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सुरज काकडा

I am love gazals, shayri, and poam writer

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सुरज काकडा

जहाँ जाने से दुनियाँ के लोग कतराते है ।
वहा भारत के उपकरण भी घुम आते है ।
जय भारत जय भारतवासी ।

©सुरज काकडा #chandrayaan3
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सुरज काकडा

आज जिसको सारी दुनियाँ से बुरा‌ लग रहा‌ हूँ मै ।
कल आयेगे वो मौत पर रोने के लिए ।।

©सुरज काकडा #Kaarya
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सुरज काकडा

किसी ने रस्सो को चुमा, तो किसी ने गोली खाई है ।
कैसे कह देते हो साहब कि चरखे से आजादी आई है ।।

©सुरज काकडा #IndependenceDay
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सुरज काकडा

कैसे जीयेगा वो एक तन्हा लडका ।
जिसको ना मौत मिली ना महोब्बत ।।

©सुरज काकडा #shabd
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सुरज काकडा

उस वक्त मे जी रहा हुँ मै ।
जहाँ लोग हार कर दम तोड देते है ।।

©सुरज काकडा #WoRaat
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सुरज काकडा

उसके लिए आपका दिल रोये चीखे तो चिल्लाने दे उसे ।
अगर वो छोडकर जा ही रहा है तो रोको मत, जाने दो उसे ।।

©सुरज काकडा #Ambitions
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सुरज काकडा

बता दो अब के नये कलमकारो से ।
लहू टपकने लगा है दिल की दरारो से ।।
जान बचाकर बेईज्जत होकर निकले।
हम भोले गाँव के बालक उनके बाजारो से ।।
मर जाता है अब तो एक गरीब ठंड मे बैठा ।
काजी कर लेता है कमाई मजारो से ।।
ना कोई दुख का साथी ना है हमदर्द कोई ।
पुरानी तस्वीर भी हटा देते है लोग दिवारो से ।।
ना जिंदगी ने सुकून दिया ना मौत ने पनाह ।
क्या क्या सहा इन अमीर सितमगारो से ।

©सुरज काकडा #SuperBloodMoon
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सुरज काकडा

लेकर अपने सिर पर सारे इल्जाम हम ।
हो गये उसकी दुनियाँ से विदा ।।

©सुरज काकडा #aashiqui
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सुरज काकडा

हड्डीयां जुडवाते फिरते है वो लोग
जिनके कर्मो मे दाग है ।
मुझसे जलने वालो झुलस झुलस के ही मरोगे
मेरे तो नाम मे भी आग है ।।

©सुरज काकडा
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सुरज काकडा


रखते हम सीने फौलादी, 
कमजोर मत समझ लेना! 
अपने इरादों के होते पक्के , 
कच्ची डोर मत समझ लेना! 

हम युवा है नयी पीढ़ी के, 
तूफानों के रुख मोड़ देते हैं, 
चुरा लेते हैं नींदें रातों की, 
पर चोर मत समझ लेना! 

बनकर रहते हरदम रक्षक, 
हिला सकें न किसी में दम, 
डंके की चोट पे रखते बात, 
उसे शोर मत समझ लेना!

©सुरज काकडा
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