Find the Latest Status about चुनौतियों पर शायरी रेख़्ता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, चुनौतियों पर शायरी रेख़्ता.
Rajani Gupta (Ruhh)
इश्क़ ने इश्क़ के लिए लिवाश-ए- कफ़न मांगा है.. एक घूंट भी ना मिले पानी, ऐसी जगह मौत - ए- दफ़न मांगा है...!! @रजनी..✏️💔 #हिंदीकविता #शायरी #रेख़्ता
Hemant Rai
रेख़्ता __________ कोई हिंदू, कोई मुस्लिम, कोई सिक्ख तो, कोई ख़ुद को ईसाई बताता है, कमबख्त ये इंसान, ख़ुद को इंसान क्यूं नहीं बताता है! __________ हेमंत राय। #रेख़्ता #शायरी #हिंदी #nojoto
BIPIN TIWARI 'Masoom'
आँखों में करार दिखने लगा इश्क़ का निखार दिखने लगा #इश्क #शब्दनिधि #शायरी #कविताकोश #रेख़्ता#yqdidi#yqquotes#yqshayari
Pradyumn awsthi
जीवन की संघर्ष भरी चुनौतीपूर्ण लड़ाई में हारा तो केवल वही जो अपनी समस्याओं से लड़ा ही नहीं और इस लड़ाई में जीता तो केवल वही जो अपनी समस्याओं से तनिक भी डरा नहीं और एक कदम भी पीछे हटा नहीं । डर के आगे हमेशा प्रकाश युक्त जीत होती है और डर के पीछे हमेशा अंधकार और निराशा होती है । ©"pradyuman awasthi" #चुनौतियों पर हार और जीत
Akshay Meena Gupta
अलविदा दिल-ए-ख़ुश-फ़हम उम्मीद न रख उनके लौट आने का खुद से मुख्तलिफ कर उन्हें अलविदा कह के #रेख़्ता #Rekhta #अलविदा
Ek villain
यह स्पष्ट है कि इस वर्ष भी भारत के लिए तमाम भारी चुनौतियां कायम रहने वाली है कुछ पर अतीत की छाया भी दिखेगी जैसा कि दशकों से चला आ रहा है पाकिस्तान प्रयोजन आतंकवाद दूसरी चुनौती नहीं थी उससे उपजे की को भी तुम्हारी का निश्चित चक्कर भी अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य पर परेशान का सबब बनेगा ऐसे में एक जटिल बाहरी परिस्थितियों से सफलतापूर्वक निपटने के लिए भारत को सतर्क रहना कूटनीतिक निपुण देखना और सामाजिक स्तर पर शांति स्थापित करने की आवश्यकता होगी निसंदेह देश के समक्ष भारत सबसे बड़ी चुनौती चीन की है हालांकि ऐसा कारण से जनता के मन में पाकिस्तान का खतरा ज्यादा बढ़ रहा है वहीं भारत के साथ सीमा पर चीन का रुख कड़ा बन रहा है लेकिन पिछली सदी के आखिरी दशक में वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएचसी पर शांति बनाए रखने को लेकर उनसे सहमति जताई गई है 2013 में सिंह सिंह के राष्ट्रपति बनने के बाद से चीन के समग्र नीति बदल गई है और उनमें भारत नीति भी शामिल है पिछले कुछ महीने के दौरान एलएसी पर चुनावी आक्रमण यानी दर्शाती है कि वह पुराने समझौते पर टिके रहने का इच्छुक नहीं एलएसी पर कुछ क्षेत्रों में जरूरी टकराव घटा है किंतु चीन 2020 से पहले वाली स्थिति की ओर नहीं लौटा है भारत इस पर नजर बनाए हुए हैं ©Ek villain # भारी मोर्चे पर चुनौतियों का अंबर #fog
Hemant Rai
रेख़्ता ___________ कुछ इस तरह से तुम मुझे, ख़राब कर गई एक प्याला चाय थी ज़िन्दगी मेरी, तुम इसे पूरी बोतल शराब के गई। ___________ हेमंत राय। #रेख़्ता #hope #Aawaaz #NOJOTO #shayari #शराब #हिंदी
