Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पुत्रों की कहानी Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पुत्रों की कहानी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पुत्रों की कहानी.

    PopularLatestVideo

Ankit Haldwani

#Pehlealfaaz आज्ञाकारी पुत्रों की कहानी

read more
#Pehlealfaaz एक राज्य में राजा राज्य करता था । जो दो भाई थे। एक बार राज्य में अकाल पड़ गया। सभी लोग अनाज और धन को तरसने लगे सब धन खत्म होने के बाद राजा ने निर्णय लिया कि कहीं बाहर निकलना चाहिए। उसके 5 पुत्र थे वह अपने पांचों पुत्रों को लेकर व्यवहान जंगल में चल पड़ा। चलते चलते वह एक बहुत बड़े वृक्ष के नीचे रात में ठहर गए। राजा ने अपने पांच पुत्रों और उनकी पत्नियों से कहा कि तुम विश्राम कर लो। मैं पहरा देता हूं। आधी रात होने पर एक राक्षस पेड़ से नीचे आया और बोला आज तो बहुत मजा आएगा पेट भर कर खाना मिल जाएगा इतने में सभी की आंखें खुल गई राजा राक्षस से बोला कि तुझे अभी मजा चकाहता हूं उसने अपने पुत्रों को आज्ञा दी कि जाओ कहीं से रस्सी का इंतजाम करो पुत्र रसियो का इंतजाम करने के लिए चले गए और फिर उनकी पत्नियों से कहा कि तुम लोग पानी का इंतजाम करो पत्नियां भी आज्ञा अनुसार पानी लेने के लिए चली गई। राक्षस राजा से बोला कि तुम रस्सी और पानी क्यों मंगा रहे हो। राजा ने हंसकर जवाब दिया कि मैं रस्सी से तुझे बांध लूंगा और गड्ढा खोदकर उसमें पानी डालकर तुझे दफना दूंगा राक्षस ने देखा कि जब उसकी पुत्र और उनकी पत्नियां इतनी आज्ञाकारी है तो यह सच में मुझको ऐसा कर देगा राक्षस डर गया। और कहने लगा कि मुझे माफ कर दो मैं आपको कुछ नहीं कहूंगा। राजा ने कहा नहीं अब तू नहीं बच पाएगा।राक्षस ने कहा कि अगर मैं अपनी जान के बदले कुछ आपको दे दूं तो क्या आप मुझे माफ कर दोगे। राजा बोला हां क्यों नहीं तुम्हें माफ कर दिया जाएगा बताओ क्या बात है। राक्षस बोला कि जिस पेड़ के नीचे तुम बैठे हो ठहरे हो उसके नीचे बहुत सारा सोना चांदी है। जिसकी रक्षा कालिया नाग करता है उसको निकालकर यहां से ले जाओ और यहां से जल्दी चले जाना यहां  कालिया नाग सोना चांदी की हिफाजत करता है वह तुमको डस लेगा। मुझे माफ कर दो राजा ने कहा ठीक है जो आप कहते हो वह सही है तभी राजा के पुत्र और उनकी पत्नियां सामान लेकर आ गई राजा ने कहा कि सभी लोग यहां पर गड्ढा खोदना शुरू कर दो सभी लोग अपने काम में व्यस्त हो गए तब वहां से सोना चांदी निकालकर अपने राज्य की और वापस चले गए । राजा के छोटे भाई को पूरी कहानी के बारे में पता लगा कि मेरा बड़ा भाई कुछ सोना चांदी किसी पेड़ के नीचे से खोज कर लाया है। क्यों ना हमें भी चलना चाहिए उसके भी 5 पुत्र और उनकी पत्नियां थी। वह भी  वयवाहन जंगल में सोने चांदी की तलाश में उस वृक्ष के नीचे पहुंच गया और उस पेड़ के नीचे जाकर विश्राम के लिए अपना ढिया जमा दिया। रात को फिर राक्षस उसी तरीके से नीचे आया और कहने लगा कि वह लोग तो बच गए थे आज मैं भूख इन से मिटा लूंगा। राक्षस हंसने लगा तभी सभी की आंखें खुल गई और सब लोग डर गए तब राजा ने कहा कि बेटा उठो और कहीं से रस्सी का इंतजाम करो तो उसके पुत्र बोले कि पिताजी इतनी रात में हम कहां से रस्सी का इंतजाम करेंगे राजा फिर अपनी बहुओं से बोला कि तुम लोग जाओ और पानी का इंतजाम करो । इतने में बहुओं ने भी बोला कि हम लोग रात में कहां पानी का इंतजाम कर सकते हैं। इतनी रात को हम कहीं नहीं जा सकते। तब राक्षस जोर जोर से हंसने लगा कि जो पहले राजा आया था उसके पुत्र और उनकी पत्नियां आज्ञाकारी थे और आज्ञा अनुसार वह लोग चले गए थे और तेरे पुत्र और उनकी पत्नियां तो आज्ञाकारी ही नहीं तू क्या मुझे मारेगा आज तो मैं अपनी भूख तुझी से मिटा लूंगा हा हा हा हा हा तभी वहां पर जो सोना चांदी की रक्षा करने वाला कालिया नाग आ गया उस कालिया नाग ने कुछ लोगों को डस लिया और कुछ लोगों को राक्षस ने निगल लिया।
तो दोस्तों इस कहानी से पता लगता है कि हर किसी को आज्ञाकारी होना चाहिए जो किसी की आज्ञा का पालन नहीं करता वह हमेशा कायर होता है। और उसकी पराजय होना निश्चित है।
कैसी लगी आपको यह कहानी कमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद। #Pehlealfaaz आज्ञाकारी पुत्रों की कहानी

