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jitendrarathore2437
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SANGHARSH KE MOTI

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https://youtube.com/c/SANGHARSHKEMOTI

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SANGHARSH KE MOTI

आओ फिर से, प्रकृति की ओर लौटे ,
यूँ प्रदूषण , रसायनों  से, भविष्य का दम न घोटें ,
पर्यावरण का हों सरक्षण - संवर्द्धन ,सहयोग करे हम छोटे -मोटे ,
आओ फिर से, प्रकृति की ओर लौटे ,
बचाए  जल को , सुरक्षित करे कल को ,
जल हे तो कल हे , मिलकर जल को संजोते
आओ फिर से, प्रकृति की ओर लौटे ,
कम करें रसायन छिड़काव ,
मृदा बने उपजाऊ , जैविकता अपनाओं ,
रसायन स्वस्थ्य के लिए.,अच्छे नहीं होतें ,
आओ फिर से, प्रकृति की ओर लोटें ,
वृक्षारोपण कर, हरियाली हम बढ़ाए ,

©SANGHARSH KE MOTI #WorldEnvironmentDay

आओ फिर से, प्रकृति की ओर लौटे ,
यूँ प्रदूषण , रसायनों  से, भविष्य का दम न घोटें ,
पर्यावरण का हों सरक्षण - संवर्द्धन ,सहयोग करे हम छोटे -मोटे ,
आओ फिर से, प्रकृति की ओर लौटे ,
बचाए  जल को , सुरक्षित करे कल को ,
जल हे तो कल हे , मिलकर जल को संजोते

#WorldEnvironmentDay आओ फिर से, प्रकृति की ओर लौटे , यूँ प्रदूषण , रसायनों से, भविष्य का दम न घोटें , पर्यावरण का हों सरक्षण - संवर्द्धन ,सहयोग करे हम छोटे -मोटे , आओ फिर से, प्रकृति की ओर लौटे , बचाए जल को , सुरक्षित करे कल को , जल हे तो कल हे , मिलकर जल को संजोते #कविता

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SANGHARSH KE MOTI

संध्या की बेला आई,

हवा ने अपनी,तान सुनाई|

सूरज ने किरणो को टोका-

हुई शाम अब घर को होजा||

आसमान मे लाली छाई-

फूलो ने भी, ली अंगड़ाई|

संध्या की बेला आई,

हवा ने अपनी,तान सुनाई|

पंछियों ने, उड़ान लगाई

घर को लौटे, बंधु- भाई||

मन्दिरो ने,घडियाल बजाई

आज़ान भी, लगी सुनाई|

संध्या की बेला आई,

हवा ने अपनी,तान सुनाई|

हुए दिवाकर,ग़ायब नभ से

चंदा मामा आ गये, अब से||

जले दीप, हो गया उजाला,

दूर हुआ, अँधियारा- काला

©SANGHARSH KE MOTI #vacation 


संध्या की बेला आई,

हवा ने अपनी,तान सुनाई|

सूरज ने किरणो को टोका-

#vacation संध्या की बेला आई, हवा ने अपनी,तान सुनाई| सूरज ने किरणो को टोका- #Nature #evening #NatureLove #कविता

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SANGHARSH KE MOTI

पुकार↝

करती वसुंधरा यह पुकार, वीर- सपूतों को ललकार
उठा लो शमशीरे- तलवार, ना हो देश पर वार |
गूंज उठे आसमान में, तलवारों की झनकार,
रख लो हाथों में, वीरों तुम अंगार
करती वसुंधरा यह पुकार वीर- सपूतों को ललकार||

यह परीक्षा है साहस की,
आज है जरूरत -देश से चाहत की|
कसम है तुम्हें, भारत मां के लाल,
आज दिखा दो तुम, अपना रूप विकराल
करती वसुंधरा यह पुकार वीर सपूतों को ललकार||

©SANGHARSH KE MOTI #RepublicDay 
पुकार↝

करती वसुंधरा यह पुकार, वीर- सपूतों को ललकार
उठा लो शमशीरे- तलवार, ना हो देश पर वार |
गूंज उठे आसमान में, तलवारों की झनकार,
रख लो हाथों में, वीरों तुम अंगार
करती वसुंधरा यह पुकार वीर- सपूतों को ललकार||

#RepublicDay पुकार↝ करती वसुंधरा यह पुकार, वीर- सपूतों को ललकार उठा लो शमशीरे- तलवार, ना हो देश पर वार | गूंज उठे आसमान में, तलवारों की झनकार, रख लो हाथों में, वीरों तुम अंगार करती वसुंधरा यह पुकार वीर- सपूतों को ललकार|| #26January #कविता #Deshbhakti #deshprem #sangharshkemoti

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SANGHARSH KE MOTI

आओ बैठो पास कभी,  एक प्याली ‘चाय’ की पीते हैं,

तनाव के इस माहौल में, सुकून का एक पल जीते हैं

आओ बैठो पास कभी,  एक प्याली ‘चाय’ की पीते हैं|

 यह नशे का ‘जाम’ निराला, जब मिले ‘खुशी का नहीं ठिकाना’

प्याली की प्याली से, प्रीत निराली; ‘बाकी सब झूठी, “जगत” की रिते हैं’

