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VEER NIRVEL
मनपसंद शख्स से गले लग जाना , दर्द से छुटकारा पाने के लिए काफी है... #Veer_Ki_Shayari ©VEER NIRVEL मनपसंद शख्स से गले लग जाना , दर्द से छुटकारा पाने के लिए काफी है...❤️🌻
मनपसंद शख्स से गले लग जाना , दर्द से छुटकारा पाने के लिए काफी है...❤️🌻
read moreMatangi Upadhyay( चिंका )
तुम्हे छुना और तुम्हे गले से लगाना कई बार यह romance के लिए नहीं बल्कि तुम्हारे साथ भावनाओं और एहसासों को जीने के लिए होता है तुम्हे छूने के लिए कई बार बहुत तरस जाते है तुम्हारे करीब आने के लिए बेताब हो जाते है उस वक्त सिर्फ एक कसक मन मे होती है की तुम आओ और मुझे अपनी बांहों में भर लो..! ©Matangi Upadhyay( चिंका ) तुम्हें छूना और गले से लगाना 🥰 #matangiupadhyay #Nojoto #Love #Life #feelings
तुम्हें छूना और गले से लगाना 🥰 #matangiupadhyay Love Life #feelings
read moreF M POETRY
Unsplash लोगो को लग रहा है मैं ज्ञान पढ़ रहा हुँ.. गुज़रे हुए दिनों कि दास्तान पढ़ रहा हुँ.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #लोगों को लग रहा है....
#लोगों को लग रहा है....
read moreDrjagriti
तुमको तो हर हक दिया था मैंने तुम क्या गए, हम दोनों को तन्हा कर गए ©Drjagriti #तन्हाई
SANIR SINGNORI
पहले, एक बात पर दिल लग जाता है, फ़िर एक बात, दिल पर लग जाती है 'सानिर' 🥀💗 . ©SANIR SINGNORI पहले, एक बात पर दिल लग जाता है, सानिर फ़िर एक बात, दिल पर लग जाती है
पहले, एक बात पर दिल लग जाता है, सानिर फ़िर एक बात, दिल पर लग जाती है
read moreAvinash Jha
White तन्हाई के साये गहरे होते हैं, खुद से मुलाकात के पहरे होते हैं। चुपचाप कह जाती है ये दास्तां, जो लफ्ज़ों में कभी ना कहे होते हैं। ©Avinash Jha #तन्हाई
Anuj Ray
White तन्हाई" बर्बाद आरज़ू में तेरी ज़िन्दगी मेरी, तुम्हें पता नहीं है कब से तन्हाइयों में जी रहे हैं। तेरी तस्वीर लगाकर अपने सीने से, ख्यालों में रात दिन, तेरे लबों से जाम पी रहे हैं। ©Anuj Ray # तन्हाई"
# तन्हाई"
read moreआगाज़
White *तन्हाई का सफ़र* चुप है रात, सन्नाटा गहरा, दिल की गली में है एक पहरा। चाँद भी थका-थका सा दिखता, तन्हाई का मौसम बस यही कहता। खुद से बातें, खुद से शिकवे, खुद ही अपने दिल के करीब। हर सांस जैसे कोई कहानी, पर सुनने वाला नहीं कोई सजीव। रंग थे कभी, अब सब फीके, खुशियों के दिन हुए पुरानी किताब के। पर यह तन्हाई भी सिखाती है, दिल की आवाज़ सुनने की राह दिखाती है। चल अकेला, संग तेरे है साया, तू ही है अपना, और तू ही पराया। ये खामोशी भी इक गीत है, हर दर्द के पीछे नई प्रीत है। तोड़ तन्हाई की दीवारें, खोल खिड़की नए उजालों की। हर अंधेरा कभी रौशन होगा, बस उम्मीद रख, इस जालों की। ✍️ ©आगाज़ #तन्हाई
हिमांशु Kulshreshtha
White ए जिन्दगी कुछ कदम तो और चल मुझे सुकून के चंद पलों का इंतजार है ©हिमांशु Kulshreshtha ए जिंदगी...
ए जिंदगी...
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