Nojoto: Largest Storytelling Platform
harishankerkumar5600
  • 21Stories
  • 100Followers
  • 1.1KLove
    76.5KViews

Kavi Hari Shanker

  • Popular
  • Latest
  • Video
fa375a696ea69eb0c35e9ae5edccd38d

Kavi Hari Shanker

जब मैंने जीने की ठानी।

जब मैंने जीने की ठानी। #कविता

fa375a696ea69eb0c35e9ae5edccd38d

Kavi Hari Shanker

# पास-पास हम इतने पास कि .....

# पास-पास हम इतने पास कि ..... #कविता

fa375a696ea69eb0c35e9ae5edccd38d

Kavi Hari Shanker

ठहर ठहर ऐ दर्द प्रिय !

ठहर ठहर ऐ दर्द प्रिय !
मैं तेरा हमदर्द प्रिय
कुछ दिन और रहोगे तो
क्या है मुझको हर्ज प्रिय !

तुम हो दुर्दिन के साथी
तब मेरा यह फर्ज़ प्रिय
मैं तेरा बन जाऊँ दवाई
गर तुमको कोई मर्ज़ प्रिय !

अंत तक तेरा साथ मैं दूँगा
मैं नहीं खुदगर्ज प्रिय
लौटना जब तेरी मर्जी 
जब हो तुमको गर्ज प्रिय !

- हरि शंकर कुमार

©Hari Shanker Kumar
  #ठहर ठहर ऐ दर्द प्रिय

#ठहर ठहर ऐ दर्द प्रिय #कविता

fa375a696ea69eb0c35e9ae5edccd38d

Kavi Hari Shanker

आने वाले कल को ले पहचान ज़रा

आने वाले कल को ले पहचान ज़रा #कविता

fa375a696ea69eb0c35e9ae5edccd38d

Kavi Hari Shanker

इस दिल को है आराम कहाँ ।

दिल तो है इक बंजारा
बंजारे का है धाम कहाँ
इस दिल को है आराम कहाँ ।

दिल तो है इक यायावर
है सुबह यहाँ तो शाम वहाँ
इस दिल को है आराम कहाँ ।

बड़ा कमासुत है यह दिल
अब काम यहाँ फिर काम वहाँ
इस दिल को है आराम कहाँ ।

भावों के भव सागर में
ग़ोते खाना इसकी दुनिया
इस दिल को है आराम कहाँ ।

©Hari Shanker Kumar
  #इस दिल को है आराम कहाँ ?

#इस दिल को है आराम कहाँ ? #कविता

fa375a696ea69eb0c35e9ae5edccd38d

Kavi Hari Shanker

खुद से झूठ मत बोलो

खुद से झूठ मत बोलो
खुद से खेल मत खेलो
खुद की ही ज़मीं से तुम
खुद को ना गिरा डालो ।

खुद को फिर उठाने में
मर्यादा बचाने में
जीवन हार ना जाओ
खुद को फिर बनाने में।

©Hari Shanker Kumar
  #खुद से झूठ मत बोलो

#खुद से झूठ मत बोलो #कविता

fa375a696ea69eb0c35e9ae5edccd38d

Kavi Hari Shanker

#कभी न ऐसी दूरी थी

#कभी न ऐसी दूरी थी #कविता

fa375a696ea69eb0c35e9ae5edccd38d

Kavi Hari Shanker

इतना मत इतराओ तुम

इतना मत इतराओ तुम
आपे में तो आओ तुम
अंबर ऊँचा, फूल हैं सुंदर
अभिमान कब इनके अंदर ?

कुर्सी है सेवा के लिए
जन के प्रति श्रद्धा के लिए
सेवा का भाव जगाओ तुम
इतना मत इतराओ तुम।

- हरि शंकर कुमार।

©Hari Shanker Kumar
  # इतना मत इतराओ तुम

# इतना मत इतराओ तुम #कविता

fa375a696ea69eb0c35e9ae5edccd38d

Kavi Hari Shanker

शराफ़त से रहूँ मुझको इजाज़त ही नहीं मिलती
सियासत का ज़माना है शराफ़त ही नहीं मिलती
कलेजा काट कर देते लहू भी बाँट कर देते
मगर ये हो नहीं पाता शिकायत ही नहीं मिलती।

- हरि शंकर कुमार।

©Hari Shanker Kumar
  #इजाजत ही नहीं मिलती

#इजाजत ही नहीं मिलती #कविता

fa375a696ea69eb0c35e9ae5edccd38d

Kavi Hari Shanker

#भूलकर अपने गमों को मुस्कुराना तो सही।

#भूलकर अपने गमों को मुस्कुराना तो सही। #कविता

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile