Nojoto: Largest Storytelling Platform

New जीण माता की कथा इन हिंदी Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about जीण माता की कथा इन हिंदी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जीण माता की कथा इन हिंदी.

    PopularLatestVideo

Krishna

जीण माता #nojotophoto

read more
 जीण माता

Krishna

जीण माता #nojotophoto

read more
 जीण माता

Shravan Goud

जीण माता मंदिर जीण माता धाम सीकर राजस्थान जीण भवानी माता की जय 🙏🙏 हर्ष भैरव की जय 🙏🙏 हम सब पर कृपा दृष्टि बनाए रखना मां।

read more
जीण भवानी माता 🙏🙏 जीण माता मंदिर जीण माता धाम सीकर राजस्थान
जीण भवानी माता की जय 🙏🙏 हर्ष भैरव की जय 🙏🙏
हम सब पर कृपा दृष्टि बनाए रखना मां।

Mansi Rathour

शीतला माता की कथा#@mansu'sway #विचार

read more
mute video

Shravan Goud

जीण माता की जय 🙏। हर्ष भैरव की जय 🙏। आभार इंस्टाग्राम

read more
जीण माता की जय 🙏। हर्ष भैरव की जय 🙏। जीण माता की जय 🙏। हर्ष भैरव की जय 🙏।
आभार इंस्टाग्राम

Shravan Goud

जीण माता 🙏 माता रानी कृपा दृष्टि बनाए रखना 🙏।

read more
माता रानी कृपा 
दृष्टि बनाए रखना 
🙏। जीण माता 🙏
माता रानी कृपा दृष्टि बनाए रखना  🙏।

Pankaj

हिंदी इन दिलो,की बातें #कविता

read more
Dil Shayari  इन दिनों की बातें दिल ही जाने,
अंजान बने ओ जाने ना,
एक दिल ने कहा तुम जुर्म कर रहे,
पर जुर्म कोई ओ माने ना,

©Pankaj हिंदी इन दिलो,की बातें

@nil J@in R@J

जय माता दी मां शैलपुत्री प्रथम व्रत की कथा

read more
#जय मां शैलपुत्री🚩 
मां शैलपुत्री - पहले नवरात्र की व्रत कथा
एक बार प्रजापति दक्ष ने एक बहुत बड़ा यज्ञ किया। इसमें उन्होंने सारे  देवताओं को अपना-अपना यज्ञ-भाग प्राप्त करने के लिए निमंत्रित किया, किन्तु शंकरजी को उन्होंने इस यज्ञ में निमंत्रित नहीं किया। सती ने जब सुना कि उनके पिता एक अत्यंत विशाल यज्ञ का अनुष्ठान कर रहे हैं, तब वहाँ जाने के लिए उनका मन विकल हो उठा।

अपनी यह इच्छा उन्होंने शंकरजी को बताई। सारी बातों पर विचार करने के बाद उन्होंने कहा- प्रजापति दक्ष किसी कारणवश हमसे रुष्ट हैं। अपने यज्ञ में उन्होंने सारे देवताओं को निमंत्रित किया है। उनके यज्ञ-भाग भी उन्हें समर्पित किए हैं, किन्तु हमें जान-बूझकर नहीं बुलाया है। कोई सूचना तक नहीं भेजी है। ऐसी स्थिति में तुम्हारा वहाँ जाना किसी प्रकार भी श्रेयस्कर नहीं होगा।'

शंकरजी के इस उपदेश से सती का प्रबोध नहीं हुआ। पिता का यज्ञ देखने, वहाँ जाकर माता और बहनों से मिलने की उनकी व्यग्रता किसी प्रकार भी कम न हो सकी। उनका प्रबल आग्रह देखकर भगवान शंकरजी ने उन्हें वहाँ जाने की अनुमति दे दी।

सती ने पिता के घर पहुँचकर देखा कि कोई भी उनसे आदर और प्रेम के साथ बातचीत नहीं कर रहा है। सारे लोग मुँह फेरे हुए हैं। केवल उनकी माता ने स्नेह से उन्हें गले लगाया। बहनों की बातों में व्यंग्य और उपहास के भाव भरे हुए थे।

परिजनों के इस व्यवहार से उनके मन को बहुत क्लेश पहुँचा। उन्होंने यह भी देखा कि वहाँ चतुर्दिक भगवान शंकरजी के प्रति तिरस्कार का भाव भरा हुआ है। दक्ष ने उनके प्रति कुछ अपमानजनक वचन भी कहे। यह सब देखकर सती का हृदय क्षोभ, ग्लानि और क्रोध से संतप्त हो उठा। उन्होंने सोचा भगवान शंकरजी की बात न मान, यहाँ आकर मैंने बहुत बड़ी गलती की है।

वे अपने पति भगवान शंकर के इस अपमान को सह न सकीं। उन्होंने अपने उस रूप को तत्क्षण वहीं योगाग्नि द्वारा जलाकर भस्म कर दिया। वज्रपात के समान इस दारुण-दुःखद घटना को सुनकर शंकरजी ने क्रुद्ध होअपने गणों को भेजकर दक्ष के उस यज्ञ का पूर्णतः विध्वंस करा दिया।

सती ने योगाग्नि द्वारा अपने शरीर को भस्म कर अगले जन्म में शैलराज हिमालय की पुत्री के रूप में जन्म लिया। इस बार वे 'शैलपुत्री' नाम से विख्यात हुर्ईं। पार्वती, हैमवती भी उन्हीं के नाम हैं। उपनिषद् की एक कथा के अनुसार इन्हीं ने हैमवती स्वरूप से देवताओं का गर्व-भंजन किया था #NojotoQuote जय माता दी मां शैलपुत्री प्रथम व्रत की कथा

Dablu Gaur

अजगर: हिंदी लोक -कथा #प्रेरक

read more
mute video

roshan

इन हिंदी

read more
आना है तॊ आ जाना है तो जा....
घुटने पे बैठके तुम्हे मनाना
मुझे शोभा देगा क्या?

पानी का नही नाम
साब्जी को नही दाम
बता गोल्डन नेकलेस तुम्हे दिलाऊ कैसे?
कुवा सुख गया है
नदी नाला रुख गया है
बता तेरे प्यार मे शलांग लगाऊ कैसे?

आना है तो आ जाना है तो जा....

बेजान सहै पत्थर पर
बिना कुछ चडाये
बता मान्नत मे तुझे उसीसे मांगु कैसे?
भावनिक  मै बहोत हू
दिल मे तुम्हेहीं रखता हू
पानी बचाते बचाते
बता आसू अंखोसे बहाऊ कैसे?

आना है तो आ जाना है तो जा.....
....रोशन देसाई....
12/02/20 इन हिंदी
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile