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Tripurari Pandey
Unsplash किताबों के साथ - साथ आंखों को भी पढ़ने का हुनर रखिए । क्योंकि चेहरे गुमराह कर सकती है मगर आँखें नहीं । ©Tripurari Pandey सच्ची बात
सच्ची बात
read moreTripurari Pandey
Unsplash आपके जो सबसे दिल के करीब लोग होंगे वो कोई गैर होंगे वहीं आपके जो सबसे दिल के दूर के लोग होंगे वो कोई अपने होंगे । ©Tripurari Pandey सच्ची बात
सच्ची बात
read moreVk srivastav
Unsplash गर बिगड़ी बात बनाते हो बिगड़े रिश्ते भी सही करो फिर मानूंगा हो बुद्धिमान जो चाहिए जब तुम वही करो ©Vk srivastav गर बिगड़ी बात बनाते हो #Life #SAD #Shayari #Trending #viral #vksrivastav
गर बिगड़ी बात बनाते हो Life #SAD Shayari #Trending #viral #vksrivastav
read moreChreey chreey
White music 🌟🎶 song lyrics 😻💕 ©Chreey chreey #Sad_Status music 🌟🎶 song lyrics 😻💕
#Sad_Status music 🌟🎶 song lyrics 😻💕
read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
कभी मिलने आता नहीं ये और बात है वो दिल से जाता नहीं ये और बात है मर्ज-ए-इश्क़ छुपता नहीं छुपाने से तुझे नज़र आता नहीं ये और बात है है तो कुछ और ही तेरे दिल में मगर जुबाँ तक आता नहीं ये और बात है रौनक़ मकाँ की उसके होने से है वो कुछ कमाता नहीं ये और बात है पलकें बिछा रख्खी है उसकी राहों में वो आता जाता नहीं ये और बात है हाले दिल बताता है अंदाज-ए-शेर में वो पर्दा उठाता नहीं ये और बात है हमारे लिये तड़प उन आँखों में खूब है वो सच बताता नहीं ये और बात है ©अज्ञात #बात
Dharmendra Gopatwar
White 📕_गर वक्त हो ! ..✍️। ✍️_ ध। वि। ग़ोपतवार।🔖 _गर वक्त हो ..! 2x तो दो पल साथ चलकर तो देख .. मेरे दिल की गहराइयों में शतरंज का खेल तो देख | . . मेरी खामोशी के मंज़र में गुमनाम हू मैं . , तु मुझे दिल के किरदार से ढूंढ़ कर तो देख। . . गर वक्त हो . . ! २x। ज़बान ए खामोशी , पढ़ कर तो देख । . . गगन में उड़ती पंछियां वनों की हरियाली समंदर की खामोशी जरा पढ़कर तो देख । . . शहर की इस भीड़ से दूर कई किसी गांव की मिट्ठी की महक सूंघ कर तो देख । . . बहुत मिला लिए हो हाथ परायों से , . . 2x गर वक्त हो ! तुम अपनों से गले लगकर तो देख । . नफ़रत भरे इस बाज़ार में कुछ फूल प्यार के बेच कर तो देख । . . महलों की ठंडक से बाहर कही किसी ग़रीब की कुटिया में कुछ वक्त गुजारकर तो देख । . . गुमराहों की इस भीड़ में किसी का हमदर्द , तू बनकर तो देख । . . गर वक्त हो . . ! आकलन कर लेना . . 2x तुम खुद को पाओगे जंजीरों से जखड़कर उसे तोड़ चैन की सांस तू लेकर तो देख . . । पहचान अपनी हस्ती की. . , तुम खुद जान जाओगे ।. .2x तु ख़ुदको ढूंढ़ कर तो देख . . गर वक्त हो . . ! दिल के द्वार किसी अजनबी के लिए खोल कर तो देख । 2x ए दोस्त ! मुझसे गले मिल कर तो देख . . गर वक्त हो . . ! ©Dharmendra Gopatwar गर वक्त हो..!✍️ हिंदी कविता
गर वक्त हो..!✍️ हिंदी कविता
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