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Stories related to मुन्ने अब सो जा

F M POETRY

#अब उदास फिरते हो....

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Unsplash अब उदास फिरते हो सर्दियों क़ी शामों में..

इस तरह तो होता है इस तरह के कामों में..

©F M POETRY #अब उदास फिरते हो....

F M POETRY

#अब न ख्वाहिश न आरज़ू...

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Unsplash अब न ख्वाहिश न आरज़ू न ज़ुस्तज़ू है तेरी..

इत्तीफाक़न भी न तुझसे मिलूं दुआ है मेरी..


यूसुफ़ आर खान

©F M POETRY #अब न ख्वाहिश न आरज़ू...

s गोल्डी

अब कॉल नहीं करते वो अब कान सुरीले नहीं होते मेरे मैसेज के निशान भी अब नीले नहीं होते...!!😔 @topfans

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अब कॉल नहीं करते वो अब कान सुरीले नहीं होते
मेरे मैसेज के निशान भी अब नीले नहीं होते...!!😔

©s गोल्डी अब कॉल नहीं करते वो अब कान सुरीले नहीं होते
मेरे मैसेज के निशान भी अब नीले नहीं होते...!!😔

@topfans

F M POETRY

#अब भी ताज़ा है ये ग़म....

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Unsplash ये ग़म-ए-हिज़्र है तोहफा दिया हुआ तेरा..

अब भी ताज़ा है ये ग़म मैंने संभाला यूँ है..


यूसुफ़ आर खान...

©F M POETRY #अब भी ताज़ा है ये ग़म....

Praveen Jain "पल्लव"

#sad_quotes धुर्ता पाखण्ड मिलाकर की जा रही है

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White पल्लव की डायरी
सर फिर से उठा चुके अधर्मी
मर्यादा तब तार तार है
होती तपस्या भंग सच्चाई की
राक्षसों की प्रव्रत्ति सर उठा रही है
माँस और सुरा सुंदरी का बढ़ा प्रचलन
साधु भेष में हठधर्मिता पनपायी जा रही है
असत्यता का कद बढ़ा कर
त्यागी तपस्वी को मिटाने की 
धुर्ता पाखण्ड मिलाकर की जा रही है
चीटी भी ना मारी हो जिसने
उसे विधर्मी बताकर
नींव धर्म की हिलायी जा रही है
                                          प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #sad_quotes धुर्ता पाखण्ड मिलाकर की जा रही है

Shashi Bhushan Mishra

#दिन निकलता जा रहा#

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आज, कल, परसों पे  टलता जा रहा,
साईं पल-पल दिन निकलता जा रहा,

तैरने   वाले   गये   उस  पार   कबके,
कुछ  किनारे   हाथ  मलता   जा रहा,

भूलने   वाले   भुला    बैठे   अदावत,
टीसने   वाले   को   खलता   जा रहा,

जम   गई   है    बर्फ़   सी   संवेदनाएं,
वेदना   से    ग़म   पिघलता   जा रहा,

कोई   बच  पाया  नहीं  इस  काल से,
समय  की  चक्की में  दलता  जा रहा,

संभलकर  ही   कर्म  करना  जगत में,
भाग्य  बनकर  बीज  फलता  जा रहा,

ज्ञान दीपक  से मिटे  अंधियार 'गुंजन',
हृदय  में  सुख-शांति  पलता  जा रहा,
  ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
           प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra #दिन निकलता जा रहा#

F M POETRY

#तुम्हारी याद आये जा रही है......

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White मुझे अंदर से खाये जा रही है...

तुम्हारी याद आये जा रही है...



यूसुफ़ आर खान...

©F M POETRY #तुम्हारी याद आये जा रही है......

Madhur Kumar

सो

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Eshamahi

#सो cute #

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sc_ki_sines

#WoRaat अकेला हु तनहा हु खुद से हारा हु ऐं मेरे दिल अब तू भी मुझे अकेला छोड़ जा Sethi Ji बाबा ब्राऊनबियर्ड Krisswrites Srk writes Dr.J

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