Find the Latest Status about खौफ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, खौफ.
Arvind The Funkaar
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
White ऊब गए हो अपनों से हसद बुगज साजिश रंजिश किना परवरी के इंतकाम से...... तो खौफे खुदा से डर जाना,के अपनों के दरमियान इनका वजूद फिजूल है..... ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #short_shyari ऊब गए हो अपनों से हसद बुगज साजिश रंजिश किना परवरी के इंतकाम से तो खौफे खुदा से डर जाना,के अपनों के दरमियान इनका वजूद फिजूल है.
#short_shyari ऊब गए हो अपनों से हसद बुगज साजिश रंजिश किना परवरी के इंतकाम से तो खौफे खुदा से डर जाना,के अपनों के दरमियान इनका वजूद फिजूल है. #Like #लाइफ #shamawritesBebaak
read moreprabhunath maurya
मुहब्बत में यही खौफ क्यों हरदम रहता है कही मेरे सिवा किसी और से तो मुहब्बत नहीं उसे ©prabhunath maurya #boatclub #SAD #मुहब्बत में यही #खौफ क्यों #हरदम
Devesh Dixit
क्रूर (दोहे) किसी बात का हल नहीं, हो स्वभाव ये क्रूर। अपने ही सब हों खफा, बाकी भी सब दूर।। देख क्रूर को मन बड़ा, होता है बैचेन। हर क्षण उसका खौफ हो, हो चाहे दिन-रैन।। कहते हैं सज्जन सभी, दुख भोगे है क्रूर। कुछ पल का आनंद है, मिटता वही जरूर।। बने क्रूर वो ही सुनो, जिसको है अभिमान। अन्धकार में है वही, जिसे नहीं है ज्ञान।। मत पालो ये क्रूरता, होते सब हैरान। जीवन को ही कोसते, कहते सभी सुजान।। जो बनते हैं क्रूर वो, उन्हें कहाँ सम्मान। हर क्षण ही सब कोसते, पाता वह अपमान। ............................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #क्रूर #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry क्रूर (दोहे) किसी बात का हल नहीं, हो स्वभाव ये क्रूर। अपने ही सब हों खफा, बाकी भी सब दूर।।
#क्रूर #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry क्रूर (दोहे) किसी बात का हल नहीं, हो स्वभाव ये क्रूर। अपने ही सब हों खफा, बाकी भी सब दूर।। #Poetry #sandiprohila
read moreDevesh Dixit
क्रूर (दोहे) किसी बात का हल नहीं, हो स्वभाव ये क्रूर। अपने ही सब हों खफा, बाकी भी सब दूर।। देख क्रूर को मन बड़ा, होता है बैचेन। हर क्षण उसका खौफ हो, हो चाहे दिन-रैन।। कहते हैं सज्जन सभी, दुख भोगे है क्रूर। कुछ पल का आनंद है, मिटता वही जरूर।। बने क्रूर वो ही सुनो, जिसको है अभिमान। अन्धकार में है वही, जिसे नहीं है ज्ञान।। मत पालो ये क्रूरता, होते सब हैरान। जीवन को ही कोसते, कहते सभी सुजान।। जो बनते हैं क्रूर वो, उन्हें कहाँ सम्मान। हर क्षण ही सब कोसते, पाता वह अपमान। ............................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #क्रूर #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry क्रूर (दोहे) किसी बात का हल नहीं, हो स्वभाव ये क्रूर। अपने ही सब हों खफा, बाकी भी सब दूर।।
#क्रूर #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry क्रूर (दोहे) किसी बात का हल नहीं, हो स्वभाव ये क्रूर। अपने ही सब हों खफा, बाकी भी सब दूर।। #Poetry #sandiprohila
read moreDevesh Dixit
मौत हूँ मैं ................का शेष भाग.......... क्योंकि देख मौत हूँ मैं, अधर्मी के लिए खौफ हूँ मैं। बेगुनाह भी चपेट में आते, पर क्या करूँ मौत हूँ मैं। मुझे खुद का धर्म निभाना है, यमराज तक तो ले जाना है। तत्पश्चात न्याय वो ही करेंगे, जो किये तूने तेरे कर्म कहेंगे। जो की अटल सत्य है, यही तो उचित कथ्य है। मुझसे न पीछा छूटेगा, आखिर तू भी टूटेगा। जीवन सरल यदि जिओगे, मुझसे भी बेखौफ़ रहोगे। जीवन भी यह सुखद रहेगा, धारा प्रवाह ही यह बहेगा। मैं तो मौत हूँ मेरा काम है आना, पर अकाल मृत्यु से तुम बचोगे। ईश्वर की बात को अगर है माना, फिर क्यों तुम अब मुझसे डरोगे। .......................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #मौत_हूँ_मैं #nojotohindi #nojotohindipoetry ............का शेष भाग प्रस्तुत है........... क्योंकि देख मौत हूँ मैं, अधर्मी के लिए खौफ हूँ
#मौत_हूँ_मैं #nojotohindi #nojotohindipoetry ............का शेष भाग प्रस्तुत है........... क्योंकि देख मौत हूँ मैं, अधर्मी के लिए खौफ हूँ #Poetry #sandiprohila
read morewriter....Nishu...
