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Dr. Asha Yashshree
परिस्थितियां जो भी हो आपके कदम रुकने नहीं चाहिए। #drashayashshree #healing #Health #Reels #विचार
read moreLove life sayari
खेल कोई भी हो जीत ने के लिए खेलना जरूरी है। ©Love life sayari खेल कोई भी हो जीत ने के लिए खेलना जरूरी है। #Shayari
खेल कोई भी हो जीत ने के लिए खेलना जरूरी है। #Shayari
read moreAkash comedy king
RAVI PRAKASH
White वक्त जैसा भी हो बीतता जरूर है आदमी अगर ठान ले तो वक्त से भी जीतता जरूर है.. ©RAVI PRAKASH #cg_forest वक्त जैसा भी हो
#cg_forest वक्त जैसा भी हो #शायरी
read moreRameshkumar Mehra Mehra
बकत चाहें कैसा भी हो..... तुम अपना ख्याल रखना...! तुमसे बढ़कर इस दुनियां में....!! कोई नही मेरे लिए...... ©Rameshkumar Mehra Mehra # बकत चाहें कैसा भी हो,तुम अपना ख्याल रखना,तुमसे बढ़कर इस दुनियां में,कोई नही है मेरे लिए....#
# बकत चाहें कैसा भी हो,तुम अपना ख्याल रखना,तुमसे बढ़कर इस दुनियां में,कोई नही है मेरे लिए....#
read moreRameshkumar Mehra Mehra
माॅडर्न भी दिखो मर्यादा भी....... बनी रहे......! श्रंगार भी हो जाए.....!! संस्कृति भी बनी रहे..... ©Rameshkumar Mehra Mehra # माॅडर्न भी दिखो मर्यादा भी,बनी रहे,श्रृंगार भी हो जाए,संस्कृति भी बनी रहे.....
# माॅडर्न भी दिखो मर्यादा भी,बनी रहे,श्रृंगार भी हो जाए,संस्कृति भी बनी रहे..... #Quotes
read moreMonika Gera jindagi. A poetess, writer, lyricist, singer,motivational speaker,Handwriting expert for three languages as to training + language teacher ( three languages).
बस ! कुछ भी हो,झगड़ा करना ही नहीं! say no to War! #Life
read moreJashvant
White फ़ासले ऐसे भी होंगे ये कभी सोचा न था सामने बैठा था मेरे और वो मेरा न था वो कि ख़ुशबू की तरह फैला था मेरे चार-सू मैं उसे महसूस कर सकता था छू सकता न था रात भर पिछली सी आहट कान में आती रही झाँक कर देखा गली में कोई भी आया न था मैं तिरी सूरत लिए सारे ज़माने में फिरा सारी दुनिया में मगर कोई तिरे जैसा न था आज मिलने की ख़ुशी में सिर्फ़ मैं जागा नहीं तेरी आँखों से भी लगता है कि तू सोया न था ये सभी वीरानियाँ उस के जुदा होने से थीं आँख धुँदलाई हुई थी शहर धुँदलाया न था सैंकड़ों तूफ़ान लफ़्ज़ों में दबे थे ज़ेर-ए-लब एक पत्थर था ख़मोशी का कि जो हटता न था याद कर के और भी तकलीफ़ होती थी 'अदीम' भूल जाने के सिवा अब कोई भी चारा न था मस्लहत ने अजनबी हम को बनाया था 'नक्श' वर्ना कब इक दूसरे को हम ने पहचाना न था ©Jashvant फासले ऐसे भी होंगे Geet Sangeet Lalit Saxena vineetapanchal PФФJД ЦDΞSHI Dr.Mahira khan
फासले ऐसे भी होंगे Geet Sangeet Lalit Saxena vineetapanchal PФФJД ЦDΞSHI Dr.Mahira khan #Life
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