Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पलका में बंद करके रखो Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पलका में बंद करके रखो from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पलका में बंद करके रखो.

Stories related to पलका में बंद करके रखो

Kiran Chaudhary

एक एक करके सब छोड़ गए मुझे..

read more
green-leaves एक एक करके सब छोड़ गए मुझे,
और,
मैंने भी अब खुदको अकेला कर दिया।।

©Kiran Chaudhary एक एक करके सब छोड़ गए मुझे..

Akshita Gautam

सिर्फ नीयत साफ रखो हर गलती माफ होगी।

read more

usFAUJI

गाली बंद करों - एक अनौखी पहल #गाली_बंद_करों

read more

Nurul Shabd

#खुद #को #कमजोर समझना बंद करो #Motivation

read more

Uttam Bajpai

फनी शायरी जोक्समोहब्बत का तलबगार रखो।

read more

Asheesh Mishra

ईश्वर पे विश्वास रखो #राम #कृष्णा #गुरु #सद्भावना

read more

F M POETRY

#मेरे दिल को तबाह करके गये...

read more
White मेरी चाहत से आह करके गये..

मेरे दिल को तबाह करके गये..


यूसुफ़ आर खान...

©F M POETRY #मेरे दिल को तबाह करके गये...

नवनीत ठाकुर

जीत की तैयारी रखो

read more
महफिल में बैठो फक्त,
दोस्त के भेष में रकीब की भी जानकारी रखो।
मंजिल की तैयारी अधूरी न हो कभी,
हार को जीत में बदलने की कलाकारी रखो।
हुनर हो हाथों में न कोई,
खालिस कुछ कर गुजरने की खुमारी रखो।
बात करना किसीसे छोड़ें नहीं,
जो अल्फ़ाज़ असर छोड़ जाए, वो समझदारी रखो।
लफ्ज़ निकले तो वो शेर सा चमके,
शायरी में अपने दिल की अदाकारी रखो।
शायरी हो या हो कोई फिक्र-ओ-जुनून,
उसमें अपनी असल अदाकारी रखो।
कभी न भूलो अपनी राहों का इरादा,
मंजिल जो भी हो नज़र शिकारी रखो।
सपनों में रंग हो या हकीकत में कोई वीरानी,
अपने हौसलों में जीत की सवारी रखो।
जो भी करना है, वो पक्की उम्मीद की खुद्दारी रखो।

©नवनीत ठाकुर जीत की तैयारी रखो

नवनीत ठाकुर

#मुहब्बत अपनी जारी रखो

read more
जिन्दगी के उतार-चढ़ाव में नीयत कहीं डोल न जाए,
बावजूद इसके कीमत अपनी भारी रखो।
जमाने भर की नफ़रतों के बावजूद,
मोहब्बत यूं ही जारी रखो।

तुमसे बढ़कर कोई नहीं है इस जहाँ में,
इसलिए खुद को सबसे खास जारी रखो।

अच्छाई के रास्ते पर चलते रहो हर दम,
हर उलझन के बावजूद नेकियां जारी रखो।

रुख हवा का हो या दुनिया बदल जाए,
अपने दिल की आवाज़ भारी रखो।
सफेद कपड़ों पर दाग लग न जाए,
तबियत अपनी साफ रखो।

दब जाना नहीं ऊंची आवाज़ के तले,
अलग अपनी एक पहचान रखो।

आ जाएं किसी के भी काम,
राहत हमेशा सरकारी रखो।

बुरा वक्त आए न किसी का,
हाथ बढ़ाने में सरदारी रखो।
दूसरों के दुःख-सुख में भागीदार बनो,
अपने दिल में इंसानियत की सवारी रखो।

©नवनीत ठाकुर #मुहब्बत अपनी जारी रखो

Nurul Shabd

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile