Find the Latest Status about उसे अच्छा नहीं लगता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, उसे अच्छा नहीं लगता.
Sanchit Uniyal
Sarita Shreyasi
वो भक से जल उठती है, धप्प से बुझ जाती है, क्यूँकि उसे अच्छा नहीं लगता, गीली लकड़ियों-सा सुलगते रहना, मिथ्या दंभ और टूटे स्वाभिमान, के कड़वे निवाले निगलते रहना। वह भक से जल उठती है, धप्प से बुझ जाती है, क्यूँकि उसे अच्छा नहीं लगता, गीली लकड़ियों-सा सुलगते रहना, मिथ्या दंभ और टूटे स्वाभिमान, के कड़वे
Gumnaam
आज तुम्हारी भी चांदनी उदास है क्या? रात में बातें करने के लिए जब कोई नहीं होता है पास ऐसे में चाँद से अच्छा दोस्त कौन हो सकता है मगर कभी-कभी उसको भी नींद आ जाती है। उसे उठाइए,
शिवानन्द
चांद! तुम सो रहे हो, तारों के चादर पर। दिल भी खो गया, किसी के मदहोश यादों पर। नींदों का अब नहीं होता असर, उनकी तस्वीर छा जाती है आंखों पर। बड़े अजीब हैं ये रिश्ते, बीन बताये आ जाते हैं दिल के दरवाजे पर। ~~शिवानन्द रात में बातें करने के लिए जब कोई नहीं होता है पास ऐसे में चाँद से अच्छा दोस्त कौन हो सकता है मगर कभी-कभी उसको भी नींद आ जाती है। उसे उठाइए,
Darshan Blon
ऐ चाँद! तुम सो रहे हो? अमावस छाया है देखो मेरे मन मे और तुम ख्वाबों मे खोए हुए हो! बेहद अकेला पड़ गया हूँ आज - समेटलो मुझे अपनी सीतल बाहों मे, भरलो मुझे अपनी ठंडी आहों मे, यूँ रूठकर मुझसे तुम मुह ना मोड़ो तन्हा हूँ मैं आज साथ ना छोड़ो खोलो ज़रा आँखें अपनी एक दफा तो देखो मुझे, हो जाता हूँ मैं मुक्त तकलीफोंसे छू लेती है जब तेरी चाँदनी मुझे!! रात में बातें करने के लिए जब कोई नहीं होता है पास ऐसे में चाँद से अच्छा दोस्त कौन हो सकता है मगर कभी-कभी उसको भी नींद आ जाती है। उसे उठाइए,
Juhi Grover
चाँद! तुम सो रहे हो... यों हमें तन्हा कर के मत जाओ, हम तो पहले ही तन्हा हो चुके, यों तन्हाई का अब दर्द न जगाओ, हमसफ़र नहीं अग़र बन सकते, कम से कम हमराज़ बन जाओ, यों मौत न अग़र मिल सके तो, ज़िन्दगी का बहाना ही बन जाओ। चाँद! तुम सो रहे हो... मेरी बेचैन साँसों का इज़हार करो, औरों की तरह मत हमें सताओ, जानता हूँ, मुझ से जुदा हो तुम, मेरे ख़्वाबों की वजह तो बन जाओ, मेरे दिल की चुभन को तो समझो, कुछ तो शीतल तुम कर ही जाओ, यों मौत न अग़र मिल सके तो, ज़िन्दगी का बहाना ही बन जाओ। रात में बातें करने के लिए जब कोई नहीं होता है पास ऐसे में चाँद से अच्छा दोस्त कौन हो सकता है मगर कभी-कभी उसको भी नींद आ जाती है। उसे उठाइए,
Rajnish Shrivastava
चाँद तुम सो रहे हो सपनो की दुनिया मे खो रहे हो तारो की भीड़ तुम्हे देख रही है चुपके से तुम्हारे कान उमेठ रही है उठो जागो रात होने को आई बन्द करो लेना अब तुम अंगडाई सूरज अपनी आभा समेटने आ गया पक्षियों का झुण्ड भी लेटने घर आ गया अब न करो देर झटपट जाग जाओ तारो की महफ़िल मे शीघ्र पहुँच जाओ रात में बातें करने के लिए जब कोई नहीं होता है पास ऐसे में चाँद से अच्छा दोस्त कौन हो सकता है मगर कभी-कभी उसको भी नींद आ जाती है। उसे उठाइए,