Nojoto: Largest Storytelling Platform
rajeevranjanpand7269
  • 17Stories
  • 107Followers
  • 123Love
    0Views

Rajeev Ranjan Pandey

  • Popular
  • Latest
  • Video
fcd6637fcd6e354ffb431f42709ea8e7

Rajeev Ranjan Pandey

हे मनुष्य एक बात तू बता क्यों इतना हाँफ रहा।
अपने आस पास हर घर में क्यों झाँक रहा।।
जीवन के आपाधापी में हर कोई है भाग रहा।
जीवन के संकट से हर कोई है जूझ रहा।।
समस्याओं में मुझे और मेरे घर को कौन सम्हाले हर किसी से पूछ रहा।
अब माता पिता को पास  बुला लो बस यही उपाय अब सूझ रहा ।।
गर हो जो माता पिता का अभिन्न साथ जीवन के रण में।
नहीं पा सकते हो यह अनमोल सुख तुम किसी भी धन से।।
हम सब है उनके प्यारे और लाडले राजकुमार ।
हम सब से करते हैं वो बहुत ढ़ेर सारा प्यार।।
कितने किये लाड़ और प्यार,सब अरमान भी पूरे किये।
अब पूरे करो अरमान उनके, इस बात को भूलना नहीं।।
लाखों कमाते हो भले, पर माँ-बाप से  वो ज्यादा नहीं।
सेवा बिना सब राख है, मद में कभी फूलना नहीं।।
चाहे कितने बड़े बनो माता पिता को भूलना नहीं।
निज संतान से तुम सेवा की चाहत करते ।
पर क्यों न संतान बन सेवा का मेवा भरते।
जैसी करनी होगी वैसी ही तो भरनी होगी।
 भगवान के इस न्याय को तुम भूलना नहीं।।
 सोई स्वयं गीले बिस्तर में,  तुम्हें  सुलाया सूखे जगह।
माँ की ममतामयी आँखों को, भूलकर कभी भिगोना नहीं।। #माँ बाप#

7 Love

fcd6637fcd6e354ffb431f42709ea8e7

Rajeev Ranjan Pandey

जाल है यह "मोह और ममता" 
फँसा हुआ हर एक जनता
जानता हर कोई इसको
पर दिल  है कि नही मानता
दिल का दर्द ,मन की अशांति
सब जानते है ,नही इसमे शांति
चारो तरफ फैली हुई है 
अंधकार और अनेको भ्रांति 
दिल , दिल को दुखः दे रहा है
जैसे होने वाली है कोई क्रांति
मोहपाश में जकड़े इंसान 
अब तो तुम  मोह लो पहचान 
सारे रिश्ते झूठे हैं आजमा के देख लो
जेब गर्म आपकी तब रिश्ते देख लो
खाली जेब में भी इनसे निभा देख लो
पता चलेगा कि रिश्ते कितने गूढ़ हैं,
भरते रहो मुंह सबका ये दुनिया की रीत है
जान लो ये तुमसे नही ,ये पैसे से प्रीत है

"राजीव रंजन पाण्डेय" #पैसे की प्रीत#नही तो कोई नही मीत#

#पैसे की प्रीतनही तो कोई नही मीत# #कविता

8 Love

fcd6637fcd6e354ffb431f42709ea8e7

Rajeev Ranjan Pandey

इस दीवाली कुछ नया कर दिखाएँ 
आओ अपने संबंधों को सजाएँ 
आओ मिलजुल कर दीप जलाएँ 
 इनमे कुछ बुरी यादों को जलाएँ
अच्छी यादों को हवा के झोखे से बचाएं
इस दीये में यादों की बाती महकाएं 
मोहब्बत की माचिस से आओ इसे जलाएँ
इस रोशनी से हर दिल को प्रज्वलित कराएँ
इस दीवाली कुछ नया कर दिखाएँ
क्यों न हम मिलकर हर दिल को महकाएं
जरूरत जो हो तो एक दूसरे को सहलाये
कोई रूठे तो सब  मिलकर मनाएं

राजीव रंजन पाण्डेय #दीवाली#प्रेम#मनाएं#
fcd6637fcd6e354ffb431f42709ea8e7

Rajeev Ranjan Pandey

Love Forever  ।। कविता का शीर्षक ।।

   "सच कहूँ "

मादकता से भरे तुम्हारे "राजीव"लोचन
छलकती गागर सा तुम्हारा यह यौवन
जलती धरा पर बरसता है सुहाना सावन
जब तुम्हारी याद दिल में मचल जाती है
 सच कहूँ ! मुझे तुम्हारी बहुत याद आती है।

तुम्हारी उठती पलकें सुहानी भोर हैं
तुम्हारा गिरता घूँघट रात घनघोर है
तुम्हारे होंठ हिले तो कलियाँ खिलें
गर जो जुल्फ खुले तो घटा घनघोर है
इस प्यासे दिल पर  जब  बरस जाती है
सच कहूँ ! मुझे तुम्हारी बहुत याद आती है।

तुम्हारे गेसुओं  में बँधा यह उपवन
तुम्हारी सादगी तो है  पवित्र चंदन
तुम्हारी साँसों से महकती यह पवन
मुझे छू कर तुम्हारा अस्तित्व दर्शाती  है
सच कहूँ ! मुझे तुम्हारी बहुत याद आती है।

