Find the Latest Status about वंदिता पारायण from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, वंदिता पारायण.
Mänish Kümär
ऐ इंसान दूसरो की मदद करना सिख, हो सकता है कि तु उसकी मदद करगा। एक दिन वह तेरी मदद के लिए, पुरी दुनिया से लड़ जाए। आप सभी को अक्षय तृतीया की हार्दिक शुभकामनाएँ। अक्षय तृतीया का पर्व हिन्दू पंचांग के अनुसार बैसाख महीने की शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता
sk
खुश रहो, चारो ओर खुशियों फैलाओ, धैर्य रखो सब अच्छा होगा, घर में हो पूजा करो सब के जीवन के लिए प्रार्थनाएं करो... खुशी खुशी अक्षय तृतीया का त्यौहार मनाओ। आप सभी को अक्षय तृतीया की हार्दिक शुभकामनाएँ। अक्षय तृतीया का पर्व हिन्दू पंचांग के अनुसार बैसाख महीने की शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता
Author Munesh sharma 'Nirjhara'
अक्षय-तृतीया के दिन सकल मनोरथ पूर्ण होगा जो फैली है बीमारी और हिंसा जड़ से निश्चय ही इसका क्षय होगा..! 🌹 आप सभी को अक्षय तृतीया की हार्दिक शुभकामनाएँ। अक्षय तृतीया का पर्व हिन्दू पंचांग के अनुसार बैसाख महीने की शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता
Deepali Nath
दिल से दिल की बात करो खुशी मिलेगी आत्मा की गहराई तक जाओ शांति मिलेगी असहाय की सहायता करो पुण्य मिलेगा अच्छा करोगे तो अच्छा पाओगे दुख में भी संयम रखो कीर्ती मिलेगी शुभ करो,शुभ होगा मेहनत करो,पुण्य फल मिलेगा आप सभी को अक्षय तृतीया की हार्दिक शुभकामनाएँ। अक्षय तृतीया का पर्व हिन्दू पंचांग के अनुसार बैसाख महीने की शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता
Ekta Gour
सुख का घडा भरेगा तो दुःख का घडा खाली होगा आप सभी को अक्षय तृतीया की हार्दिक शुभकामनाएँ। अक्षय तृतीया का पर्व हिन्दू पंचांग के अनुसार बैसाख महीने की शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता
Kumar Deprive
शुभ करो शुभ होगा अगर दिल तेरा सच्चा हो तो तेरी हर दुआ कबूल होगा आप सभी को अक्षय तृतीया की हार्दिक शुभकामनाएँ। अक्षय तृतीया का पर्व हिन्दू पंचांग के अनुसार बैसाख महीने की शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता
भाग्य श्री बैरागी
भुजंग श्रेष्ठ, सहस्त्र मुखधारी, शेष मखमल शैया, नील ही वर्ण नील नेत्र वाले नारायण जगत खेवैया। शंख चक्र गदा लक्ष्मी और सागरधारी धर्म पारायण, नित ही प्रणाम तुम्हें, अब विष्णु रूप धरो नारायण। सृष्टि संचालक सृष्टि रचयिता हर-हर हरि के साथी हैं, मन का संशय मिटाने को नारायण बनते सारथी हैं राम,कृष्ण विष्णु हैं, सर्व व्याप्त विष्णु ही नारायण, त्राहिमाम् हूॅं जग से, अब विष्णु रूप धरो नारायण। जब प्रहलाद की होलिका में दहन की बारी थी, श्री नारायणा तुम्हारी नरसिंह बनने की तैयारी थी। जग में तमस जो व्याप्त है, उसे करदो सूर्य उत्तरायण, विपदा हर लो मेरी भी, अब विष्णु रूप धरो नारायण। पत्थर में भी प्राण धरो, हे! विष्णु द्रौपदी का वस्त्र हो, निर्वस्त्र की भिक्षा माॅंगो तुम, मातृत्व जैसा अस्त्र हो। तेरी माया का अंत न पाऊॅं,तुम ही तुम हो हरिनारायण, भक्त रूप में अपना लो, अब विष्णु रूप धरो नारायण। भस्मासुर सा असुर बनाते,और भस्म भी तुम करते हो, महादेव के ब्याह में, दोनो पक्ष से ही तो तुम सजते हो। नारद के मुख पर जमे हुए हो कई कालों से नारायण, कलयुग आया चरम पर, अब विष्णु रूप धरो नारायण। Day 14 भुजंग श्रेष्ठ, सहस्त्र मुखधारी, शेष मखमल शैया, नील ही वर्ण नील नेत्र वाले नारायण जगत खेवैया। शंख चक्र गदा लक्ष्मी और सागरधारी धर्
Nir@j
अब मलाल को हलाल करने का वक़्त है। अपने जौहर से कमाल करने का वक़्त है। जिसके याद में अपने आप को तपाये हो, उसके गैरमौजूदगी में ख़ुद को बेमिसाल करने का वक़्त है। 🖤 #ros #YourQuoteAndMine Collaborating with Roli Abhilasha Collaborating with vandita Mishra समझीं वंदिता मिश्रा जी😊 #nirajnandini
Divyanshu Pathak
Repost #पंछी सामाजिक संकल्प, शिव संकल्प। कन्या या स्त्री की महत्ता को केवल नौ दिन ही क्यों याद रखा जाए। जिस गांव से खबर आए कि वहां कन्या-भ्रूण की हत्या हुई है अथवा गैंगरेप हुआ है, उस गांव में तो हर दिन नवरात्रा मननी चाहिए। उस दौरान पूरे गांव या पूरी बस्ती को संकल्प लेना चाहिए कि वे आज के बाद फिर किसी स्त्री के मान को ठेस नही पहुंचने देंगे। अपराधियों को सजा काटने के बाद भी गांव में प्रवेश न दिया जाए। 💕🙏🙏🙏🤓🍫🙏💕🙏💕🐦💕 हर घर से युवा क्रान्ति की अलख जगनी चाहिए। उनके स्वयं के भविष्य का प्रश्न है। क्या कन्याएं घर से बाहर निकलना बंद कर दें? घर में
Divyanshu Pathak
समय के साथ आबादी के नियंत्रण का प्रभाव भी दिखाई देगा। आज प्रति परिवार संतान का औसत लगभग दो रह गया है। लोग प्रसन्न तो हैं कि संतान का पालन-पोषण अब ठीक से होने लगा है। और यह भी सच है कि लड़कियों के मां-बाप दु:खी रहने लग गए। आशा की किरण किधर? इसका एक कारण भौतिक विकास पर आधारित शिक्षा भी है। :💕🍫☕☕💕💓👴 स्त्री-पुरुष का अनुपात तेजी से बदल रहा है। शहरों में गांवों से ज्यादा संख्या घट रही है स्त्रियों की। पिछले सात-आठ सालों में अनुपात