ज़िंदादिल संदीप
पहुंच जाऊंगा ही अब जो कदम उठा चुका हूं तुझे पाने के लिए.. गर्दिश में है सही ..पर तैयार है सितारे मुझमें नूर लाने के लिए.. इक आजमाइश जो दिल की कमरे में बंद कर रखा था सालों से..यूहीं ज़िंदा हुई है बेसब्र सी होकर.. मुझमें कहीं ना कहीं मिल जाने के लिए.. जश्न ए रेख़्ता 2019.. here I come
Health Is Wealth DK
चुनौतियों को स्वीकार करो ,क्योंकि इससे या तो सफलता मिलेंगी या शिक्षा। ©Health Is Wealth DK चुनौतियों को स्वीकार करों
Ek villain
वर्ष 2021 के अंत में देश की आर्थिक स्थिति से डेढ़ देखी रही है जीएसटी की वसूली बढ़ी हुई है शेयर बाजार उछल रहा है रूप का मूल्य स्थिर है तमाम वैश्विक आंकलन के अनुसार भारत विश्व के प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज आर्थिक विकास हासिल करने वाली अर्थव्यवस्था बन चुका है लेकिन साथ-साथ इसके सामने आए चुनौतियां भी उभर कर सामने आ रही है जनता द्वारा कुल खपत अभी तक कोविड-19 तक पर नहीं पहुंची है ग्रामीण बेरोजगार पड़ी रही है वह वेतन की दरें गिर रही है ऐसा मानता में वृद्धि हो रही है प्रधानमंत्री ने स्वयं रोजगार को प्रमुख चुनौतियां बताया है कि विकास और घटती रोजगार के विरोधाभास के जड़ हमारे आर्थिक विकास के मॉडल में है नीति आयोग द्वारा 2018 में रोजगार के संबंध में तो उसके सामने रखे गए थे श्रम प्रधान उत्पादन को बढ़ावा दिया जाए दूसरा औपचारिक रोजगार को बढ़ावा जाए इन दिनों उद्देश्यों में परस्पर अंतर विरोधी है जब हम रिक्शा चालक अथवा रे हड्डी वाले को औपचारिक रोजगार में लाते हैं तो उनके माल की लागत बढ़ती है जैसे यदि हम नवलगढ़ पर चना बेचने वाले का पंजीकरण कर कर उस फूड प्रोडक्ट आर्डर के अंतर्गत पंजीकृत चना बेचने को प्रेरित करते हैं तो उससे अच्छी क्वालिटी का लिफाफा लगाना होगा दुकान का किराया देना होगा इससे उसके चने की लागत बढ़ेगी यदि छोटे उद्योग अपने कर्मियों का औपचारिक करते हैं तो उन पर न्यूनतम वेतन लागू करना होगा शर्म का वेतन बढ़ता है तो उत्पादन लागत में वृद्धि होती है यदि हम औपचारिक रोजगार को बढ़ावा देंगे तो रोजगार समाप्त होंगे रोजगार में वृद्धि हासिल करने के लिए उन्हें औपचारिक रखना ही जरूरी है तब उनकी जीविका न्यूनतम स्तर पर ही सही परंतु चलती रहेगी जैसे मना लीजिए नुक्कड़ पर मोमो बेचने वाले पांच ठेले वालों का औपचारिक करके इन्हें एक दुकान में ला दिया गया जहां ऑटोमेटिक मशीन से मुंह बनाए जाते हैं अब पांच के स्थान पर केवल दो रोजगार उत्पादन होंगे इन दो को वेतन अच्छे मिल सकते हैं परंतु संख्या तो कम हुई जो शेष तीन कर्मियों बेरोजगार हो जाएंगे उनकी आय कम होगी वह दूसरे स्थानों पर कम वेतन में अपने जीविका उपार्जन करने की मजबूर होंगे इसलिए हम देख रहे हैं कि एक साथ शेयर बाजार बढ़ रहा है और बेरोजगारी भी बढ़ रही है इसलिए हम औपचारिक कामू तोड़े और रोजगार की संख्या में वृद्धि हासिल करें ©Ek villain # आर्थिक चुनौतियों का मुकाबला #together