Find the Latest Status about कम है यह तो जमाना from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कम है यह तो जमाना.
Anamika Raj
White न जाने यह कोनसा जमाना आ गया जहा पर तोह अपने भी बेगाने से लगते है। ©Anamika Raj न जाने यह कोनसा जमाना आ गया..
न जाने यह कोनसा जमाना आ गया..
read moreRAMLALIT NIRALA
Unsplash R. K. G प्यार और चींता दोनो जानलेवा है एक समय कि बात है एक लडका और एक लडकी दोनो एक दुसरे से प्यार करते थे एक साथ मिलकर रहते थे दोनो में प्यार खुब था कुछ दिन के लिए लडका कही चला गया काफी समय के बाद लडका आया तो देखा लडकी उसे भुल गई थी उस लडकी के सारे बाते उस लडके को काट कि तरह उसके दिल में चुभने लगीं कभी रोता तो कभी हस्तां पागल सा हो गया था किस्मत ने उसके साथ कैसा खेल खेला जो हसता था कभी आज रोरो के पागल होगया प्यार सोच समझ के करना मीली तो आबाद नही मीली तो बर्बाद ©RAMLALIT NIRALA प्यार वो समूंदर है पार बहोत कम लोग कर पाते है
प्यार वो समूंदर है पार बहोत कम लोग कर पाते है
read moreऋतुराज पपनै "क्षितिज"
White जमाने को इल्जाम न दे गाफ़िल, अपने ही अपनों को गिराते हैं। जिन हाथों में खंजर थामे, उनसे ही पीठ थपथपाते हैं। जाँच परख करें कब किसकी? दाग भी ये बेदाग है। अपनों ही में फन फैलाए, आस्तीन के साँप हैं। ©ऋतुराज पपनै "क्षितिज" #sad_quotes #जमाना
neelu
White आप कौन हो आप शतरंज के मोहरे हैं क्या.. और यह सिर्फ और सिर्फ समझदार लोगों के लिए है जैसे की आप और... ©neelu #love_shayari यह #बिल्कुल #मजाक_मस्ती #नहीं है
#love_shayari यह #बिल्कुल #मजाक_मस्ती #नहीं है
read moreneelu
White अगर यह सितारे हैं तो सूरज का हाल पूछना पड़ेगा.. अगर यह उजाला है तो अंधेरा कायम रहे कहां पड़ेगा ©neelu #sad_quotes अगर यह #सितारे हैं तो #सूरज का #हाल #पूछना #पड़ेगा.. अगर यह #उजाला है तो #अंधेरा #कायम रहे कहां #पड़ेगा
KUMARI USHA AMBEDKAR
White जलना है तो दीपक की तरह जलो जो स्वयं जलकर दूसरों को रोशनी दे ©KUMARI USHA AMBEDKAR जलना है तो
जलना है तो
read moreनवनीत ठाकुर
White मेरा ग़म अब मुझे महसूस कम होता है, जैसे मछली को न हो ख़बर कि समंदर क्या होता है। वो गहराइयाँ अब मेरे हिस्से में यूँ समा गई हैं, जिनमें दर्द का दरिया है, पर कोई असर नहीं होता है। हर मौज का थपेड़ा अब आहिस्ता सा लगता है, दर्द का भी अपना अलग ही सफर होता है। जिसमें डूब कर कभी साँस थम जाने का ख़ौफ था, अब वही ग़म मेरा साथी, मेरा हमसफ़र होता है। अब तो अश्क भी आँखों में ठहरे रहते हैं, दिल के हर ज़ख्म पर जैसे बेअसर होता है। दर्द का दरिया बहता है, पर कोई तासीर नहीं, इस दिल की वीरानी में अब कोई असर नहीं होता है। मेरा ग़म अब मुझे महसूस कम होता है, जैसे मछली को न हो ख़बर कि समंदर क्या होता है। ©नवनीत ठाकुर #मेरा दर्द अब मुझे कम महसूस होता है
#मेरा दर्द अब मुझे कम महसूस होता है
read more