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Stories related to 20वीं सदी

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर इक सदी तक तो तमन्ना का सफ़र चलता रहा ओ नवनीत, फिर मुक़द्दर ने लिखी आख़िरी निशानी अपनी। ख़्वाब टूटे तो लगा जाग उठी है दुनिया, व

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इक सदी तक तो तमन्ना का सफ़र चलता रहा ओ नवनीत,
फिर मुक़द्दर ने लिखी आख़िरी निशानी अपनी।

ख़्वाब टूटे तो लगा जाग उठी है दुनिया,
वरना हर नींद में थी सोई कहानी अपनी।

चाहतें छोड़ के कुछ दर्द समेटे हमने,
ये अमानत भी तो थी जान से प्यारी अपनी।

कौन समझेगा ये अफ़साना-ए-ग़म का मंज़र,
जब भी रोए हैं तो बस याद थी जवानी अपनी।

जिनसे उम्मीद थी वो दूर नज़र आए हमें,
छोड़ बैठे हैं वही राहगुज़ारी अपनी।

हमने चाहा था जिसे, उसने भुला डाला हमें,
और दुनिया से छुपा ली नज़्म सारी अपनी।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
इक सदी तक तो तमन्ना का सफ़र चलता रहा ओ नवनीत,
फिर मुक़द्दर ने लिखी आख़िरी निशानी अपनी।

ख़्वाब टूटे तो लगा जाग उठी है दुनिया,
व

theABHAYSINGH_BIPIN

#sad_quotes अपनी गलती माने कौन, अपनी बहाने माने कौन। बैठे हैं सभी शराफ़त ओढ़े, ओढ़ी शराफ़त माने कौन। कहने को हैं कितनी बातें,

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White अपनी गलती माने कौन,
अपनी बहाने माने कौन।
बैठे हैं सभी शराफ़त ओढ़े,
ओढ़ी शराफ़त माने कौन।

कहने को हैं कितनी बातें,
मेरे बिना मुझको समझाए कौन।
समझ से परे हैं दुनिया की बातें,
ये दुनियादारी सिखाए कौन।

कुछ दिन से यार बना है जाम मेरा,
सरे बाज़ार दुःख को बताए कौन।
एक सदी लुटाई संवारने में ख़ुद को,
आशियाने में खुद को लुटाए कौन।

अपनी तो कटी है फकीरी में उम्र,
चंद घड़ी दिखावे की दिखाए कौन।

©theABHAYSINGH_BIPIN #sad_quotes 

अपनी गलती माने कौन,
अपनी बहाने माने कौन।
बैठे हैं सभी शराफ़त ओढ़े,
ओढ़ी शराफ़त माने कौन।

कहने को हैं कितनी बातें,

Bharat Bhushan pathak

poetry hindi poetry hindi poetry on life poetry in hindi इस छंद में विशेष :-5वीं,8वीं 17वीं व 20वीं मात्रा लघु।

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दिग्पाल (या मृदुगति) छंद 
मापनी- 221 2122 221 2122 
लगावली- गागाल गालगागा गागाल गालगागा 
छंदाधारित फिल्मी गाने- 
1) छोडो न/ मेरा’ आँचल/, सब लोग/ क्या कहेंगे 
2) सारे ज/हाँ से’ अच्छा/ हिन्दोस/तां हमारा 


मानो अभी यहाँ जो बातें तुम्हें बताऊं।
संस्कार इस जगत में पूजित हुआ सुनाऊं।।
पशुवत हुआ मनुज जो संस्कारहीन होता।
सोचें भला जगत जो वह प्रेमनीर सोता।।

©Bharat Bhushan pathak  poetry hindi poetry hindi poetry on life poetry in hindi
इस छंद में विशेष
:-5वीं,8वीं 17वीं व 20वीं मात्रा लघु।
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