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FOODEEZ
rasmi
jai shree krishna ©rasmi jai shree krishna Anshu writer nojoto Sethi Ji Aditya kumar prasad
Kusum Nishad
White 💔💔💔💔💔💔 सॉरी – “गुस्से को” दुख – “जिंदगी को” गुस्सा – “रिस्ते को” जूठा – “विस्वास को” साथ – “गम को” धोखा – “प्यार को” Facebook – “लाइफ को” Apps – “समय को समाप्त कर देता है इसलिए हमेसा प्यार से सभी के साथ रहे. 💔💔💔💔💔💔 ©Kusum Nishad #love_shayari radha Mourya Alpha_Infinity Vickram Niaz (Harf) Aditya kumar prasad
Arpit Mishra
शून्य हृदय में प्रेम-जलद-माला कब फिर घिर आवेगी? वर्षा इन आँखों से होगी, कब हरियाली छावेगी? लम्बी विश्व कथा में सुख की निद्रा-सी इन आँखों में- सरस मधुर छवि शान्त तुम्हारी कब आकर बस जावेगी? . ©Arpit Mishra jayshankar prasad
https://youtube.com/@Mahendra2king?si=W94X-gFeeMLs1EfR
(दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है ।) तुम जिस दर्द की बात करते हो वो दर्द और कोई भी झेल रहा है । तुम रो के सुना रहे हो कोई और तो चुपचाप इस से खेल रहा है कहीँ आँखें मौन हैं कहीँ आँखें नम हैं । दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । किसी के पास रोने के लिए कंधे नहीँ हैं किसी के पास काम धंधे नहीँ हैं । किसी के पास बड़ा घर है तो घर में बंदे नहीँ है । किसी के पास खुला आसमान लेकिन उड़ने के लिए परिंदे नहीँ है । किसी के पास शरीर बड़ा लेकिन अंदर नहीँ दम है । दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । किसी के पास रोजगार नहीँ डिग्रियां लिए घूम रहा है किसी के दिल में क़रार नहीँ मयखानों में झूम रहा है । किसी के पास महबूब नहीँ तस्वीर चुम रहा है । बताओ मुझे किस के दिल को सुकूँ रहा है । किसी के पास सुंदर आँगन लेकिन हसीना के पैरों की नहीँ छम-छम है । दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । किसी का भरी जवानी में ही सुहाग उजड़ गया । किसी का बेटा बिगड़ गया । किसी को उसका यार रगड़ गया । कहीँ बेटा बाप से ही अकड़ गया । कहीँ पीने को दवा की शीशी नहीँ कहीँ wine whisky रम है दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । कहीं सड़क पे कोई सर्दी में रात गुज़ार रहा है । चौराहे ओर बैठा भिखारी अपनी उंगलियों से अपने बाल सँवार रहा है । कोई तन्हा है समंदर की रेत पे नाम अपना उभार रहा है । कर्ज़ किसी का था कोई उसको उतार रहा है । बच्चा बाहर अकेला जेल में बंद उसकी माँ शबनम है दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । #mahendra2king ©https://youtube.com/@Mahendra2king?si=W94X-gFeeMLs1EfR #GingerTea Pooja Sharma Shahnaz Mayur Prasad Bhagwat
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(दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है ।) तुम जिस दर्द की बात करते हो वो दर्द और कोई भी झेल रहा है । तुम रो के सुना रहे हो कोई और तो चुपचाप इस से खेल रहा है कहीँ आँखें मौन हैं कहीँ आँखें नम हैं । दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । किसी के पास रोने के लिए कंधे नहीँ हैं किसी के पास काम धंधे नहीँ हैं । किसी के पास बड़ा घर है तो घर में बंदे नहीँ है । किसी के पास खुला आसमान लेकिन उड़ने के लिए परिंदे नहीँ है । किसी के पास शरीर बड़ा लेकिन अंदर नहीँ दम है । दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । किसी के पास रोजगार नहीँ डिग्रियां लिए घूम रहा है किसी के दिल में क़रार नहीँ मयखानों में झूम रहा है । किसी के पास महबूब नहीँ तस्वीर चुम रहा है । बताओ मुझे किस के दिल को सुकूँ रहा है । किसी के पास सुंदर आँगन लेकिन हसीना के पैरों की नहीँ छम-छम है । दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । किसी का भरी जवानी में ही सुहाग उजड़ गया । किसी का बेटा बिगड़ गया । किसी को उसका यार रगड़ गया । कहीँ बेटा बाप से ही अकड़ गया । कहीँ पीने को दवा की शीशी नहीँ कहीँ wine whisky रम है दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । कहीं सड़क पे कोई सर्दी में रात गुज़ार रहा है । चौराहे ओर बैठा भिखारी अपनी उंगलियों से अपने बाल सँवार रहा है । कोई तन्हा है समंदर की रेत पे नाम अपना उभार रहा है । कर्ज़ किसी का था कोई उसको उतार रहा है । बच्चा बाहर अकेला जेल में बंद उसकी माँ शबनम है दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । #mahendra2king ©https://youtube.com/@Mahendra2king?si=W94X-gFeeMLs1EfR #wholegrain Pooja Sharma Shahnaz Mayur Prasad Bhagwat Rakesh Kumar
Neelam Modanwal
परीशाँ होके मेरी खाक आखिर दिल न बन जाये जो मुश्किल अब हे या रब फिर वही मुश्किल न बन जाये न करदें मुझको मज़बूरे नवा फिरदौस में हूरें मेरा सोज़े दरूं फिर गर्मीए महेफिल न बन जाये कभी छोडी हूई मज़िलभी याद आती है राही को खटक सी है जो सीने में गमें मंज़िल न बन जाये कहीं इस आलमें बे रंगो बूमें भी तलब मेरी वही अफसाना दुन्याए महमिल न बन जाये अरूज़े आदमे खाकी से अनजुम सहमे जातें है कि ये टूटा हुआ तारा महे कामिल न बन जा ©Neelam Modanwal #RoadTrip Anshu writer official Aditya kumar prasad Anil Ray vineetapanchal