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DANVEER SINGH DUNIYA
मैंने देखा है स्टैंड और स्टेशनों पर ठंड और भूख से तड़पते मासूम से नैत्र जल भरे चेहरों को। मैं व्याकुल सा हो गया था जैसे देखा झूठे गिलास पत्तरो को ऐसे पी चाट रहे थे वे जैसे 56 प्रकार के व्यंजनों को अरदास कर रहे थे भगवान से हाथ फैला कर मांग रहे थे इंसान से कुछ न मिला हाथ तक जोड़ा। इनके लिए आराम तक छोड़ा ©DANVEER SINGH DUNIYA मेरी गरीबी है साहेब
Mahesh Yogi
गलती उनकी नहीं कसूरवार मेरी गरीबी थी दोस्तों....!! हम ही अपनी औकात भूलकर बड़े लोगों से दिल लगा बैठे...!! गलती उनकी नहीं कसूरवार मेरी गरीबी थी दोस्तों....!! हम ही अपनी औकात भूलकर बड़े लोगों से दिल लगा बैठे...!!
Shivam Dubey (cocki)
#Shivam_dubey_cocki बचपन मेरा मेरी गरीबी खा गयी जबानी मेरी जिम्मेदारी खा गयी जो बची मेरी जिन्दगी बो तेरी झूठी कसमे खा गयी ©Shivam Dubey (cocki) #Shivam_dubey_cocki बचपन मेरा मेरी गरीबी खा गयी जबानी मेरी जिम्मेदारी खा गयी जो बची मेरी जिन्दगी बो तेरी झूठी कसमे खा गयी
Mohammad Ibraheem Sultan Mirza
उसके जाने की वजह मेरी गरीबी ठहरी, उसकी ख्वाहिश थी उसे कोई ज़मींदार मिले, ___________________________ मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा,, उसके जाने की वजह मेरी गरीबी ठहरी उसकी ख्वाहिश थी उसे कोई ज़मींदार मिले
Kuldeep KumarAUE
बड़ा मुश्किल है इन लोगों की नजरों से बचना क्योंकि, यह लोग कभी भी मेरी गरीबी का मजाक उड़ा कर चले जाते हैं ©Kuldeep KumarAUE बड़ा मुश्किल है इन लोगों की नजरों से बचना क्योंकि, यह लोग कभी भी मेरी गरीबी का मजाक उड़ा कर चले जाते हैं #darkness #kuldeepkumaraue #mind
Nishant Khurpal 'Kabil'
shivam tripathi
ना जाने कैसी बड़ी चाह है उसको मुझसे अपनी अमीरी से वो मेरी गरीबी खींचता है
Akib Javed
ईमान बेचूं ये मुझे मंजूर नहीं, खुद्दारी की मेरी गरीबी अच्छी है। ایمان بیچو یہ مجھے منظور نہیں، خودداری کی میری غریبی اچھی ہے۔ ©Akib Javed #standout ईमान बेचूं ये मुझे मंजूर नहीं, खुद्दारी की मेरी गरीबी अच्छी है। ایمان بیچو یہ مجھے منظور نہیں، خودداری کی میری غریبی اچھی
GauRav
तेरे इश्क़ के चढ़ाव का उतार आ गया।। इतना रोए के हुनर पे निखार आ गया।। मेरी गरीबी देख कर जो मुझे छोड़ गया था कभी।। आज मेरी शौहरत देख कर उसे बुखार आ गया।। तेरे इश्क़ के चढ़ाव का उतार आ गया।। इतना रोए के हुनर पे निखार आ गया।। मेरी गरीबी देख कर जो मुझे छोड़ गया था कभी।। आज मेरी शौहरत देख कर उसे बुखा