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Urvashi Kapoor
zfzfbgbsttbtbjyfyhtshdhhtsttbstthststhstshtshtsthts ©Urvashi Kapoor #Kavita
निर्भय चौहान
Unsplash बस यकीन को मिल गया है डूबती उम्मीदों का साथ। ख्वाब कई दिनों से सरहद पे हरताल में है। राजनीति ने बांट दिए भाई इस तरह, भाई भाई से नहीं पूछता। किस हाल में है। पहले भगवान भरोसे थे, अब सरकार भरोसे हैं। गरीब हर हाल, तंग हाल में है। बुढ्ढा लाठी ले कर खेतो का रखवाला है। अफसर बाबू,नेता बेटा। सब अब ससुराल में है। निर्भय चौहान ©निर्भय चौहान #leafbook नीर Kumar Shaurya Madhusudan Shrivastava Rakhee ki kalam se वरुण तिवारी
#leafbook नीर Kumar Shaurya Madhusudan Shrivastava Rakhee ki kalam se वरुण तिवारी
read moreMùśâfîř Tèŕá
Unsplash तुम मिलो या ना मिलो तुम्हें चाहना नहीं छोड़ूंगा ©Mùśâfîř Tèŕá #traveling Kavita jayesh Panot Kajalife.... Vinay Hero khan perfect Er.Kamlesh Kumar Rajbhar
#traveling Kavita jayesh Panot Kajalife.... Vinay Hero khan perfect Er.Kamlesh Kumar Rajbhar
read morepriyanka pilibanga
White मिट्टी से बनी हूं। मिट्टी में मिल जाऊंगी।। चाहती तो बहुत कुछ हूं। पर चाह कर भी नहीं कर पाऊंगी।। मैं धूल हूं। हवा में बिखर जाऊंगी।। एक दिन सबको छोड़ कर जाऊंगी। फिर लौट कर वापस ना लाऊंगी।। तब देखना, मैं जैसी भी हूं। उसे दिन सबको याद आऊंगी।। मैं हंसती हुई आई थी। रुलाकर चली जाऊंगी।। मैं सच कह रही हूं। एक दिन दुनिया छोड़कर जाऊंगी।।😌 ©Priyanka Poetry #sad_quotes Kavita
#sad_quotes Kavita
read moreShilpa Yadav
शोख हवाएं शोख अदाए शोख नयन की बाते हैं चलने वाले चलते हैं,जीवन की जितनी घाते हैं। हम भूल रहें हैं उनकी भूली बिसरी यादों में सुख के दिन बीत गए अब,शेष घनी अंधेरी राते हैं।। ©Shilpa Yadav #nojotohindi#nojotopoetry#shilpayadavpoetry#kavita#nojotohindipoetry ANOOP PANDEY सुरेश अनजान PRIYANKA GUPTA (gudiya) Neel Asif Hindust
#nojotohindi#nojotopoetry#shilpayadavpoetry#kavita#nojotohindipoetry ANOOP PANDEY सुरेश अनजान PRIYANKA GUPTA (gudiya) Neel Asif Hindust
read moreSAMSHER P
रात भर इक चांद का साया रहा इश्क़ का इक ज़ख्म नुमाया रहा। नींद में भी करवटें हम बदलते रहे शायद सपनों में तू था आया रहा। बात बात पे तेज़ होती है धड़कनें बहुत दिल को मैंने समझाया रहा। इतने संगदिल होना भी अच्छा नहीं याद तेरी में सब कुछ भुलाया रहा। चाहत होती तो निभा भी सकते थे मजबूरी का राग बेकार गाया रहा। ©SAMSHER P #sayari #kavita