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Er.Atul Kumar Gupta
मैं जिसका दिल से जुड़ता हुँ, हमेशा उसी को खोता हुँ 😔 मेरी सजा मौत होनी चाहिए यारो, मैं एक लड़का होके रोता हुँ... अतुल कुमार गुप्ता ©Er.Atul Kumar Gupta #टूटे रिश्ते
#टूटे रिश्ते
read moreusFAUJI
🤔बदलता ज़माना🤔 ©usFAUJI बदलते रिश्ते #रिश्ते #Relationships #usfauji #Nojoto
बदलते रिश्ते #रिश्ते #Relationships #usfauji
read moreVs Nagerkoti
Unsplash किसी के साथ मन से जुड़ना और किसी मकसद से जुड़ने मैं धरती आसमान का अंतर है ।जहां आत्मा से जुड़ा हुआ व्यक्ति जीवन से निकलने पर भी यादों से नही निकलता वहां। एक मतलबी इंसान याद तो रहता तो है। लेकिन सिर्फ नफरत के तौर पर । ©Vs Nagerkoti #lovelife मतलब हर रिश्ते नाते को हमेशा के लिए नस्ट करके नफरत को जन्म देता है ।
#lovelife मतलब हर रिश्ते नाते को हमेशा के लिए नस्ट करके नफरत को जन्म देता है ।
read moreNilam Agarwalla
Unsplash रिश्तों की अनुभूति जगत में, बीज खुशी के बोती है। फसलें उगती अपनेपन की, मन की पीड़ा खोती है। मत रखना मन में बैर कभी, छोटी छोटी बातों पर तन्हाई से लीपट के फिर, आंखें अपनी रोती है।। निलम अग्रवाला ©Nilam Agarwalla #रिश्ते
- Arun Aarya
मन का नाव अगर डूब चुका है , तो हिम्मत का पतवार क्या करें ! जब ख़ुद पर से भरोशा टूट चुका हैं ,, तो भला वो परवरदिगार क्या करें..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya #Krishna परवरदिगार मतलब भगवान
#Krishna परवरदिगार मतलब भगवान
read moreShubham Bhardwaj
White मोहब्बत में दिल तोड़ना, एक रिवाज हो गया है। रोये जो तन्हाई में,वह रिश्ता ही खास हो गया है।। ©Shubham Bhardwaj #Sad_Status #मोहब्बत #रिश्ते
Sunil Kumar Maurya Bekhud
रिश्ते आजीवन हम सभी बनाते तरह तरह के रिश्ते इन रिश्तों के बीच में पड़कर हरदम रहते पिसते किसी से सुख मिलता है हमको किसी से मिलता दुःख अलग अलग रिश्तों पर अपना रोज बदलता रुख कोई रिश्ता नया बनाते मिलती हमे मिठास लेकिन जब जर्जर हो जाता नहीं फटकते पास बेखुद कोई दोस्त है बनता कोई बनता दुस्मन बिन रिश्तों के रूप कई हैं टूटें जब होता गम ©Sunil Kumar Maurya Bekhud #रिश्ते
Shashi Bhushan Mishra
मनचाहा करते करतब, मर्यादा का क्या मतलब, नये ख़यालों के आलिम, अंग प्रदर्शन करे गज़ब, नदी लांघ देती मर्यादा, त्राहिमाम करते हैं सब, अपनी-अपनी हद में रहें, संस्कार सिखलाए अदब, पहनावे से बने आधुनिक, किन्तु विचार बड़े बेढव, आजादी का करें दिखावा, डांस, ड्रिंक,पार्टी और पब, 'गुंजन' खुशगवार मौसम में, क्यों मांगूं फ़ुर्सत जब तब, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #मर्यादा का क्या मतलब#
#मर्यादा का क्या मतलब#
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