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VED PRAKASH 73

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VED PRAKASH 73

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Mohit Bajpai

ऑथेलो नाटक लेखक-विलियम शेक्सपियर मेरा किरदार-इयागो(विलेन) #समाज

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The Kavita Hub

माँ की कविता कविता शायरी

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PRIYA SINHA

#लव यू कविता 😍"लव यू कविता"✍🏻 कविता प्रिया की जान है; कविता प्रिया का प्राण है; कविता प्रिया की हिम्मत,

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Ajamil vyas

# अजामिल की कविता

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अजामिल की कविता

©Ajamil vyas # अजामिल की कविता

writer Ravinder chakraworty

शहर की कविता

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✍️ हरीश पटेल "हर"

#हर की कविता

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शिक्षक देश का दीप है, देता ज्ञान प्रकाश
नव जीवन की प्रेरणा का उनसे रख आस 

ज्ञान  और  विज्ञान सिखा  जो  मेटें जंजाल
अन्तर्मन  के  कपट  का गुरुवर  करते  नाश

सुने शिकायत बाल की,करता सच वो न्याय
शिक्षक शरण मे जो गया,जीवन उसका खास

नादान   हूँ  अबोध   मैं , दो    विवेक  वरदान
राष्ट्र जागृत हो मेरा, तुम पर  रखूं  विश्वास

शिक्षक सम उसी भानु का  माप  न सकता ताप
"हर" की विनती जान गुरु,चुन लो हमको दास

,,,✍️हरीश पटेल "हर"
ग्राम - तोरन (थान खम्हरिया)
                 बेमेतरा #हर की कविता

विक्रम 'जमाली'

#नागार्जुन की कविता

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NARPAT SINGH

कविता..गोहिल की

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Heaven 


मेहमान बन आसमान में,
आते-जाते शाम-सवेरे।
देखों बच्चों चांँद सितारे ,
खूब लगाये भू के फेरे।।


नानी दादी बच्चों को तब ,
नेक सुनाये बाल कहानी
चांद  चांदनी राजा रानी,
भरते घर-घर में वो पानी।
साथ सदा वे दोनों रहते,
दूर  करे  सजकर  अंधेरे।
देखों बच्चों चांँद सितारे ,
खूब लगाये भू के फेरे।।

अम्बर में अपनापन दिखता,
बरसे जब नेह भरे  बदरा।
उमड़- घुमड़ कर जब ये छाते,
हलधर गोरी गाते कजरा।
पवन चले तब शीतलता ले, 
जाते   ठहर  ताप  के घेरे।
देखों बच्चों  चांँद सितारे ,
खूब  लगाये  भू  के   फेरे।।

जब चढता रजनीचर रथ में,
तम को देता जल्द भगाये।
तब माता लाल निराले को ,
लोरी  ममता  भरी  सुनाये।
छन-छन छन बजती पैजनिया ,
वारि वारि जाऊँ सुत मेरे।
देखों बच्चों चांँद सितारे ,
खूब लगाये भू के फेरे।।

✍ एन एस गोहिल कविता..गोहिल की
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