Nojoto: Largest Storytelling Platform

New बुढ़िया Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about बुढ़िया from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बुढ़िया.

    LatestPopularVideo

AJAY NAYAK

#पूर्णता #अपूर्णता पूर्णता अपूर्णता की उम्र एक कतार में खड़े हुए तो देखा उस कतार में एक गरीब बुढ़िया उसके आगे एक अमीर बुढ़िया मैं भी अपना #कविता

read more

Thakur Rajan Singh

देखती थी राह जो कि लौट कर घर आएंगे उसकी पूरी ज़िंदगी इंतज़ार में ही गुज़र गई एक दुनिया को बना के एक बुढ़िया खुश रही फ़िर रफ़्ता रफ़्ता सारी #2023Recap

read more

Mukesh Patel

एक गांव की बुढ़िया। #शायरी

read more

vandana,s hobby & crafts

#jai बुढ़िया शीतला माता की #nojoto #

read more
vandana sahu

©vandana,s hobby & crafts ##jai बुढ़िया शीतला माता की ##nojoto #

सुसि ग़ाफ़िल

कहीं आजादी का जश्न था और कहीं गुलामी का मातम | किसी को घर मिलने की खुशी थी और किसी को घर छिनने का गम| स्वतंत्र ही रहे #Afghanistan #Taliban

read more
कहीं    आजादी    का   जश्न   था 
और  कहीं    गुलामी  का   मातम |

किसी को घर मिलने की खुशी थी 
और किसी को घर छिनने का गम|

स्वतंत्र  ही  रहे  हमारे  विचार बस
गुलाम होते जा रहे आज भी जिस्म|

कैसा  कलयुग  आया है ये खून के 
छींटे  लगे  पड़े हैं हर  दूसरे  जिस्म|

हुकूमत की है यह बहुत पुरानी  रस्म
खून के बदले खून जिस्म के बदले जिस्म|

आंखें बंजर होगी आगे देखो क्या होगा
छोटी बच्ची से बुढ़िया का जिस्म नंगा होगा|

अब तक कोई बचाने नहीं आया होगा जब 
निकलेगी चीख़ें खुदा चीख़ों में ही दफन होगा|

"सुशील" लिख सकता है किस्से उसे क्या 
दर्द महसूस होगा, उसे क्या दर्द महसूस होगा | कहीं    आजादी    का   जश्न   था 
और  कहीं    गुलामी  का   मातम |

किसी को घर मिलने की खुशी थी 
और किसी को घर छिनने का गम|

स्वतंत्र  ही  रहे

Sarita Shreyasi

बात है एक दिन की,तब वो दो साल की भी नहीं थी, जब डरती न थी,अपितु मेरा डर भगाती थी। रात दबे पाँव बढ़ रही थी, आँखों की पुतलियाँ चढ़ रही थी, पूर #Mother #yqdidi

read more
ये ठनके की आवाज से डर कर,
मेरे सीने से चिपक जाने वाली गुड़िया,
आज मेरा ही डर भगाने वाली,
अदम्य साहस की पुड़िया हो गयी है,
मेरी ही जन्मी बिटिया,मेरी दादी-नानी
जैसी पकी बुढ़िया हो गयी है। बात है एक दिन की,तब वो दो साल की भी नहीं थी,
जब डरती न थी,अपितु मेरा डर भगाती थी।
रात दबे पाँव बढ़ रही थी,
आँखों की पुतलियाँ चढ़ रही थी,
पूर

N S Yadav GoldMine

#lonelynight {Bolo Ji Radhey Radhey} गणेश जी विघ्न विनाशक व शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता हैं। अगर कोई सच्चे मन से गणोश जी की वंदना करता है, #जानकारी

read more

Rupam Jha

मेरे सपनों के तहखाने में आती है एक बुढ़िया, झकझोरती है, जगाती है मुझे, मेरे तपते जज्बातों की भट्टी पर बनाती है खूब सारे लजीज व्यंजन, पड़ोसत #lifelessons #lifequotes #hindipoetry #yqdidi #yqhindi #अनवरत #नवरूप #navrup

read more
मेरे सपनों के तहखाने में 
आती है एक बुढ़िया,
झकझोरती है,
जगाती है मुझे,
मेरे तपते जज्बातों की भट्टी पर 
बनाती है खूब सारे लजीज व्यंजन,
पड़ोसती है थाली मेरे लिए,
और फिर सामने से खींच लेती है ! मेरे सपनों के तहखाने में
आती है एक बुढ़िया,
झकझोरती है,
जगाती है मुझे,
मेरे तपते जज्बातों की भट्टी पर 
बनाती है खूब सारे लजीज व्यंजन,
पड़ोसत

Anonymous Avery

(व्यथा हर लड़की की ) सोचा था साथ देगा वो मेरा हर फैसले में मेरे खुशियाँ में भी चाहे हो गम के घेरे पर वो तो सवाल है उठाता बदन पे मेरे ह

read more
सोचा था साथ देगा वो मेरा 
हर फैसले में मेरे 
खुशियाँ में भी 
चाहे हो गम के घेरे 
पर वो तो सवाल है उठाता 
बदन पे मेरे 
है ये गलती मेरी 
जो लोग देखते मुझे 
दिखती मैं खराब 
कहता हर वक्त मुझे 
सुन्दरता उसको मेरी नजर न आती 
बस ऐब ही उसको दिखते 
सेक्सी कहते उसको जो कोई पहने 
मैं जो पहनूँ तो बुढ़िया है कहते 
समझ गया मन ये मेरा 
कोई नही है ऐसा जो लगे अपने 
दुनिया है झूठी 
सारे वादे भी उसके झूठे 
दुखता दिल मेरा 
जैसे सीने खंजर है चुभते 
बदल दू खुद को 
सब ऐसा ही चाहे 
मन मर गया मेरा 
अब दिल जीना ना चाहे। (व्यथा हर लड़की की )
सोचा था साथ देगा वो मेरा 
हर फैसले में मेरे 
खुशियाँ में भी 
चाहे हो गम के घेरे 
पर वो तो सवाल है उठाता 
बदन पे मेरे 
ह

भाग्य श्री बैरागी

सुप्रभात,,🙏🏻🙏🏻 कहानी के बाकि भाग #मेरी_पोटली_कहानी पर पढ़ें। यह कहानी का आख़िरी अंश है, आख़िरी अंश है इसलिए थोड़ा बड़ा है कृपया समय निकालकर #yqdidi #yqhindi #bestyqhindiquotes #yqkahani #मेरी_बै_रा_गी_कलम

read more
मेरी पोटली कहानी
का आख़िरी अंश है
कृपया अनुशीर्षक में
पढ़ें। सुप्रभात,,🙏🏻🙏🏻

कहानी के बाकि भाग #मेरी_पोटली_कहानी पर पढ़ें।
यह कहानी का आख़िरी अंश है,
आख़िरी अंश है इसलिए थोड़ा बड़ा है कृपया समय निकालकर
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile