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Rakesh Sharma
हरि ओम् तत् सत् हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवा श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवा हरि बोल हरि हरि बोल 💐 🌹🚩
Radheshyam
केशव, माधव, गिरधारी आएं कृष्ण मुरारी.... मन भज ले, हरि नाम हैं मन मोह लेना काम हैं, जब-जब कृष्ण मुरारी आएं, मेरा मन, अन्तरमन मुस्काए आते हैं वो मन के भवन में, आते हैं वो प्रेम मधुबन में मुरली की धुन जब दें सुनाई, तभी समझ लो मंगल घड़ी आई आते हैं वो, जब कोई मन से बुलाएं मन कहता हैं, लीलाधारी आएं श्याम मेरे, बनवारी आएं.... अंधियारे सब बीत गए हैं, उजियाले के दिन ये नए हैं पुनः मिलन की बेला सजेगी, पुनः प्रेम के दीप जलेंगे, जब मेरे मोहन वर सजेंगे.... दीप जलाऊं, मैं अंगना में थाल सजाऊ, मैं सुंदर सा में चरणों को उनके मैं यूं पखारू, अपने आंचल से मैं सुखाऊ, खीर बनाऊ, पूरी बनाऊ उनके पसंद के भोग सजाऊ, अपने हाथों से मैं खिलाऊं, अपना जीवन धन्य बनाऊ, आएं हैं मेरे कृष्ण मुरारी, बनवारी, मेरे श्याम गिरधारी.... ©Divyanshi Triguna "Radhika" #NojotoHindi #आएं कृष्ण मुरारी
Radheshyam
मन रहते कृष्ण मुरारी, उन पर जाऊं मैं वारी, ये मन रहता उन संग हैं, उन संग ये मन मधुबन हैं, दुनिया से हारी हारी, कहां जाऊं बन बेचारी, गैरों सी इस दुनिया में, अपने हैं कृष्ण मुरारी, किसी का भरोसा नहीं हैं, मन का विश्वास कहीं हैं, सारे विश्वास कृष्ण हैं, मन का विश्वास सही हैं....... ©Radhika #NojotoHindi #हे कृष्ण मुरारी
Mamta kumari
हे कृष्ण हे मुरारी क्यों छेड़ते हो नारी वन बीच बजरिया लग जइयो नजरिया । हे कृष्ण हे मुरारी । ©Mamta kumari #हे कृष्ण हे मुरारी ***
om_shiv_gorakhnath
के र,,, जिसका हाथ उस कृष्ण मुरारी ने हो पकड़या, उनकी तो हर बिगड़ी बण जावा है बात। र,,, उस नर्शी भगत की थी लाज बचाई, भरके ने उस हरनंदी का भात। (जय श्री कृष्ण मुरारी, जय श्री श्याम 🚩) ©om_shiv_gorakhnath जय श्री कृष्ण मुरारी
दि कु पां
हरे कृष्ण गोविन्द... हरे मुरारी.. हे नाथ नारायण वासुदेवाय.. ॥ पितु मात स्वामी, सखा हमारे, हे नाथ नारायण वासुदेवाय.. ॥— % & हरे कृष्ण हरे मुरारी...
कौशिक
"जय श्री कृष्ण" मनुष्य का पुरुषार्थ कृष्ण है मन में परमार्थ का भाव कृष्ण है भवसागर के पार कृष्ण है भवसागर में व्याप्त कृष्ण है गीता का सार कृष्ण है जीत और हार कृष्ण है जीने का विधान कृष्ण है हर पीड़ा का निदान कृष्ण है सुख दुख हानि लाभ कृष्ण है कण कण में व्याप्त कृष्ण है विष्णु का अवतार कृष्ण है मीरा का संसार कृष्ण है विदुर का भाव कृष्ण है यारी का पर्याय कृष्ण है दुष्टों का संहार कृष्ण है पांचाली का विश्वास कृष्ण है अर्जुन की आस कृष्ण है गोपियों के रास कृष्ण है अभिमन्यु से वीर कृष्ण है युधिष्ठिर से धीर कृष्ण है यमुना जी का नीर कृष्ण है गोवर्धन से विशाल कृष्ण है हर जवाब हर सवाल कृष्ण है कृष्ण अजर अमर अमिट अविनाशी हैं कृष्ण मुझमें ,तुम में कण कण के वासी हैं। श्री कृष्ण हरे मुरारी