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गुरु देव[Alone Shayar]
Unsplash बरबादी में मेरी बैसे तो तुम ही सबसे ज्यादा हकदार हो.. हमने इल्जाम तुम पे ना लगाया तो हमें अंजान ना समझ लेना. ©गुरु देव[Alone Shayar] #library हिंदी शायरी शायरी संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु KK क्षत्राणी Satish vimlesh Gautamhttps://youtube.com/@jindgikafasana6684?si=q
#library हिंदी शायरी शायरी संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु KK क्षत्राणी Satish vimlesh Gautamhttps://youtube.com/@jindgikafasana6684?si=q
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
White मातामही मातामहः ग्राम: अहं तत् क्षणं बहु मधुरं मन्ये यः ग्रामे निवसति स्म पन्थाने कृषिक्षेत्राणि,कोष्ठानि च गृहीतः, मया सः क्षणः वास्तवमेव अतीव मधुरः इति ज्ञातम्। पूर्वं यदा मम मातामही मातामहः ग्रामः अहं बाल्यकाले गच्छामि स्म, हिन्दी अनुवाद नाना नानी के गांव वो क्षण ही बड़ा प्यारा लगा करता था जो गांव में बिता करता था पगडंडी पर खेत खलिहानों का जायजा लिया जाता था, सच वो क्षण बड़ा ही प्यारा लगा करता था जब नाना नानी के गांव बचपन में जाना हुआ करता था, ©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru #Po
स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru Po
read moreJitendra Giri Hindu
"1. **यथा वा वदति सदा तद्वदन्तु तत्त्वदर्शिनः।** - "जैसा कोई कहता है, वैसा ही सदैव सच को कहो।" 2. **कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।** - "आपका अधिकार केवल कार्य पर है, फलों पर नहीं।" 3. **सर्वधर्मान्परतित्यज्य मामेकं शरणं व्रज।** - "सभी धर्मों का त्याग करके केवल मेरी शरण में आओ।" 4. **वक्तव्यं न हि नष्टं न चान्यस्य समृद्धि।** - "किसी के अपमान के लिए शब्दों का अनर्थ नहीं होना चाहिए।" 5. **आगमोऽपि सदा शान्ति यस्तु संकल्पयेत् सदा।** - "जो संकल्प करता है, वह सदा शांति प्राप्त करता है।" 6. **विद्या ददाति विनयं विनयाद्यति पात्रताम्।** - "ज्ञान विनय को देता है, विनय से पात्रता प्राप्त होती है।" 7. **सत्यं वद धर्मं चर।** - "सत्य बोलो और धर्म का पालन करो।" 8. **दृष्ट्वा वा ज्ञात्वा वा परार्थं त्यजेत् स्वार्थम्।** - "दृष्टि से या ज्ञान से, स्वार्थ का त्याग कर देना चाहिए।" ©Jitendra Giri Hindu "संस्कृत उद्धरण: ज्ञान और प्रेरणा का स्रोत" संस्कृत, उद्धरण, ज्ञान, प्रेरणा, जीवन, धर्म, सत्य, विनय, कर्म, संस्कृति, शांति, राजा, उत्कर्ष, स
"संस्कृत उद्धरण: ज्ञान और प्रेरणा का स्रोत" संस्कृत, उद्धरण, ज्ञान, प्रेरणा, जीवन, धर्म, सत्य, विनय, कर्म, संस्कृति, शांति, राजा, उत्कर्ष, स
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
आज हिन्दी अनुवाद का उच्चारण करना भूल गई😔 रचना अपलोड होने के बाद याद आया पता नहीं सब उल्टा पुल्टा हो रहा है,😔 हमारी वास्तविक आवाज भाषा शैली
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
निरुत्साही =उदास,अभिसारी=प्रेमी या प्रेमिका अनुगामी= वफादारी, स्वप्न =सपने भाषा शैली स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक अप
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
हमारी स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक मन बाॅंवरा विधा मन के विचार भाव वास्तविक अस्तु नभो यत्र तरुस्य हृदयपक्षिणः निवसन्
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
स्वलिखित हिन्दी रचना संस्कृत अनुवाद सहित अनुवाद सहित शीर्षक विचित्रः प्रतिद्वन्द्वी . . विधा गहन विचार भाव वास्तविक
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Wishing you all happy winter's day Take care your self in coldy days,☺️ भाषा शैली स्वलिखित हिन्दी रचना संस्कृत अनुवाद सहित शीर्षक शीतः शि
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
भवद्भ्यः सर्वेभ्यः आदरणीयपुरुषेभ्यः पुरुषदिवसस्य शुभकामना, भवन्तः सर्वे जीवने सुप्रगतिं कुर्वन्तु। ईश्वरस्य आशीर्वादः भवतां सर्वेषां उपरि
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
भाषा शैली स्वलिखित हिन्दी रचना संस्कृत अनुवाद सहित शीर्षक निष्ठुरता . . विधा रुपकअलंकार विचार .
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