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shrangimishra5191
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Shrangi Mishra

बहुत समझा लिया शब्दों की आंड़ में खुद को ,अब समझना हो मुझे तो फिर मेरे जजबात को समझो.

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Shrangi Mishra


फलक तक हर दुआ अब खुद मेरा पैगाम भेजेगी,
देखो माँ ने मेरे सर पे अपना हाथ रखा है ... #maa #love #nojoto
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Shrangi Mishra


मेरे हौसल़े अब हर दफा मुझसे ये कहते हैं,
तेरे ख्वाबों की दुनिया अब मुझे सोने नही देती... #hausle #khwab #nojoto
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Shrangi Mishra


समझदारी के सलीके जिंदगी नें यूँ दिए मुझको,
कि, बचपन वाली हर शरारत अब मुझे रूठी सी लगती है....  #childhood, #life, #memories, #nojoto
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Shrangi Mishra

मेरी शक्सियत की ऊँचाईयाँ नापते हैं लोग,
जो उनकी जात पूछूँ  तो, न जानें बातें क्यूँ बदलते हैं... #nojoto

109 Love

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Shrangi Mishra


न जानें कौन से गम में है जो खामोश इतना है,
सुना है गाँव के उस घर के बच्चे शहर को पढ़ते  हैं..... #घर ,#गाँव ,#शहर #nojoto
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Shrangi Mishra


रात खिड़की पर आकर मेरी ...
बातें न जानें क्या कर गई ,
आँखों की प्याली नींदों भरी..
यादों से तरबतर हो गई,
पास रखे हुए खत सभी..
कहते कहते ही चुप हो गए,
शब्द हर एक स्पष्ट था...
सारे जजबात धुँधला गए,
डायरी खुलती तो थी हर दफा...
फिर भी खामोशी कायम रही,
था लिखा उसका हर पन्ना फटा...
फिर भी तसवीर रखी रही,
चाँद खिड़की पर आया तो था...
चाँदनी फिर भी धुँधली रही,
यादों की रात थी उस रोज वो,
यादों में ही सिमटती रही.....
 #यादों#की#रात
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Shrangi Mishra


मंजिल तो आज भी कायम है अपनें मुकाम पर,
फकत तकदीरी आजमाइशें कही ठहरनें नही देती....
 #back#to#nojoto...

432 Love

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Shrangi Mishra

  #Poetry #restrictions, #life, #me, #nojoto
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Shrangi Mishra

  #Poetry, #life, #pain, #nojoto
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Shrangi Mishra


राँह में चलती रही ,
जब तक फकीरी साथ में..
था अदब पलता रहा,
शक्सियत की गोद में..
शोहरत अता होते ही फिर,
तबदीलियाँ कुछ यूँ हुई..
गुरूर-ए-शक्सियत की चौखट पर बैठी,
तहजीब यतीम हो गई..

फकीरी=गरीबी
यतीम=अनाथ





 #no#caption , #nojoto
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