Find the Latest Status about मरवण का भात भाग नंबर दो from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मरवण का भात भाग नंबर दो.
TARUN KUMAR VIMAL
आर्टिका - पृथ्वी का वह भाग जहाँ सब कुछ nature ही control करती है. ©TARUN KUMAR VIMAL #MountainPeak #आर्टिका - #पृथ्वी का वह भाग जहाँ सब कुछ #nature ही #control करती है. #earth #tarunkumarvimal #tarun_kumar_vimal life quotes
#MountainPeak #आर्टिका - #पृथ्वी का वह भाग जहाँ सब कुछ #Nature ही #Control करती है. #Earth #tarunkumarvimal #tarun_kumar_vimal life quotes
read more{**श्री राधा **}
Unsplash ये जिन्दगी भी कितनी छोटी होती हैं ना जैसे मुट्ठी में रेत....... 🥹🥹 ©{** राधा **} खूबसूरत दो लाइन शायरी
खूबसूरत दो लाइन शायरी
read moresweety
Unsplash छुपा कर इश्क़ की ख़ुशबू को रखा नहीं जाता.. नज़र उसको भी पढ़ लेती है जो लिखा नहीं जाता.. !! ©sweety खूबसूरत दो लाइन शायरी
खूबसूरत दो लाइन शायरी
read moreParasram Arora
Unsplash बहूत रात जागने के बावजूद. एक गहरी नींद मुझे मिली नहीं कितना बड़ा ये जहांन है फिर भी रहने के लिए दो गज़ ज़मीन मुझे मिली नहीं खुलकर रोने क़ी ख़्वाहिश थीं मेरी. पर रोने के लिए घर मेi खाली कोना मुझे मिला नहीं ©Parasram Arora दो गज़ जमीन
दो गज़ जमीन
read moreअदनासा-
भाग १ हिंदी राजा जनसेवक प्रजा जनता HeartfeltMessage विचार अदनासा आज का विचार हिंदी छोटे सुविचार
read moreनवनीत ठाकुर
"उठाओ जाम, बहा दो हर ग़म की याद, आज के पल में छुपा है हर सवेर का राज। हँसी में डूबा दो हर दर्द की बात, दिलों में फिर से बसा दो वो पुराना साथ, मयखाना खोल दो, मिले हैं यार दो साल बाद।" हर दिल से मिटा दो दूरी की साज़िश, महफ़िल को बना दो जन्नत की सौगात।" ©नवनीत ठाकुर "उठाओ जाम, बहा दो हर ग़म की याद, आज के पल में छुपा है हर सवेर का राज। हँसी में डूबा दो हर दर्द की बात, दिलों में फिर से बसा दो वो पुराना साथ
"उठाओ जाम, बहा दो हर ग़म की याद, आज के पल में छुपा है हर सवेर का राज। हँसी में डूबा दो हर दर्द की बात, दिलों में फिर से बसा दो वो पुराना साथ
read moreParasram Arora
White काफ़ी दिनों तक साथ साथ हम चलते रहे फिर एक दिन अलग हुए अब मुझे तलाश है उस जगह की जहा नदी के दोनों किनारे जा कर मिलते हो ©Parasram Arora दो किनारे
दो किनारे
read moreAnjali Jain
White हम कहीं भी नए स्थान पर जाते हैं नए लोगों से मिलते हैं तो हमारे मन में अजीब तरह की आशंकाएँ उठती रहती है कि वो जगह, वो लोग कैसे होंगे, हमें कैसा लगेगा, हमारे साथ कैसा व्यवहार किया जाएगा...?चाहे हम परिपक्व उम्र के ही क्यों न हो? ऐसे में जब छोटे- छोटे बच्चे नए-नए स्कूल में प्रवेश लेते हैं तब वे भी, उनके अभिभावक भी थोड़े डरे सहमे होते हैं नए वातावरण,पुराने बच्चों के प्रति, कि कैसा व्यवहार होगा उनका ?बच्चा सहज हो पाएगा..बैठ पाएगा...! ऐसे में उज्जवल भविष्य के सपने मन में संजोए, नए- नए किशोर,युवा,नए शहर,नए कॉलेज में प्रवेश लेते हैं तब उनकी, उनके अभिभावकों की मनःस्थिति कैसी होती होगी...कल्पना कर सकते है,क्योंकि ऐसी स्थिति से सभी दो-चार होते ही हैं!! ©Anjali Jain #love_shayari रैगिंग क्या...??भाग 1
#love_shayari रैगिंग क्या...??भाग 1
read moreVinod Mishra