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Stories related to तुकांत शब्द जीत का

Pooja Rai

शब्द

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शब्द से खुशी
शब्द से गम 
शब्द ही पीड़ा
शब्द ही मरहम।

© Pooja Rai शब्द

अनिल कसेर "उजाला"

जीत

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Bebo

अनकहे शब्द

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कौन सी नजर से अब देखू तुम्हे 
की तुम पराए लगने लगो.....

तुम्हे अपना समझ के हम रोते बहोत है,!!!

R.P,✍️*Bebo
                   21/12/2024
               1.05 pm

©Bebo  अनकहे शब्द

reena sagar

#library जीत गयी

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Unsplash मैंने जो देखा वो सच है क्या?ये वही है न ,,लगता तो वो ही है,,, एक बार मुड़ कर देखती हूं !हां! यह वही है, वही है लेकिन ये यहां कैसे?  पूछो ,,, नहीं नहीं नहीं ,सफेद शर्ट ,वही गाड़ी पर खड़े होने का अंदाज एक पैर गाड़ी पर दूसरा  पैर जमीन पर लेकिन इसने मुझे पहचान क्यों नहीं अब मैं दिखती
भी तो वैसी नहीं ,,कहता था_ जब तुम मेरे पास से होकर गुजरोगी तो मेरी मुट्ठी बंद हो जाएगी देखो  तो सही एक बार पलट कर,,, ये क्या! आज भी मुट्ठी बंद है ,,, मैं जीत गयी,,,

©reena sagar #library जीत गयी

Dinesh Sharma Jind Haryana

#जीत

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जीत तो अपने दम
पर होती है 
दूसरों के कंधे पर 
तो जनाजे होते हैं

©Dinesh Sharma Jind Haryana #जीत

neelam jatov

#sad_quotes शब्द

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White मर से गए हैं शब्द भी
हमारे जैसे

©neelam jatov #sad_quotes 
शब्द

Sumit Kumar

कैसे जीत लेते है लोग दिल किसी का..

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usFAUJI

खेल शब्दों का है #शब्द

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Baljeet Singh

होगी मेरी जीत।

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White मंजिले उन्हीं को मिलती हैं जो चट्टानों जैसा होंसला रखते हैं।

©Baljeet Singh होगी मेरी जीत।

नवनीत ठाकुर

जीत की तैयारी रखो

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महफिल में बैठो फक्त,
दोस्त के भेष में रकीब की भी जानकारी रखो।
मंजिल की तैयारी अधूरी न हो कभी,
हार को जीत में बदलने की कलाकारी रखो।
हुनर हो हाथों में न कोई,
खालिस कुछ कर गुजरने की खुमारी रखो।
बात करना किसीसे छोड़ें नहीं,
जो अल्फ़ाज़ असर छोड़ जाए, वो समझदारी रखो।
लफ्ज़ निकले तो वो शेर सा चमके,
शायरी में अपने दिल की अदाकारी रखो।
शायरी हो या हो कोई फिक्र-ओ-जुनून,
उसमें अपनी असल अदाकारी रखो।
कभी न भूलो अपनी राहों का इरादा,
मंजिल जो भी हो नज़र शिकारी रखो।
सपनों में रंग हो या हकीकत में कोई वीरानी,
अपने हौसलों में जीत की सवारी रखो।
जो भी करना है, वो पक्की उम्मीद की खुद्दारी रखो।

©नवनीत ठाकुर जीत की तैयारी रखो
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