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PRIYANKA GUPTA(gudiya)
अपने ही घर मे कई बातों के लिए , ठुकराई जाती है.. सहज भाव मन दयालु रखने के लिए, उपहास उड़ाई जाती है.. ये दोहराव देख रहे हो समाज की मेरे दोस्त.. आते ही नवरात्रि का पर्व पुरे देश मे ,, कन्या पुजाइ जाती है.., ©प्रियंका गुप्ता (गुड़िया) #कन्यापूजन #समाज #द्विपक्षीय Kanak Tiwari pramodini mohapatra Anshu writer Ankita Tripathi Aaru Bishnoi
~anshul
नियंत्रण रेखा पार कर गया है तेरा रूठना, . . दिल अब द्विपक्षीय वार्ता करना चाहता है! @nshul #Loneliness नियंत्रण रेखा पार कर गया है तेरा रूठना . . दिल अब द्विपक्षीय वार्ता करना चाहता है Ishita Singh....... Shipra Verma 🌹Adhoori Khw
विचित्र शायर
प्रत्येकजण हसणारा चेहरा पाहायला उत्सुक असतात, परंतु तुटलेले हृदय कोणी ही पाहत नाही. ©Vichitra Shayar प्रत्येकजण हसणारा #चेहरा पाहायला उत्सुक असतात, परंतु #तुटलेले #हृदय कोणी ही पाहत नाही. #akela #Nojoto #nojotomarathi #Love #alone #lonel
Abdul Rehman
Do he baa zoq aadmi hen adam.... Me hua ya mera raqeeb hua... A.H.ADAM दो आदमी उत्सुक हैं। एक में और दूसरा… मेरा प्रतिद्वंद्वी دو آدمی با ذوق ہیں۔ ایک میں۔۔ اور دوسرا۔۔ میرا رقیب
Author Munesh sharma 'Nirjhara'
जो ज्ञात हो अज्ञात रहे मन में कहीं सुप्त चुप रहे सहमा-सा दुबका रहे कुलबुलाए कुछ फिर ठिठका रहे अधीर, व्यग्र वाचालता को उत्सुक रहे स्वयं ही डरा धमका-सा बेजान बैठा रहे सच में प्रेम किसी नादान बालक-सा उत्सुक,चंचल क्षण में शांत रहे! 🌹 जो ज्ञात हो अज्ञात रहे मन में कहीं सुप्त चुप रहे सहमा-सा दुबका रहे कुलबुलाये कुछ
Jaimeen Dhamecha
ધૂળ જામી છે સમયની લાગણીઓના દરવાજાઓ પર, તારી યાદોનો એક ટકોરો આવીને જરા મારી દે ને ! उत्सुक है मेरी शायरी के शब्द तुम जरा पढ़ के आत्मस्पर्श कर लो #ઉત્સુક #શાયરી #આત્મસ્પર્શ #પ્રેમાકૃતિ #yqmotabhai #ગુજરાતી #yqdidi #YourQuo
अल्पेश सोलकर
मी ऐकवताना .. तिने ऐकताना.. विषय तोच... कोड्यात मांडताना... किती उत्सुक.. स्वतःवरच ऐकायला.. तरीही उल्लेख मी ' ती ' चा करताना.. मी ऐकवताना .. तिने ऐकताना.. विषय तोच... कोड्यात मांडताना... किती उत्सुक.. स्वतःवरच ऐकायला.. तरीही उल्लेख मी ' ती ' चा करताना.. © अल्पेश सोलक
Akash Shrivastava
#OpenPoetry अरावनी है क्यों इतना भेद भाव, क्यों हैं इतनी घृणा, इतनी सी ही तो बात थी, क्या मेरा हक़ नही था जीना..?? लिंग भेद की मारी थी, समाज ने . क्यों तिरस्कार किया, ना नर थी, ना थी मैं नारी, क्यों मैंने ये भाग्य स्वीकार किया..?? ना जीने का हक़ दिया, ना फ़क्र का रुतबा, घुटन भरी हयात दे, छीन ली मनमर्ज़ीयाँ | घर अगर आई खुशियां, तो न्योता दे बुलाते हो, गर कभी मिल गए राह में, तो नज़र हम ही से चुराते हो, यही विडंबना हमारे समाज की, काम से पुचकारते हो, हो गया काम जो बुरी तरह दुत्कारते हो| अधिक की चाह नही, तनिक की अभिलाषा है, बस बनानी अपनी एक नई परिभाषा है| मान चाहती हूँ, सम्मान चाहती हूं, जीने का वरदान चाहती हूं, ना नर हूँ, ना नारी हूँ, अरावन की पुजारी हूँ, मैं कोई दानव नहीं, ना ही कोई चुड़ैल हूँ, तुम जैसे ही इंसान, है थोड़ी अलग हूँ, किन्नर हूँ, लेकिन मैं भी तो एक जान हूँ| #OpenPoetry अरावनी यानि किन्नर जो आज भी इस चकाचौन्ध भरी दुनिया मे अछूती है| समाज मे अपनी पहचान बनाने को उत्सुक ये सही राह और सम्मान चाहती
Atul Sharma
मैं हाथ में फाइलें पकड़ें एकटक उस दरवाज़े की ओर देख रहा था, मानो कि मैं वहां नौकरी के लिए नहीं बल्कि उस ऊपर वाले से अपने लिए नई जिंदगी मांगने और घर की जिम्मेदारियों पूरा करने के लिए उस दरवाजे की ओर इसी उम्मीद से देख रहा था। मेरी तरह और भी लोग इंटरव्यू के लिए बैठे थे, सभी की अपनी अपनी जरूरतें थी क्योंकि नौकरी सभी को चाहिए कुछ अपने सपनों के लिए नौकरी करना चाहते हैं तो कुछ अपनों के लिए। मैं तो वहां इन दोनों के लिए ही नौकरी की उम्मीद लगाए वहां बैठा था। एक-एक करके सभी लोग अंदर जा रहे थे मैं भी अपनी बारी का इंतजार कर रहा था और यही सोच रहा था की यह नौकरी हममें से ज्यादा ज़रूरी किसके लिए है, यहां पर बैठा कोई शख्स मुझसे भी ज्यादा जरूरत मंद तो नहीं है। बस यही सोचता हुआ मैं टकटकी लगाए उस दरवाजे की ओर देख रहा था। अचानक से दरवाजा खुला और चपरासी ने मेरा नाम लिया, नाम सुनते ही मेरे हाथ से मेरी फाइल हड़बड़ा कर गिर गई। मैंने अपने हाथ से अपनी गले की टाई ठीक करें और अंदर चला गया। अंदर जो हुआ अगले भाग में बताता हूं। VO DARWAJA PART 1 आगे की कहानी जानने के लिए उत्सुक हो तो कमेंट में लिख कर बताएं जरूर बताएं। #Vo_Darwaza #story #life #philosophy #struggl
Motivational indar jeet group
जीवन दर्शन 🌹 यदि हम अपने व्यक्तित्व को श्रेष्ठता के ढ़ाँचे में ढ़ालने के लिए उत्सुक एवं उद्धत हों तो अपने दैनिक कार्यक्रम में उत्कृष्ट विचारधाराओं को अपनाना शुरू कर दें !.i. j, ©Motivational indar jeet guru #जीवन दर्शन 🌹 यदि हम अपने व्यक्तित्व को श्रेष्ठता के ढ़ाँचे में ढ़ालने के लिए उत्सुक एवं उद्धत हों तो अपने दैनिक कार्यक्रम में उत्कृष्ट विचा