Nojoto: Largest Storytelling Platform

New क्रोध Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about क्रोध from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, क्रोध.

    LatestPopularVideo

N S Yadav GoldMine

#good_night {Bolo Ji Radhey Radhey} काम रावण, क्रोध रावण, मोह रावण, आचरण व व्यवहार रावण का, व्यक्ति के अंदर रहने वाले इस रावण को, भगवान श #मोटिवेशनल

read more
White {Bolo Ji Radhey Radhey}
काम रावण, क्रोध रावण, मोह 
रावण, आचरण व व्यवहार 
रावण का, व्यक्ति के अंदर रहने 
वाले इस रावण को, भगवान श्री राम
का मन से चितन करते हुए, धर्म के
आचरण करने से अपने अंदर के
रावण को मारने का प्रयास करो।।

©N S Yadav GoldMine #good_night {Bolo Ji Radhey Radhey}
काम रावण, क्रोध रावण, मोह 
रावण, आचरण व व्यवहार 
रावण का, व्यक्ति के अंदर रहने 
वाले इस रावण को, भगवान श

N S Yadav GoldMine

#Sad_Status {Bolo Ji Radhey Radhey} क्रोध में मनुष्य अपने मन की बात तो कहता नहीं, दुसरे के दिल को दुखाना चाहता है, यही उसके दुख का कारन बन #मोटिवेशनल

read more
White {Bolo Ji Radhey Radhey}
क्रोध में मनुष्य अपने मन की बात
तो कहता नहीं, दुसरे के दिल को 
दुखाना चाहता है, यही उसके 
दुख का कारन बनता है !! 
जय श्री राधेकृष्ण जी।

©N S Yadav GoldMine #Sad_Status {Bolo Ji Radhey Radhey}
क्रोध में मनुष्य अपने मन की बात
तो कहता नहीं, दुसरे के दिल को 
दुखाना चाहता है, यही उसके 
दुख का कारन बन

person

इस कलयुग में मनुष्य ही असुर हैं और आसुरी भी मन के भाव और भावनाएं दूषित हो तो नकारात्मक सोच और विकार ग्रसित कर देती हैं मन के विकार मनके #Motivational

read more
इस कलयुग में 
मनुष्य ही 
असुर हैं और आसुरी भी
मन के भाव और भावनाएं दूषित हो 
तो नकारात्मक सोच 
और विकार ग्रसित कर देती हैं 
मन के विकार मनके छह प्रकार के विकार उत्पन्न होते है। इनको छह रीपु भी कहते है। यथा काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, मात्सर्य 
स्वार्थ , ईर्ष्या , क्रोध , अहंकार , घमंड, अभिमान , गुस्सा ,
लालची स्वभाव ,
नास्तिक व्यवहार ,
असत्य ,झूठ ,
अपशब्द , दुष्टता,
यह सब नरक  के द्वार खोलते हैं 
और इन्हीं सबसे मनुष्य की पतन होती हैं

©person इस कलयुग में 
मनुष्य ही 
असुर हैं और आसुरी भी
मन के भाव और भावनाएं दूषित हो 
तो नकारात्मक सोच 
और विकार ग्रसित कर देती हैं 
मन के विकार मनके

person

पांच तरह के विकार होते हैं काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार क्रोध, लोभ, मोह, मिथ्या भाषण यह सब अवगुण हैं अवगुण और अहंकार, घमंड, लालची स्वभाव , #Motivational

read more
गीता में, श्रीकृष्ण अर्जुन को अपनी ब्रह्मविद्या द्वारा जीवन के मार्ग के बारे में बोध करते हैं। काम (लोभ), क्रोध और लोभ को तीनों नरक द्वार कहा गया है। इन तीनों गुणों के द्वारा मनुष्य को अनिष्ट का अनुभव होता है और यह उसे सांसारिक बन्धनों में फंसा देते हैं। 

पांच तरह के विकार होते हैं काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार।

क्रोध, लोभ, मोह, मिथ्या भाषण यह सब अवगुण हैं

©person पांच तरह के विकार होते हैं काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार
क्रोध, लोभ, मोह, मिथ्या भाषण यह सब अवगुण हैं 
अवगुण और अहंकार, घमंड, लालची स्वभाव ,

Kavi Himanshu Pandey

क्रोधाग्नि, विष #beingoriginal Hindi #Poetry #nojotohindi

read more

SONA DEVI

#love_shayari #love_shayari #लव #शायरी #कविता #viral Love #कॉमेडी बाखबर का संदेश। यदि हलाल करने का शौक है तो अपने काम, क्रोध, लोभ, मोह, अह #भक्ति #SaintRampalJi #AlKabir_Islamic

read more

बेजुबान शायर shivkumar

एक बार #महोब्बत करके देखो क्या होता है #क्रोध तो करके आप खुद देख चुके होंगे #SAD #sad_feeling #sad_emotional_shayries #sadShayari #SAD #शायरी #sadfeeling

read more
एक बार महोब्बत करके देखो क्या होता है 
क्रोध तो करके आप खुद देख चुके होंगे

©बेजुबान शायर shivkumar एक बार #महोब्बत  करके देखो क्या होता है 
#क्रोध  तो करके आप खुद देख चुके होंगे


#SAD #sad_feeling #sad_emotional_shayries #SADshayari #SAD

Gautom Mitra

क्रोध का शोर भले ही तेज हो, शांति का प्रकाश हमेशा टिकता है Motivational #

read more

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- धरा को फिर नई दुल्हन बनाने मेघ आये हैं । दफ़्न जो बीज थे अंदर  उगाने मेघ आये हैं ।। खुशी से झूमता हलधर मुरादें हो गई पूरी । फसल को आज #शायरी

read more
White ग़ज़ल :-
धरा को फिर नई दुल्हन बनाने मेघ आये हैं ।
दफ़्न जो बीज थे अंदर  उगाने मेघ आये हैं ।।

खुशी से झूमता हलधर मुरादें हो गई पूरी ।
फसल को आज मेरी जो हँसाने मेघ आये हैं ।।

किसानों के हमीं साथी बने संसार में देखो ।
यही तो बात है जो अब जताने मेघ आये हैं ।।

कहीं सूखा कहीं गीला प्रकृति के प्रेम पर निर्भर ।
बनाओ मत हमें बैरी बताने मेघ आये हैं ।।

तपन से सूर्य की देखो धरा जब भी हुई प्यासी ।
सुना है प्यास को उसकी बुझाने मेघ आये हैं ।।

भले इंसान थे कल तक मगर शैतान हैं अब तो ।
उन्हें इंसान अब फिर से बनाने मेघ आये हैं ।।

वरुण जी भी हुए क्रोधित तुम्हारी आज हरकत से ।
सँभल जाओ प्रखर अब तुम सिखाने मेघ आये हैं ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :-
धरा को फिर नई दुल्हन बनाने मेघ आये हैं ।
दफ़्न जो बीज थे अंदर  उगाने मेघ आये हैं ।।

खुशी से झूमता हलधर मुरादें हो गई पूरी ।
फसल को आज

Kulvant Kumar

"क्रोध हमेशा झूट पर यकीन करता है" #Motivational

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile