Find the Latest Status about annual day anchoring script for school from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, annual day anchoring script for school.
khuwaishein dm todti hai manzil pe aake
Annual Day anjuman iqra urdu high school Amina Teacher
Nirtya Krishna
contact for school annual function 9798032474 email/ krishnakumargupta950@gmail.com
Anjali Ahir
यादें जो बीत चुकी, वह याद कराती हूँ Annual day की कुछ बात बताती हूँ......... प्रतिभा ने फिर नयी प्रतिभा दिखाई है, देखो सब तरफ annual day का बुखार छाया है । नाच ना जाने फिर भी नचाया आया है , हर एक से काम कराया है प्रतिभा ने सबकी प्रतिभा दिखाई है , जिससे सब के चेहरे पर मुस्कान छाया है । छोटी-छोटी बातों का कुछ पर अधिक असर हुआ है, जिनसे कोई उम्मीद ना थी ,उसने भी कारनामा दिखाया है देखो सब तरफ annual day का बुखार छाया है...... जिसने चाहा उसने वैसा काम किया है , डांटे खाई सुनी कई बातें ,फिर भी दिल मुस्काया है देखो सब तरफ annual day का बुखार छाया है ........ मीटिंग में हर काम समझाया है, टीचर्स को प्रिंसिपल सर की बात समझ ना आया हैं😀 बदली तारीख दिन भी नया आया है हामिद सर को टेंशन का बुखार छाया है ..... बिखरी चीजें यहाँ-वहां, दौड़ दौड़ पैरों में सूजन आया है खत्म हुआ अब annual day तारिफें सुन दिल मुस्काया है...... उतरा जो बुखार annual dayका एग्जाम नजदीक अब आया है. ...... " annual day ka bukhar " #annualday#school#life#khushi#work#children
Sundaram V
Annual Day Celebration at Nehru kids academy school at Coimbatore ©Sundaram V Annual Day Celebration
Harshit Joshi
Happy Rath Yatra शक्ल याद कर ली थी मैंने सब की , क्योंकि वह आखिरी दिन था , रोकर ही शुरू किया था सफर रोकर ही करेंगे अंत । वह चेहरे कोई गोरा कोई काला तो कोई सांवला, कोई लंबा कोई छोटा रंग में भले ही सब अलग थे , कद में भले ही सब छोटे बड़े थे, पर दिल के साफ थे सब । कभी किसी से लड़े तो कभी किसी से झगड़े, पर आज जब गले लगे तो ऐसा लगा जैसे भाई हो सगे । वह अध्यापक की फटकार और उसमे छुपा प्यार , सब यादों में जीता ही रहेगा जीवन भर । सब को अलविदा कह चल पड़े अपने अपने घरों को , चल पड़े फिर आखिरी बार कंधों में डाले हाथ । आखरी बार फिर से चिल्लाए उन गलियों में , फिर किसी को सताया फिर लड़े थोड़ा सा , दिन गुजरते जाएंगे लोग भूलते जाएंगे। शक्ल याद कर ली थी मैंने, क्योंकि वह आखिरी दिन था स्कूल के सफर का । ©Harshit Joshi for last day of school