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Akash
😎😎😎🦅🦅🦅🦅🦅🦅🦅🦅🦅 ©Akash Ramji Mourya शायरी attitude Entrance examination Hinduism शायरी लव र Islam😎😎🔥🔥😈😈😈😈😈🔥
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White कहते हैं कि मुहब्बत में अक्सर लोग शायर बन जाते हैं तो शायरों को तो मुहब्बत होगी ही। पेश हैं कुछ चुनिंदा शेर जो मुहब्बत में डूबे शायरों ने कहे दिल धड़कने का सबब याद आया वो तिरी याद थी अब याद आया - नासिर काज़मी आख़री हिचकी तिरे ज़ानूँ पे आए मौत भी मैं शाइराना चाहता हूँ - क़तील शिफ़ाई विज्ञापन अगर तलाश करूँ कोई मिल ही जाएगा मगर तुम्हारी तरह कौन मुझ को चाहेगा - बशीर बद्र यारो कुछ तो ज़िक्र करो तुम उस की क़यामत बाँहों का वो जो सिमटते होंगे उन में वो तो मर जाते होंगे - जौन एलिया दिल में किसी के राह किए जा रहा हूँ मैं कितना हसीं गुनाह किए जा रहा हूँ मैं - जिगर मुरादाबादी लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से - जाँ निसार अख़्तर बेचैन इस क़दर था कि सोया न रात भर पलकों से लिख रहा था तिरा नाम चाँद पर - अज्ञात अभी आए अभी जाते हो जल्दी क्या है दम ले लो न छेड़ूँगा मैं जैसी चाहे तुम मुझ से क़सम ले लो - अमीर मीनाई एक चेहरा है जो आँखों में बसा रहता है इक तसव्वुर है जो तन्हा नहीं होने देता - जावेद नसीमी अपने जैसी कोई तस्वीर बनानी थी मुझे मिरे अंदर से सभी रंग तुम्हारे निकले - सालिम सलीम इलाज अपना कराते फिर रहे हो जाने किस किस से मोहब्बत कर के देखो ना मोहब्बत क्यूँ नहीं करते - फ़रहत एहसास तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे मैं एक शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे - क़ैसर-उल जाफ़री तुम फिर उसी अदा से अंगड़ाई ले के हँस दो आ जाएगा पलट कर गुज़रा हुआ ज़माना - शकील बदायुनी तुम्हारा नाम आया और हम तकने लगे रस्ता तुम्हारी याद आई और खिड़की खोल दी हम ने - मुनव्वर राना जहाँ में होने को ऐ दोस्त यूँ तो सब होगा तिरे लबों पे मिरे लब हों ऐसा कब होगा - शहरयार यूँ तिरी याद में दिन रात मगन रहता हूँ दिल धड़कना तिरे क़दमों की सदा लगता है - शहज़ाद अहमद दिल से उठता है सुब्ह-ओ-शाम धुआँ कोई रहता है इस मकाँ में अभी - अंजुम रूमानी क्यूँ मेरी तरह रातों को रहता है परेशाँ ऐ चाँद बता किस से तिरी आँख लड़ी है - साहिर लखनवी शाम ढले ये सोच के बैठे हम अपनी तस्वीर के पास सारी ग़ज़लें बैठी होंगी अपने अपने मीर के पास - साग़र आज़मी इस क़दर भी तो न जज़्बात पे क़ाबू रक्खो थक गए हो तो मिरे काँधे पे बाज़ू रक्खो - इफ़्तिख़ार नसीम 5 years ago 4 4 विज्ञापन विशेष Motivational Poetry: अशोक चक्रधर की कविता- ओ बिजली ! तूने सोचा यूं मर जाएगी तितली नोबेल विजेता कवि पाब्लो नेरूदा की कविता : ताकि तुम मुझे सुन सको रवींद्र जैन: कमजोर आंखों से दुनिया की गहराई को शिद्दत से देखना सोम ठाकुर के कविता पाठ ने काव्य को दी है अद्भुत तान... नवीन सागर: एक कवि के मन की सबसे गहरी व्यथा इस कविता में है Gulzar: गुलज़ार ने लिखा और जगजीत सिंह ने गाया 'ज़िंदगी क्या है जानने के लिए ज़िंदा रहना बहुत ज़रूरी है' आज के शीर्ष कविShow all Mugdha 3 कविताएं View Profile Suresh Kumar 205 कविताएं View Profile Updesh Kumar 9400 कविताएं View Profile अब्दुल अंसारी View Profile Priti Gautam 25 कविताएं View Profile सादिक खान View Profile अनिल चतुर्वेदी View Profile निलेश नागर View Profile इस्माईल खान View Profile Recommended ©Akash #sad_quotes दोस्ती शायरी शेरो शायरी शायरी लव शायरी शायरी ल❤️व❤️❤️❣️🌹🌹🌹🌹
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read moremiss_sharma
aap sabhi mere insta id and yaha bhi follow kar lo love you 😍 💋 😘 💖 ❤️ 💕 ©Prakash Panchariya लव कोट्स लव स्टेटस लव लव शायरी लव शायरियां
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read moreNikhil yadav
White my jaan sanaya ©Nikhil yadav लव स्टोरी लव स्टोरी लव लव शायरी शायरी लव
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read moreMayuri Bhosale
मनातील एक भाकर गं.... लहानपण कसे डोळ्यात भरलं गं आठवणींच जग मनात सरलं गं माझी माय मला त्यात दिसशी गं राना शेतात ती राबती गं एक भाकर खायला मिळती गं पण किती दिवसभर ती पळती गं भाकर दिसती आपणास एवढी गं त्या पाठीमागे कष्ट सारं खूप गं पहाटे उठून पीठ दळती गं मग मुलांसाठी भाकर माय करती गं भाकर करताना गाली हळूच हसती गं मनी विचार आला कसं हिला जमतं गं पीठ काटवटीत घेती गं गरम पाण्याचा चटका हाती सोसती गं मनी नाही कसली तिच्या भीती गं थापलेली भाकर जाते तव्यावर गं टम्म टम्म फुगू लागते भाकर गं टम्म फुगलेल्या भाकर मध्ये भरती मायेचा ओलावा गं अशी वेगळी भाकर मनात घर करून राहिली गं अशी भाकर नाही बघायला परत त्या मायेच्या स्पर्शाची गं जपून राहिल्या त्या आठवणी हृदयात गं ©Mayuri Bhosale मनातील एक भाकर ग
मनातील एक भाकर ग
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