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VEER NIRVEL
सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता... #Veer_Ki_Shayari ©VEER NIRVEL सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता... #Veer_Ki_Shayari
सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता... #Veer_ki_Shayari
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सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता... #Veer_Ki_Shayari ©VEER NIRVEL सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता...!! 🥀
सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता...!! 🥀
read moreSunil Kumar Maurya Bekhud
हृदय हर प्राणी को प्यारा है यह पशु पक्षी इंसान ज्ञानी पुरुष इसे कहतें हैं ईश्वर का वरदान जब तक काम करे यह सबकी चलती रहती सांसें इसपर यदि ख़तरा मंडराए संकट में हैं प्रान रहता सदा समेटे अंदर खट्टी मीठी यादें इसको घायल कर देतें हैं कटु बचनों के बान प्रेम से खुश होता है बेखुद नफ़रत से दुःख पाता जीवन का आधार धरा पर हृदय है इसका नाम ©Sunil Kumar Maurya Bekhud #हृदय
Adv AK Valmiki
नाग अर्चना संस्कृति हमार। मैं हृदय से शीश नवाऊं।। दो मुंहा से दूरी भली। जाने कौन मुंह दंश मिले।।
read moreJitendra Giri Hindu
शिवस्य हृदयं विष्णुः, विष्णोश्च हृदयं शिवः। यथा शिवमयो विष्णुः, एवम् विष्णुमयः शिवः॥ अर्थ: भगवान शिव के हृदय में भगवान विष्णु विराजमान हैं
read moreचाँदनी
White जाने कौन सा रोग मेरे कविताओं को लगा है शब्दों का एक कतरा जिस्म पर गिरते ही कविताएँ अपने एक अंग को खा जाती है मै एक कोने मे बैठ कर खूब रोती हूँ और मेरे कविता के बहते नासूर से फिर एक जिस्म तैयार होता है हर बार हृदय काग़ज के आर पार बैठा राहगीरो से दूर अपने जख्म की तूरपाई मे कागज के सिलवटों को नोच देता है दर्द नासूर का नही, जिस्म का नही काग़ज का होता मौत तीनों को कैद करता है रूह अकेला चित्कारता है कविताएँ जहर या औषधि ही नही बनती बाकी तीन खण्डों का मूलभूत अधिकार जीवन - मरण तक स्थापित कर चुकी होती है ©चाँदनी #रोग
ARBAJ Khan
White शैतान की दासतान वे कहते है। जब आप आश की एक छोटी - सी उमीद निराशा में बदल जाती है। तब काली दुनिया से कोई हमारे लिए आएसान करने के लिए तैयार रहता है। फिर वों कहते है। ना हर आएसान की कोई न कोई कीमीत होती है। ©ARBAJ Khan काली दुनिया के शैतान के खोफ
काली दुनिया के शैतान के खोफ
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