैं कहाँ सही हुं कहाँ गलत मुझे आगाह करना ! अगर अच्छी ना लगे मेरी बातें तो टोक देना कुछ अच्छी लाइनें सुनाऊं तो वाह वाह करना ! मैं करता हूं वादा तुम्हारी परवाह करने की और चाहता हूं की तुम भी मेरी परवाह करना ! #dilkibaat

16 Love

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Raushan Kumar

#Budget2k21

जिसका था सबको इंतेजार, 
वो इंतेजार अब शेष हो चुका है 

चलो देखते हैं जो दिखाया जा रहा है 
हाँ भाईयो इस साल का वजट पेश हो चुका है 

किस चीज ने पकड़ी है रफ्तार 
कौन कौन अपने ज़गह पर रुका है 

किसके हाथ में मिली तलवार 
और किसका सर ठेहे पर झुका है 

सोना हुआ हैं सस्ता इस बार हार ज़रूर ले लेंगे 
हाँ भले महंगी पेट्रोल की मार हम रोज झेलेंगे 

पर्स और सैंडल से शायद कुछ पैसे बचा पायेंगे 
पर हर महीने कपड़ो पर ज्यादा दे कर आयेंगे 

घर और गाड़ी सपना था सपना ही रहेगा 
शिक्षा स्वास्थ्य पर खर्च अपना ही रहेगा 

खैर अब तो ये वादे, घोषनाये, 
ये सारी बाते बे-मानी लगती है 

निर्मला दीदी का भाषण तो जैसे
समझ में ना आने वाली काहानी लगती है

©Raushan Kumar 🤔😜😆

#Budget2021

10 Love

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