आओ बैठो पास कभी,  एक प्याली ‘चाय’ की पीते हैं|

©SANGHARSH KE MOTI #eveningtea आओ बैठो पास कभी,  एक प्याली ‘चाय’ की पीते हैं,

तनाव के इस माहौल में, सुकून का एक पल जीते हैं

आओ बैठो पास कभी,  एक प्याली ‘चाय’ की पीते हैं|

 यह नशे का ‘जाम’ निराला, जब मिले ‘खुशी का नहीं ठिकाना’

#eveningtea आओ बैठो पास कभी, एक प्याली ‘चाय’ की पीते हैं, तनाव के इस माहौल में, सुकून का एक पल जीते हैं आओ बैठो पास कभी, एक प्याली ‘चाय’ की पीते हैं| यह नशे का ‘जाम’ निराला, जब मिले ‘खुशी का नहीं ठिकाना’ #Tea #कविता #tea_lover

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SANGHARSH KE MOTI

आओ हम सब मिलकर, 
दीपोत्सव का त्यौहार मनाये! 
नूतन खुशीयो से नव अंकुर में, 
नव स्वपन संजाये  !! 
       आओ हम सब मिलकर दीपोत्सव का त्यौहार मनाये.....
इस बार शपथ ले हम, 
पर्यावरण को स्वच्छ बनाये! 
प्रकृति हो हरी - भरी सारी, 
तब हम सब सही अर्थो में दीपोत्सव मनाये!! 
    आओ हम सब मिलकर दीपोत्सव का त्योहार मनाये....
खील, बताशे और मिठाई, 
जिस घर - आंगन न बन सके! 
वहाँ हम सब मिलकर,   
दीन हीन तक सहज पहुँचाऐ!                                  
 आओ हम सब मिलकर दीपोत्सव का त्यौहार मनाये.....
प्रभु श्रीराम हमारे निज घर द्वार पधारे, 
उनके यशोगान में नव दीपक खुब जलाऐ! 
तिमिर हटाके मन का सारा, 
प्रभु आराधना में लीन हम हो जाये! 
   आओ हम सब मिलकर दीपोत्सव का त्यौहार मनाये...
ऐसे संकल्प से दीपोत्सव मनरूपी, 
हदय में हो पूर्ण सारा! 
जग में तिमिर हटा के, 
विश्व पटल पर दीप रूपी ज्योति हम जलाये! 
  आओ हम सब मिलकर दीपोत्सव का त्यौहार मनाये..........

©SANGHARSH KE MOTI #Diwali  #diwali2021 #happydiwali #poemondiwali
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SANGHARSH KE MOTI

कोई कहता ये तकदीर है, 
तेरे मेरे मिलने की
कोई कहता ये खुशी है, 
तेरे मेरे हिस्से की
कोई कहता ये जिंदगी है, 
हर किसी के होने की
खबर है बस दिल को, 
तेरे संग जुड़ने की
निशान है गहरा अंदर, 
जैसे धीरे चलता समंदर
काएनात ने एक इशारा दिया, 
तुझे मेरा होने की

©SANGHARSH KE MOTI #alone
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SANGHARSH KE MOTI

देशभक्ति कविता हिंदी में

#Desh  #viral  #Deshbhakti  #sangharshkemoti  #YouTuber  #follow

देशभक्ति कविता हिंदी में #Desh #viral #Deshbhakti #sangharshkemoti #YouTuber #follow

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SANGHARSH KE MOTI

छप्पन इंच का सीना और फौलाद से इरादे हैं
लगते हैं सीधे पर जटिल प्रधानमंत्री हमारे हैं
देश सेवा से ओत प्रोत इनके सभी भाव हैं
अमीर–गरीब, छोटे–बड़े ये सबके साथ हैं।
भारत वर्ष की छवि को एक नई पहचान दिलाई है
मोदी जी ने सबके दिल में अपने लिए जगह बनाई है।

©SANGHARSH KE MOTI #Modi  #happybirthdaypmmodi  #PrimeMinister  #ModiJi #NarendraModi #Modiji🥰ka🎂janmdin🥰🥰🥰🥰🥰
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SANGHARSH KE MOTI

वो लेक्चर, वो कैंटीन वो कटिंग चाय

वो थोड़ी मस्ती वो खूब सारी पढ़ाई

वो प्रोजेक्ट्स की सबमिशन वो डेड लाइंस

इंजीनियर की जिंदगी आसान कहां है भाई!

HAPPY ENGINEER'S  DAY

©SANGHARSH KE MOTI आपको इंजीनियर दिवस की शुभकामनाएं

#Engineering  #engineersDay

आपको इंजीनियर दिवस की शुभकामनाएं #Engineering #engineersDay #कोट्स

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SANGHARSH KE MOTI

हिन्दी हिंद देश की पहचान है
इतिहास स्वर्णिम इसकी शान है ,
व्याकरण समृद्धित अलंकार सुशोभित,
मात्र नही है भाषा, है राष्ट्रभाषा मेरी,
हो कहो तुम ये होकर गर्वित,


हिंदी दिवस पर नमन हमारी मातृभाषा और राष्ट्रभाषा को


🌸🌸
लीज़ा पुरी

©SANGHARSH KE MOTI Hindi diwas

Hindi diwas #विचार

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