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Brandavan Bairagi "krishna"
मै रहूं या ना मेरे अल्फाज कायनात में हमेशा रहेंगे।मैंने सीखों को समेटा है शब्दोै में मेरी हर सीख़ को तुमसे कहेगें। बृन्दावन बैरागी"कृष्णा" मै रहूं या ना रहूं।
sejal
( मौत मेरी खास रहेगी ) पार्ट -1 खुद टूट कर हौसला दिया... मै चीखी भी नहीं और सबने सुन लिया... मेरी कहानी में कहीं तुम्हारी कहानी छुपी थी मै समझ ना पाई पर तुमने समझ लिया,, मै चली भी जाऊं कहीं , तो गुजरने मत देना, मेरे काम को ज़िंदा रखना कहीं, बिखरने मत देना मुझे, मुझे सुनकर जब मुस्कुराओगे तुम कभी, तो कहीं ना कहीं मै भी मुस्कुराऊंगी। मेरी कहानियां सुनना सबको, नये दिलों को भी जितना चाहूंगी। जब मै ना रहूं, मेरी आवाज़ रहेगी, जीतेजी बेमतलब रही , पर मौत मेरी ख़ास रहेगी।। Sejal Verma. मै रहूं या ना रहूं....
Swati Jain
वीर जवान अमर रहे🙏 #NojotoQuote मैं रहूं या ना रहूं,, भारत ये रहना चाहिए🙏 #ayushmannk
Ak
तेरे इश्क का सफर अब भी जारी है... फर्क बस इतना है.. कभी तुम हमसफर थे अौर अब तनहाई हमराही है... कभी तू उदास ना होना.. मैं रहूं या ना रहूं.. #love#life
Consciously Unconscious
रहेगी जिंदगी मेरी, मैं रहूं ना रहूं। चलेंगी सांसें हर पल ही, मैं चलूं ना चलूं। उठ खड़ी होंगी एक दिन मेरे नाम की बुलंदियां, बात बस इतनी है मैं उठूं ना उठूं। करेंगी बातें कई सारी तुमसे खामोशियां मेरी, शोर हो ही जायेगा मैं करूं ना करूं। मिटा दूंगा सच कहता हूं लकीरें सभी अधियारों की, वादा निभा ही जाऊंगा मैं मिटूं ना मिटूं। आ मिलेंगी कभी न कभी मेरे ख्यालों की हवाएं यहां, मेरा पता मशहूर होगा मैं, मिलूं ना मिलूं। सुनो रोके भी अब न रुक सकेगी दास्तां मेरी, फर्क है अब क्या ही पड़ता मैं रुकूं ना रुकूं। दिख जायेगा एक दिन तुम्हें मेरा ये आशियां, वक्त पर निर्भर है करता मैं दिखूं ना दिखूं। जीवित रहेगी रूह मेरी युग युगांतर तक, क्या है इसमें बात तब मैं जिंदा रहूं ना रहूं। ©Consciously Unconscious #Light मैं रहूं या ना रहूं। siya pandey Saurav life Shahab shudhanshu sharma mysterious boy
Jaldheer Verma
LOL
हमें भी हुई थी कभी मोहब्बत किसी चाँद के चकोर थे हम भी जो कट कर संग हवा के बह चली उसी पतंग की डोर थे हम भी सब्ज़-रुत उल्फ़त की हमसे भी थी गुज़री मद-मस्त नाचते इक मोर थे हम भी उनकी निग़ाहों के नेज़े से हुए छलनी जज्बातों के कुछ कमज़ोर थे हम भी रंगीन अदाएं बेपनाह बरसती थी हम पर क़ुर्बतों से बेहद सराबोर थे हम भी गाते फिरते थे उनके नाम की रुबाइयाँ आशिक़ बड़े पुरजोर थे हम भी बहा किए इश्क़ में किसी सैलाब के मानिंद इक बेताब जुनूनी शोर थे हम भी.. ©KaushalAlmora SOD : मैं रहूं या ना रहूं (अरमान मलिक) #हमभी #मोहब्बत #रोजकाडोजwithkaushalalmora #love #चकोर #मोर #365days365quotes