Find the Latest Status about शमशान वासिनी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शमशान वासिनी.
Devesh Dixit
एक सा कफ़न देखा शमशान घाट पर जाकर मैंने, मुर्दों का ऐसा हाल देखा। अमीर - गरीब दोनों पर मैंने, पड़ा एक सा कफ़न देखा। वही विधि थी वही क्रिया थी, ऐसा मैंने अनुशासन देखा। भेद-भाव की जगह नहीं थी, ईश का ऐसा विधान देखा। पाँच तत्वों में विभक्त हो गये, उस काया को मिटते देखा। जो वे अपने तब कर्म बो गये, उन कर्मों पर भी रोते देखा। इस कलयुगी जीवन में यहाँ, लोगों को है बिखरते देखा। ऐसी नहीं कोई जगह जहाँ, उसको है मुस्कराते देखा। मौत के दर्शन तब पाकर उसका, जीवन से नाता टूटते देखा। क्या मतलब है अमीर गरीब का, अगर एक सा कफ़न देखा। ............................................ देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #एक_सा_कफ़न_देखा #nojotohindi #nojotohindipoetry एक सा कफ़न देखा शमशान घाट पर जाकर मैंने, मुर्दों का ऐसा हाल देखा। अमीर - गरीब दोनों पर मैं
#एक_सा_कफ़न_देखा #nojotohindi #nojotohindipoetry एक सा कफ़न देखा शमशान घाट पर जाकर मैंने, मुर्दों का ऐसा हाल देखा। अमीर - गरीब दोनों पर मैं #Poetry #sandiprohila
read moreK R SHAYER
White झूठे वादे कसमें, झूठे सब यार लगते है! न परिवार पर भरोसा, न सच्चे रिश्तेदार लगते है! ये खुदा अजीब मोड़ दिया तूने मेरी जिंदगानी मे ,, अब घर शमशान व सब रास्ते बेकार लगते है॥ 🤹🤹🤹🤹🤹🤹🤹🤹🤹🤹🤹🤹🤹🤹🤹 ✍️WRITER:-KAVI KR SHAYER TONK RAJSTHAN ✍️ ©K R SHAYER #घर शमशान और हर रास्ते बेकार लगते हैं जय श्री श्याम 13 KR khelta sana naaz Singer Kishan Kumar Urmeela Raikwar (parihar) Anshu writer muska
Rajni Kant Dixit
White शमशान एक सत्य है. दुनिया झूठ फरेब.. ©Rajni Kant Dixit #goodnightimages #EmotinalhindiQuotestatic #night_thoughts # शमशान एक सत्य है
#goodnightimages #EmotinalhindiQuotestatic #night_thoughts # शमशान एक सत्य है #शायरी
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
जयकरी छन्द :- आओ मिलकर कर ले योग । क्यों पालें जीवन में रोग ।। बतलाते थे घर के लोग । करके कसरत बनो निरोग ।। अब तो बस पढ़ने का काम । बन्द स्कूल में सब व्ययाम ।। आओ बैठो भज लो राम । किसे याद है प्राणायाम ।। सभी ओर दिखता संग्राम । चीख रही है जनता आम ।। कौन लिया सिंहासन थाम । कौन चुगे अब गुठली आम ।। इस जीवन में सत्य अनेक । कष्ट मगर सहता है एक ।। कविवर लेते सुंदर टेक । फिर भी बोले गीत न नेक ।। बने भवन है आलीशान । लेकिन उनके हृदय विरान ।। रोटी कपड़ा ओर मकान । करते-करते मरा किसान ।। बेटा करता मदिरा पान । बहू चाहिए गऊ समान ।। बिगड़ गये घर के सुर ताल । बड़े घरो की यह है चाल ।। देख ले ऊँचा खानदान । तब ही करना कन्यादान । दिया बहुत जिनको सम्मान । बेटी भेज दिया शमशान ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR जयकरी छन्द :- आओ मिलकर कर ले योग । क्यों पालें जीवन में रोग ।। बतलाते थे घर के लोग । करके कसरत बनो निरोग ।। अब तो बस पढ़ने का काम । बन्द स्क
जयकरी छन्द :- आओ मिलकर कर ले योग । क्यों पालें जीवन में रोग ।। बतलाते थे घर के लोग । करके कसरत बनो निरोग ।। अब तो बस पढ़ने का काम । बन्द स्क #कविता
read moreSk
White जीवन में पैसा नहीं व्यवहार कमाओ क्योंकि, शमशान में ४ करोड़ नहीं ४ लोग छोड़ने आएंगे. ©Sk जीवन में पैसा नहीं व्यवहार कमाओ क्योंकि, शमशान में ४ करोड़ नहीं ४ लोग छोड़ने आएंगे.
जीवन में पैसा नहीं व्यवहार कमाओ क्योंकि, शमशान में ४ करोड़ नहीं ४ लोग छोड़ने आएंगे. #Motivational
read moreMukesh Poonia
White कभी अकेले चलने का मन हो तो डरना नहीं जनाब क्योंकि समस्या, शमशान, शिखर और सिंहासन पर इंसान अकेला ही होता है। . ©Mukesh Poonia #sunset_time कभी अकेले चलने का मन हो तो #डरना नहीं जनाब क्योंकि #समस्या, #शमशान, #शिखर और #सिंहासन पर #इंसान अकेला ही होता है।
writer_Suraj Pandit
White शमशान घाट पर लिखा था .... मंज़िल तो तेरी यही थी बंदे , उम्र गुजर गई आते-आते । क्या पाया इस दुनिया में , अपनों ने ही जला दिया जाते-जाते । ©writer_Suraj Pandit #lonely_quotes शमशान घाट m raj. g Brajraj Singh Lovely rasmi sana naaz
#lonely_quotes शमशान घाट m raj. g Brajraj Singh Lovely rasmi sana naaz
read moreDevesh Dixit
किवाड़ों से झाँकती रौशनी एक जगह थी जो सुनसान, दिखा वहीं पर घर अनजान। घर के आगे खुला इलाका, दिखता था पूरा शमशान। यहाँ सन्नाटा सब ओर था, घर पर नहीं कोई और था। किवाड़ों से झाँकती रौशनी, जिसका नहीं कोई छोर था। धूल - मिट्टी से भरा हुआ था, जालों का भण्डार लगा था। टूटते से किवाड़ थे उसके, कबूतरों का वो घर बना था। फर फर कर उसमें मंडराते, वो गुटर गूँ से शोर मचाते। खाने को नहीं मिले वहाँ कुछ, भोजन लाने को उड़ जाते। कर जतन भोजन को लाते, बड़े मगन से फिर वो खाते। हो जाता जब घर में अँधेरा, बेखौफ हो कर वो सो जाते। क्या आगे मैं हाल बताऊँ, वीराने का दृश्य दिखाऊँ। जाता नहीं कोई वहाँ पर, यही तुमको मैं समझाऊँ। ............................................. देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #किवाड़ों_से_झाँकती_रौशनी #nojotohindi #nojotohindipoetry किवाड़ों से झाँकती रौशनी एक जगह थी जो सुनसान, दिखा वहीं पर घर अनजान। घर के आगे खु
#किवाड़ों_से_झाँकती_रौशनी #nojotohindi #nojotohindipoetry किवाड़ों से झाँकती रौशनी एक जगह थी जो सुनसान, दिखा वहीं पर घर अनजान। घर के आगे खु #Poetry #sandiprohila
read more