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manoharsingh3889
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kalam_sabdho ka silsila

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kalam_sabdho ka silsila

भावनाओं के तराजू में
              मैं अपनी याद रखता हूँ
            कवि नही हूँ , मैं
                फिर भी अपनी फरियाद लिखता हूँ।। yaad

yaad

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kalam_sabdho ka silsila

 real funaria

real funaria #nojotophoto

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kalam_sabdho ka silsila

# teri mitti

# teri mitti

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kalam_sabdho ka silsila

# singing

# singing

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kalam_sabdho ka silsila

# singing : part of life

# singing : part of life

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kalam_sabdho ka silsila

उम्र थक़ा नहीं सकती ,
  ठोकरें गिरा नहीं सकती
 अगर जीतने की जिद हो तो
 परिस्थितियां हरा नहीं सकती ।। 


कलम _ शब्दो का सिलसिला।। # हौसलें।।

# हौसलें।।

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kalam_sabdho ka silsila

If you think 
POSITIVE 
Then positive things
will
HAPPEN # Positivity

# Positivity

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kalam_sabdho ka silsila

चाय की थड़ी


 सब मिलते हैं जहां वह थी प्यारी चाय  की थड़ी
  बड़ी याद आती है चाय की चुस्कियां
  वह पैसों के लिए लड़ना झगड़ना ...
 किसी से 10 निकलते तो किसी से 5
 पर
 बहुत अच्छा लगता है युं सब का मिलना जुलना

  कलम ...शब्दों का सिलसिला || #Life_A_Blank_Page
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kalam_sabdho ka silsila

पाश्चात्या  संस्कृति  न लूटा है इस  कदर
 न  वह पीपल का पेड़
 ना चौपाले दिखती है गांव में
न दिखता वह घर का आंगन
न आती है बच्चों के खेलने की आवाजें
 और ना ही रुक रहा है युवाओं का पलायन
 ना बहुत धोती ना वो कुर्ता
 ना वह मीठी बोली
 ना पशु रहे ना  वह गौरी गाय रही 
अब  सुनी लगती गांव की गलियां
 और पेड़ चौपाल ||


# कलम_शब्दों का सिलसिला || #Importance_of_old days
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kalam_sabdho ka silsila

जिंदगी रात के अंधरे सी हो चली थी...
 न जाने इसमे सवेरा कब आएगा 
जिंदगी पतझड़ के पते सी हो चली थी...
न जाने इसमे बसंत कब आएगा
न जाने कब  हम भी कलियों की तरह  खिलना सिखेंगे 
न जाने कब हम भी फूलों की तरह महकना सिखेंगे
हे प्रिय ...  तुने हमे भी 
इस भीड मे काफिर से मुसाफिर ,मुसाफिर से राहगीर ,राहगीर से गालिब
बनना सिखाया है ।।
 
# कलम _ शब्दों का सिलसिला ।। # life

# life

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