राजीव रंजन पांडेय #सच कहूँ#

8 Love

fcd6637fcd6e354ffb431f42709ea8e7

Rajeev Ranjan Pandey

She finally met the man, who कुछ विचारों को पिरो कर दिया रूप कविता का।

मीरा के प्याले से छलकी कुछ बूंदें, नरों में इंद्र ने इन्हें सवांरा है।
मत सोच कुछ, न बैठ आँखों को मूंदें,अब यह वक्त हमारा है।।
मैं उन मोतियों का धागा बन जाऊं।
तुम सब को निज प्यारी मोती बनाऊँ।।
मोती और धागे के रिश्ते को अमर कर जाऊं।
घर्षण और दर्द को धागे का भविष्य बनाऊँ।
सुंदर और स्वर्णिम माला को टूटने से बचाऊँ।
सारे जगत के जौहरियों को इनकी चमक दिखाऊँ।।
हर कोई कहे  क्या इसका मैं मोल लगाऊँ ?
तब मैं इसको सबसे अनमोल बताऊँ।।
निज चित्त के घोर अंधकार को मिटाएँ।
आओ मिलकर वो अलख ज्योति जलाएँ।
मिलजुल कर हम सब रहें प्यार से सारे।
मोती-मोती पिरो पिरो के एक माला बनाऊँ न्यारे।।
पिरो लिया है मोतियों को सपनों के धागों में भैया रे।
बिखर न जायें कहीं,सो जोड़ दिया हमनें दोनो किनारें।।

।।राजीव रंजन पाण्डेय।।
fcd6637fcd6e354ffb431f42709ea8e7

Rajeev Ranjan Pandey

!जिम्मेदारी पर बहुत प्यारी!

चलते-चलते थक गया हूँ 
फिर भी चलते जाता हूँ!
ग़म पीते पीते थक गया हूँ
 फिर भी गम को मैं पीते जाता हूँ।
आंसुओं और दर्द का रिश्ता समझना चाहता हूँ।
कितनी अजीब बात है।
दर्द दिल में और आँखों को सुजाने लगता हूँ। 

 आँखों से इस तरह आँसू निकलना भी अजीब है
क्या यही बतलाता है कि अभी ये मानव सजीव है।
दिल को मिली जो खुशी थोड़ी ज्यादा ।
आँखों से आँसू ढलकना निश्चय हो जाता।।
गम ने दिया दर्द जो थोड़ा ज्यादा ।
आँसुओं ने फिर निकलने का पूरा किया वादा ।।
ये आँसू,आँसू नहीं है तुम समझो इनका मोल।
न जाने बिन कहे कितनी कहानियाँ कह जाते अनमोल।।
मुरझाया चेहरा,अनमना सा मन, हलक में अटका प्राण है।
सच कहता हूँ आज़मा लो ये आँसू निष्ठावान है।
जिंदगी बन गई है दर्द फिर भी दवा ढूंढ़ने जाता हूँ!
हँसते  मुस्कुराते रहता हूँ ,मिलन के गीत गाता हूँ।
चलते-चलते थक गया हूँ फिर भी चलते जाता हूँ!
ग़म पीते पीते थक गया हूँ।
फिर भी गम को मैं पीते जाता हूँ।

*राजीव रंजन पाण्डेय*
fcd6637fcd6e354ffb431f42709ea8e7

Rajeev Ranjan Pandey

आ मिल, चल मिले साथ साथ।
कुछ क्षण , कुछ पल  पास पास।।
किसके साथ, किसके पास, मत सोच।
बस निकल, हाथ पकड़ साथ चल।।
आ मिलकर चल, ठहाका लगा।
गीत गुनगुना ,साथ मुस्कुरा ।।
अनबन न कर साथ चल।
हाथ पकड़, छोड़ नहीं,साथ चल।।
एक दूसरे का दर्द जान।
एक दूसरे की मलहम बन।
दूर चल, साथ चल मिलकर चल।
न भटक, न बहक, सिर्फ चहक।।
चाहत बता, चाहत बन।
साथ चल, हाथ पकड़,अब न छोड़।। मिलकर चल

मिलकर चल #कविता

8 Love

fcd6637fcd6e354ffb431f42709ea8e7

Rajeev Ranjan Pandey

जैसे राम बिन सीता अधूरी
श्याम बिन राधा भी न पूरी
मैं भी अधूरा ,तू भी अधूरी
मिल बैठ हो जाए साथ साथ
मिटा दे हर मुश्किल, मिटा दे हर दूरी।।


*राजीव रंजन पाण्डेय* !! तुम बिन मैं न पूरा !!

!! तुम बिन मैं न पूरा !! #कविता

5 Love

fcd6637fcd6e354ffb431f42709ea8e7

Rajeev Ranjan Pandey

If you ask me about love जो अपने है, वही अपने है।
बाकी भ्रम और सिर्फ सपने है।।
इन्हें तुम्हारे आंसुओं की समझ क्या।
पसीना टपक रहा या पानी की बूंदे है।




*राजीव रंजन पाण्डेय* !! अपने अपने होते है!!

!! अपने अपने होते है!! #कविता

6 Love

fcd6637fcd6e354ffb431f42709ea8e7

Rajeev Ranjan Pandey

Love Forever  जो  हमे  अपना मान सके 
हमारे दुःख को जान सके
चल रहे है हम तेज़ बारिश में 
फिर भी पानी मे से मेरे आँसुओ को पहचान सके

*राजीव रंजन पाण्डेय* अपनो की पहचान

अपनो की पहचान #कविता

7 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile