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Vijay Singh
तेरे सिवा कोई और नहीं अपना हाथ मेरे सर पर बनायें रहना बाबा 🔱🚩 ऊं नमः शिवाय ©Vijay Singh #शिव काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी
#शिव काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी
read more- Arun Aarya
White काफ़ी दिनों से उदास रहा है , भूखा दिल इश्क़ तलाश रहा है..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya #love_shayari #तलाश रहा है
#love_shayari #तलाश रहा है
read moreF M POETRY
White ये कौन कह रहा है कि अब तक मैं घर में हूँ.. कब का निकल चुका हूँ मैं अब तो सफर में हूँ.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #ये कौन कह रहा है....
#ये कौन कह रहा है....
read moreNeha Nishad
मेरे काश का काशी में बदल जाना बेहद खूबसूरत है सब उसकी मर्जी का हो जाना। ©Neha Nishad काशी
काशी
read moreमनोज कुमार झा "मनु"
Unsplash कौन कितने पानी में है सब दिखाई दे रहा है। सबका दिखावा अच्छे से हमें दिखाई दे रहा है।। समय बदला तो जो मूक थे वो भी बोल रहे हैं, मेरी बुराई पर बहरों को भी सुनाई दे रहा है।। जो गलत है उसको भी सही कह रहे हैं लोग, लगता है कि वो उसकी चमचागिरी कर रहा है।। जो कह रहा था चार दिन से मोबाइल नहीं छुआ, वो चार दिन से ही ऑनलाइन दिखाई दे रहा है।। कितने कमाल के लोगों से रोज मिलते हो "मनु" ये बताओ तुम्हें ये सब कैसे दिखाई दे रहा है।। ©मनोज कुमार झा "मनु" #leafbook सब दिखाई दे रहा है
#leafbook सब दिखाई दे रहा है
read moreDhaneshdwivediwriter
मेरा सुख चैन खो रहा है अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है। ©Dhaneshdwivediwriter मेरा सुख चैन खो रहा है अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है
मेरा सुख चैन खो रहा है अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है
read moreF M POETRY
Unsplash लोगो को लग रहा है मैं ज्ञान पढ़ रहा हुँ.. गुज़रे हुए दिनों कि दास्तान पढ़ रहा हुँ.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #लोगों को लग रहा है....
#लोगों को लग रहा है....
read morereena sagar
White तहजीब सीखने की खातिर घर से निकले हम ,,,हिचकियों में अपनों को सवारते हम ,,, सत्तू की पोटली में मां को निहारते हम ,,, कुछ पीछे छूट जाने की कसक को दिल मैं दफन किए घर से निकले हम,,,, अच्छा लगता है हमको भी मिट्टी में मिलना अपनी नाल को खेतों में दबाना,,, पर निकल चुके हैं हम खुद से दूर बहुत दूर,,, मेडो में बहता पानी खेतों में चरती गईया,,, गेहूं के संग उगता बथुआ,,, वो चूल्हे की मिट्टी वो सिलगती आग में सिकती रोटी,, छूट रहा है सब कुछ मेरी मुट्ठी से रेत सा ©reena sagar #sad_quotes छूट रहा है सब कुछ
#sad_quotes छूट रहा है सब कुछ
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