Find the Latest Status about घोड्याला चाल शिकवणारे मनुष्य from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, घोड्याला चाल शिकवणारे मनुष्य.
єηмσηтισηѕ
गजब की अदागर है वो नफरत के लहजे पढ़ के दिलासे बटोर लेती है ©єηмσηтισηѕ हुस्न ए चाल #love #Relationship
Praveen Jain "पल्लव"
Men walking on dark street पल्लव की डायरी धुंधले धुंधले सपने है कभी दिल खिल ही नही पाये रोटी दाल इतनी बड़ी और महंगी थी उसको पाने के लिये,कभी उभर ही नही पाये विश्वास खुद में ही टूट गया जब चाल चलन दुनिया का देखा मेहनत कश लोगो की कीमत घटाकर औद्योगिक घराने पनपे है सत्ता के सारे प्रवाह सुविधा और संरक्षण बनकर कृपया उन पर बरसते है हमे बारह घण्टे काम के करके हर सुविधाओं का हनन करते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Emotional जब चाल चलन दुनियाँ का देखा #nojotohindi
koko_ki_shayri
ख्वाईश बढ़ती जा रहीं हैं उम्मीदों की छाँव में ढूढ़ रहे है हम भी किनारा इसी चाल में.. ✍️✍️✨️✨️ ©koko_ki_shayri #dhudh रहे hAi इसी चाल में...😍
Satish Gambhir
तुम आत्मा हो शरीर नहीं हो यह बात मान जाओ और इस आत्मज्ञान आधारित जीवन जियो तो भी कल्याण हो जाएगा स्वामी रामसुखदास जी तथा कृपालु जी महाराज ने कहा ©Satish Gambhir #boatclub #जागो मनुष्य जागो आंदोलन
Altaf Raza
Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. मनुष्य कर्म से महान होता है, जन्म से नहीं। ©Altaf Raza #quaotes मनुष्य कर्म से महान होता है,
Bulbul varshney
कल किसने देखा है जो है आज है कल किसी के नसीब में है या नहीं ये हमें भी पता नहीं क्योंकि कल हम रहे या ना रहे इससे हम भी अनजान हैं क्योंकि कल किसने देखा है। ©Bulbul varshney #samay वक्त भी अपनी चाल चलता है।
N S Yadav GoldMine
Meri Mati Mera Desh {Bolo Ji Radhey Radhey} मनुष्य को अनुकूल - प्रतिकूल परिस्थितियों के आने पर सुखी - दु:खी नहीं होना चाहिये; क्योंकि इनसे सुखी - दु:खी होने वाला मनुष्य संसार से ऊँचा उठ कर परम आनन्द का अनुभव नहीं कर सकता। ©N S Yadav GoldMine #MeriMatiMeraDesh {Bolo Ji Radhey Radhey} मनुष्य को अनुकूल - प्रतिकूल परिस्थितियों के आने पर सुखी - दु:खी नहीं होना चाहिये; क्योंकि इनसे
N S Yadav GoldMine
BeHappy {Bolo Ji Radhey Radhey} हर मनुष्य के किसी भी साधन से अन्त:करण में समता आनी चाहिये, समता आये बिना कोई भी मनुष्य सर्वथा निर्विकार नहीं हो सकता। ©N S Yadav GoldMine #beHappy {Bolo Ji Radhey Radhey} हर मनुष्य के किसी भी साधन से अन्त:करण में समता आनी चाहिये, समता आये बिना कोई भी मनुष्य सर्वथा निर्विकार