Find the Latest Status about पोखरण from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पोखरण.
Rameshwer Meghwal
वह अटल अजातशत्रु वह राजनीति का वैभव जा रहा है हवाओं रास्ता दो मेरा भारत रत्न मेरा जननायक जा रहा है वो जब बोलता था तब लोग मंत्रमुग्ध होकर सु
Avinash ke 'अल्फ़ाज'
भाषण देते, आश्वासन देते, कुशासन देते नेता जी. चुनावों में वादे भी करते, और फिर भूल भी जाते नेता जी. मुद्दों की कभी बात न करते, बस बयानबाजी करते नेता जी. हिन्दू-मुस्लिम में फर्क दिखाकर, आपस में लड़वाते नेता जी. धर्म की उनको तनिक फिकर न, पर दिखलाते नेता जी. मन्दिर, मस्जिद और गुरुद्वारे में हमें उलझाते नेता जी. (Read full poem in #Caption ) **** नेता जी !!! **** भाषण देते, आश्वासन देते, कुशासन देते नेता जी. चुनावों में वादे भी करते, और फिर भूल भी जाते नेता जी. मुद्दों की कभी
talvindra_writes
"अटल बिहारी वाजपेयी" एक गीत नया मैं गाता हूँ, सच्ची दास्तां सुनाता हूँ । न छुपा सका जिसे अँधेरा, न जला सका सूरज कभी उस अखंड महापुरुष की गाथा आज तुम्हें सुनाता हूँ । किए कई बेनक़ाब चेहरे, ख़त्म किए तिलिस्म के मेले, सच ही की राह पर चला वो, चाहे चलना पड़ा अकेले । कई आए और कई गए मगर उसके जैसा हुआ न कोई ख़ूब मंडराए ग़मों के बादल उस पर, ना वो रुका क़भी । आई थी तब कई पार्टिया, उसका साम्राज्य गिराने को मग़र न कभी कोई छू पाया, न कोई गिरा पाया उसको । एक ख़्वाब संजोकर कूट राजनीति को मिटाया उसने, देकर अटूट छाप, छोड़ गया पीछे पदचिन्हों को अपने । न भुलाया कभी अपनी जननी की मातृभाषा को उसने, हिन्दू-राष्ट्र-संघ में हिन्दी को एक नई दिशा दिखाई उसने । बताई कुछ इस तरह हमें ताक़त वतन-ए-हिंदुस्तान की, इतिहास में अमर कराई, कहानी पोखरण अभियान की । @talvindra_writes "अटल बिहारी वाजपेयी" एक गीत नया मैं गाता हूँ, सच्ची दास्तां सुनाता हूँ । न छुपा सका जिसे अँधेरा, न जला सका सूरज कभी उस अखंड महापुरुष की गा
xyz
.... //अटल// °°°°°°°° जिनका व्यक्तित्व था अचल, थे धैर्यवान कभी हुए न विकल, दृढ़-निश्चयी थे गुणों में शक्तिमान, दिया सभी मुश्क़िलों को कुचल, अपार मे
talvindra_writes
स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी को मेरी तरफ़ से समर्पित ये कविता... आप एक बार इस कविता को ज़रूर पढ़िएगा.... 💫 एक गीत नया मैं गाता हूँ 💫 एक गीत नया मैं गाता हूँ, एक सच्ची दास्तां सुनाता हूँ । ना छुपा सका अँधेरा, ना जला सका सूरज क़भी, मैं उस
Divyanshu Pathak
सद्भाव का क़लाम पढ़ाकर चलागया वो ऐसी इक शम्मा जलाकर चलागया ज्ञान और विज्ञानं का वो रुपहला पन्ना मेरे देश को वरदान दिला कर चलागया सादर नमन आपको ( कैप्शन देखें ) #15 अक्टूबर ए पी जे अब्दुल कलाम जयंती # #yqdidi #yqbaba#अब्दुल कलाम#yqtales#yqlife #yqsahitya #YourQuoteAndMine Collaborating with Quseem Fa