White मौत से क्या खौफ करूँ मौत से बत्तर मंजर देखा हैं कहते हैं अक्सर खुदा होता हैं मोहब्बत की इबादतों में मगर मैंने इसमें धोखा देखा हैं खुद रोता है खुद को चुप करा लेता हैं दिल मेरा मगर कहूँ क्या मैंने पल पल इसे मरते देखा हैं नहीं आ रहा सवाल जवाब करना खुद से मैंने खुद इतना किसी में खोकर देखा हैं यूँ तो जीना पड़ रहा हैं किसी की कसम से मगर हर लम्हें को अब मैंने मौत से देखा हैं ©writer....Nishu... #मौत से क्या खौफ करूँ
#मौत से क्या खौफ करूँ
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
*ग़ज़ल :- कलयुग में मोदी युग* सो रहा था जो सनातन वो जगाये मोदी जी । एकता में बल प्रबल है वो दिखाये मोदी जी ।। बैर मत करना कभी भी आप इनसे अब यहाँ । देख सबके भाग्य का सूरज उगाये मोदी जी ।। खौफ खाते आज दुश्मन हैं यहां जिस नाम से । एक ही वो नाम है तुमको बताये मोदी जी ।। जो न कोई कर सका वो कर दिखाया है यहां । इसलिए तो विश्व सारा गुनगुनाये मोदी जी ।। उनकी जय जयकार करता आज यह संसार है कि इस तरह दिल को सभी के आज भाये मोदी जी ।। एक संयासी के जैसी ज़िन्दगी जीते हैं वो राम को तब ही सुनो तो धाम लाये मोदी जी ।। कुछ नहीं ज्यादा प्रखर अब कह रहा है बात को । जो किया है काम को वो अब जताये मोदी जी ।। - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR *ग़ज़ल :- कलयुग में मोदी युग* सो रहा था जो सनातन वो जगाये मोदी जी । एकता में बल प्रबल है वो दिखाये मोदी जी ।।
*ग़ज़ल :- कलयुग में मोदी युग* सो रहा था जो सनातन वो जगाये मोदी जी । एकता में बल प्रबल है वो दिखाये मोदी जी ।। #शायरी
read moreMar gaya
अजीब खौफ़ सा रहता है ज़िन्दगी तुझसे , उलझ न जाये कहीं तू भी गेसुओं की तरह... ©꧁ARSHU꧂ارشد अजीब खौफ़ सा रहता है ज़िन्दगी तुझसे , उलझ न जाये कहीं तू भी गेसुओं की तरह... NIKHAT (दर्द मेरे अपने है ) jhanvi Singh MमtA Maया sana naaz
अजीब खौफ़ सा रहता है ज़िन्दगी तुझसे , उलझ न जाये कहीं तू भी गेसुओं की तरह... NIKHAT (दर्द मेरे अपने है ) jhanvi Singh MमtA Maया sana naaz #Shayari
read more