#WorldEnvironmentDay
आओ फिर से, प्रकृति की ओर लौटे ,
यूँ प्रदूषण , रसायनों से, भविष्य का दम न घोटें ,
पर्यावरण का हों सरक्षण - संवर्द्धन ,सहयोग करे हम छोटे -मोटे ,
आओ फिर से, प्रकृति की ओर लौटे ,
बचाए जल को , सुरक्षित करे कल को ,
जल हे तो कल हे , मिलकर जल को संजोते #कविता
#RepublicDay
पुकार↝
करती वसुंधरा यह पुकार, वीर- सपूतों को ललकार
उठा लो शमशीरे- तलवार, ना हो देश पर वार |
गूंज उठे आसमान में, तलवारों की झनकार,
रख लो हाथों में, वीरों तुम अंगार
करती वसुंधरा यह पुकार वीर- सपूतों को ललकार|| #26January#कविता#Deshbhakti#deshprem#sangharshkemoti
SANGHARSH KE MOTI
#eveningtea आओ बैठो पास कभी, एक प्याली ‘चाय’ की पीते हैं,
तनाव के इस माहौल में, सुकून का एक पल जीते हैं
आओ बैठो पास कभी, एक प्याली ‘चाय’ की पीते हैं|
यह नशे का ‘जाम’ निराला, जब मिले ‘खुशी का नहीं ठिकाना’
#Tea#कविता#tea_lover