Find the Latest Status about आखिरी जंग नागिन 3 from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आखिरी जंग नागिन 3.
rajeshwari Thakur
कौन हैं वो लड़की? वो चुप चुप सी क्यूं हैं? इक राज छुपाए अपने दिल में, वो गुमसुम सी क्यूं हैं। लेगी वो बदला, बदला लेगी वो, उस हर कातिल से, जिसने उस लड्की की हंसी को, दर्द में भींगाई हैं। वही आसमां, वही जमीं होगी, रात भी वैसी,बात भी वैसी ही होगी उसी जगह, वही भंयकर शोर होगा बदले में सब कुछ खामोश होगा। धर्म होगा, मर्ज होगा, बांकि था वो फर्ज होगा। बड़े दिनो के बाद आज, उस दिल का दर्द कम होगा। दौड़ी थी वो ,चीखी थी वो, लेकिन रहम न किसी ने दिखलाई। आयी, आयी, आयी, आयी अब उस हत्यारे कि बारी आई। ©rajeshwari Thakur #andhere#आखिरी सांस#हॉरर स्टोरी
hemlata25011964gmailcom
White केसे एक इनसान की जरनी बचपन जवानी बुढापा ओर फिर एक दिन ये सुनदर काया शमशान मे धुल खाती सफर खत्म बाकी कुछ भी नही मेरा मेरा कुछ भी नही तेरा खाली हाथ आया खाली हाथ निकल गया ©hemlata25011964gmailcom #Sad_Status आखिरी मजिल # nojoto#
#Sad_Status आखिरी मजिल # nojoto#
read moreRajnish Shrivastava
उम्मीद के आसमान में हर रोज उड़ान भरता हूँ अंधेरे में दीप जलाने का यह प्रयास रोज करता हूं हवा के झोंके इस दीप को हर दिन बुझा देते हैं । हवाओ से जंग लड़ने को मै सदा तैयार रहता हूं । ©Rajnish Shrivastava #जंग
Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी जंग का मैदान जिंदगी को समझ बैठे है जोखिमो को जीवन में झोंक बैठे है सुख सुविधाओं के ईवेंट के लिये सुखद पल कुर्बान कर बैठे है धुंध में भी जिंदगी दाँव पर है खुद हादसों को निमंत्रण हम दे बैठे है कोमल मन मे पढ़ाई का जुनून भर मौसमो का कहर बच्चों पर छोड़ बैठे है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Thinking जिंदगी को जंग का मैदान समझ बैठे है
#Thinking जिंदगी को जंग का मैदान समझ बैठे है
read moreJitender Jiyhind
White प्रयाग राज मै देख मेला आया है चलकर दरषण करलो यो कुंभ बताया है साचची सरदा लेकर नै दवार पे जो जाये शिव शंकर जी उसके मंन की पुरी करने आये 2 मंन के सारे भेद उसतै खोल बताना है चलकर दरषण करलो यो कुंभ बताया है ©Jitender Jiyhind 3
3
read moreranjit Kumar rathour
अब नहीं आओगी न फिर कभी बस इतना ही बोल पाया था जाओ खुश रहना अपना ख्याल रखना अटकी सी थी आवाज मेरी इतना कह कर उसे भर लिया था अपनी बांहों मे ये सब कुछ अचानक से हुआ आवाज रुआसी थी सीने से लगकर बोली आउंगी न मानो ढाडस दे रही थी उस वक्त मै कितना छोटा हो गया था वो छोटी होकर भी बड़ी भींच लिया था इस कदर बांहों मे जैसे ये अखिरी हो पता है अब तो तमाम उम्र यादो संग गुजारनी है उसके लेकिन हा जाते जाते कहा था भूलाना मेरी गलतियों को लेकिन भूलना गलतियों को सिर्फ हमें नहीं खुश रहना अपना ख्याल रखना ©ranjit Kumar rathour आखिरी दिन
आखिरी दिन
read moreranjit Kumar rathour
और आज़ आखिरी दिन है कॉलेज का फिर शायद ही कोई मौका मिले कॉलेज आने का वैसे भी कौन आना चाहता है यहाँ सारे खड़ूस है सिवाय आपके सो आता रहा अब नहीं आना ये शब्द पता नहीं डरावने थे मगर पहली दफा एक आवाज़ निकली आना किसी बहाने बोल नहीं पाया वो समझती बहुत थी बोली आऊंगा न मन रखने के लिए बस इतने ही दिनों का साथ था शुक्रिया तुम्हारा तुमने जीवन मे एक नया पन्ना जोड़ा ©ranjit Kumar rathour आखिरी दिन
आखिरी दिन
read moreranjit Kumar rathour
साल आखिरी दिन था अपने सफर से घर कि ओर चल पड़ा था कि याकयक याद कोई आ गया सोचा उसके घर के सामने से जाना है देख लेता उसे मिल लेता उसे करीब से देख लेता साल कि आखिरी मुलाक़ात सोचता हुआ निकला मगर ये कैसे था संभव एकाएक दरवाजे से गुजरा मेरी बाइक रुक गयी वो भागी आयी बोली बोलिए!क्या कहता सो कहा आज़ आखिरी साल है कल बदल जायेगा तुम 2024 ही रहना बदलना नहीं यही कहना था हा मिलूंगा कल भी 2025मे थोड़ी निखरी निखरी बहकी बहकी मिली थी एक अभिवादन था जिसमें था हम वहीँ है और वहीँ पर ©ranjit Kumar rathour मै वहीँ और जगह वहीँ (2024 का आखिरी din)
मै वहीँ और जगह वहीँ (2024 का आखिरी din)
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी व्यवस्थाओं के झुन झुने दोहन परिवारों का कर रहे है शिक्षा स्वास्थ्य सब पर टैक्स लगे नैनो परिवार मेहनत करके भी नही पल रहे है कौमो में जंग छेड़ दी विस्तृत परिवारो की रोजगार व्यवसाय चल नही रहे है अवसरवादी सियासत हो गयी बजूद सबके खतरे में बताकर अहम मुद्दों से मुख मोड़ रहे है महँगाई के इस दौर में शादी विवाह भी युवाओं पर बोझ बन रहे है सन्तति होड़ पैदा करके बढ़ भी जाये मगर उनके भविष्य की गारंटी कौन सरकारे दे रही है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #love_shayari कौमो में जंग छेद दी विस्तृत परिवारों की
#love_shayari कौमो में जंग छेद दी विस्तृत परिवारों की
read more