Bhairav Dey

कहानी की बोल #कहानी @bhairavdey #जानकारी

read more
mute video

Homendra Kumar

#Colors कविता की कहानी।#कहानी

read more
mute video

Amaan Moradabadi

कहानी हर घर की कहानी घर घर की

read more
 कहानी हर घर की कहानी घर घर की

Vivek

#कहानी हालातों की #कहानी हमारे बनने बिगड़ने की # #प्रेरक

read more
mute video

shaurya valvaikar

कहानी एक आँख कीnojoto#कहानी

read more
दिल के न अरमान पूरे हुए
न पूरे हुए आँखों देखे सपने
हर तरफ से धोखा ही मिला
और छोड़ गए साथ जो थे अपने।

सांस भी अब नही आती
न आ रही है मौत मुझे
लफ़्ज़ों से बहे लहू मेरा
आँसू भी आंखों में ठहर से गये।

जिंदगी तो मेरी बेमतलब की थी
बेआबरू तू उसने किया
कहता था पलकों में सवारूँगा
उसीने मेरी इज्जत को चोहराये पे नंगा किया। कहानी एक आँख की#nojoto#कहानी

Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma

कृष्ण भगवान की कहानी #कहानी #SeptemberCreator

read more
mute video

DR. LAVKESH GANDHI

# कहानी# # जीवन की कहानी# yqjindgikasafer yqlifefeelings

read more
चुना था सिर्फ तेरी आवाज
वो भी बिना तुझे देखे 
चाहा था सिर्फ तेरी हंसी
मिले मुझे सिर्फ तेरी ख़ुशी 
नसीब को कुछ और भी मंजूर था
तेरे मेरे रिश्ते के पीछे 
मंथरा का हाथ था 
बात मान गई केकैयी 
ख़त्म हो गई तेरी मेरी कहानी 

 # कहानी#
# जीवन की कहानी#
#yqjindgikasafer #yqlifefeelings

XYZ INDORI

#शिक्षा पर कहानी भेदभाव की कहानी

read more
इंदौर में सोहन नाम का एक व्यक्ति रहता था जिसके दो बच्चे थे जिनका नाम करण और आकाश था करण बहुत ही शरारती बच्चा था और आकाश पढ़ाई में बहुत ही ध्यान लगाता था एक समय की बात थी करण पढ़ाई नहीं करता था तो उसके पापा बहुत उसे मारते थे पीटते थे जभी भी वह पढ़ाई नहीं करता था उसके पापा ने उसे हॉस्टल में डाल दिया। आकाश पढ़ाई में मन तो लगाता था पर बहुत ही कम उसके पापा उसकी सारी बातें सुनते थे उसे बहुत ही आगे बढ़ाने के लिए उसके पापा अपने सपने संजोए रखते थे पर वहां कम उम्र में ही शराब सिगरेट और अनेक प्रकार की नशे के नशे का आदी हो गया जब उसके पापा को पता चला तो उन्होंने कुछ नहीं कहा क्योंकि उसके पापा को आकाश पर बहुत भरोसा था परंतु आकाश 12वीं पास हो गया उसके बाद कॉलेज गया और वहां पर भी शराब का सेवन करता था उसे कॉलेज से भी निकाल दिया था परंतु उसके पापा को बहुत ही विश्वास था कि मेरा बच्चा यह नहीं कर सकता और आकाश अब छुप छुप कर नशे का सेवन करता था अब वह अपनी कॉलेज पास कर ली और उसे नौकरी कोई नहीं दे रहा था क्योंकि उसके चरित्र अच्छा ना होने के कारण और शराब का आदि होने के कारण और शराब की बदबू आने लगती थी इसलिए उसे नौकरी नहीं मिली और उसके पापा ने उसे मजदूरी करने लगा दिया आकाश का भाई हॉस्टल में बहुत ही शरारती के कारण वहां खेलकूद मैं बहुत ही आगे था और हमेशा अनेक इनाम ट्रॉफी जीत कल आता था और एक दिन वह मध्य प्रदेश राज्य मैं उसे क्रिकेट मैच के लिए बुलाया और वह प्रथम आया और उसकी टीम जीत गई उसे सरकार द्वारा 50,000 का इनाम दीया और उसे इंडियन लेवल पर आगे जाने के लिए प्रोत्साहित किया एक समय मैं करण इंडियन लेवल पर और अंतरराष्ट्रीय लेवल पर उसने बहुत ही सारी ट्रॉफी जीती और भारत के भारत रत्न से सम्मानित भी किया गया उसके पापा कम उम्र में ही उससे रिश्ते नाते तोड़ दिए थे एक दिन जब वहां अपने घर आया तो पापा ने उसे नहीं पहचाना उसने बोला कि आप कौन हो बच्चे की आंखों में आंसू भर आए रोते हुए बोला पापा आपने मुझे नहीं पहचाना मैं करण हूं आपका वही शरारती बच्चा आज मैं इंदौरी क्रिकेटर के नाम से पूरे अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में मेरी प्रसिद्धि है । और उसके पापा रोते हुए बोले बेटा मुझे माफ कर दो मेरे से गलती हो गई मुझे दोनों पर बराबर ध्यान देना था आज तूने मेरा नाम गर्व से ऊंचा कर दिया।






दोस्त आपको यह कहानी कैसी लगी और इस से क्या शिक्षा मिली है आप अपने कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं मैं आपके लिए ऐसी अनेक सारी कहानियां लाता रहूंगा।

©Ranvijay indori #शिक्षा पर कहानी भेदभाव की कहानी
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile