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Dev Rishi
उन्माद में जन्मी उपज एहसास है ख़त में जो लिखे शब्द एहसान है फूलों के कांटे से संबंध क्यों न रखें अब तो,फूलों की सुगंध भी बेजान है.......! ©Dev Rishi पंक्ति...बेजान है
पंक्ति...बेजान है #Poetry
read moreDev Rishi
बड़ी टुकर टुकड़ों में बांट दी हूं एक दिन ये न हो कि उसी हिस्से में दफ़ना जाऊं ©Dev Rishi पंक्ति.....💯💔
पंक्ति.....💯💔 #Poetry
read moreगौरव झा नितिन
White बहुत तकलीफ़ होती है.. जब कहने को बहुत कुछ हो, लेकिन सुनने वाला कोई ना हो। और थोड़ी-सी तकलीफ़ तब भी होती है जब सुनने वाले बहुत हो लेकिन किसी से कुछ कहना ही ना हो। 🖋️गौरव झा 'नितिन' । ©गौरव झा नितिन जिनगी में खाली तकलीफे है बाबू.😃 *श्रीमान् पंकज त्रिपाठी जी के साक्षात्कार में कही गई बात से प्रेरित पंक्ति..🤗
जिनगी में खाली तकलीफे है बाबू.😃 *श्रीमान् पंकज त्रिपाठी जी के साक्षात्कार में कही गई बात से प्रेरित पंक्ति..🤗 #विचार
read moreगुस्ताख़शब्द
साक्ष्य चाहिए तुम्हें कैसा, प्रेम नहीं हैं धर्म जैसा। न धागा न ताबीज़... रंग सूफ़ी ये कोरा ऐसा।। तुम कागजी चाल चाहते हो, ज़माने से मिसाल चाहते हो। मेरी तिश्नगी मेरी प्रेरणा... तुम जां 'गुस्ताख़' चाहते हो।। ©गुस्ताख़शब्द “Kise chahiye mann ka sona, aankh ke moti? Kise padi hai andar kya hai?” तारा- “Ye tum nahi ho Ved. ye sab nakli hai.” वेद- “Wo toh acting
“Kise chahiye mann ka sona, aankh ke moti? Kise padi hai andar kya hai?” तारा- “Ye tum nahi ho Ved. ye sab nakli hai.” वेद- “Wo toh acting #Question #Deep #प्रेम #Inspiration #lovequotes #हिंदी #individuality #पंक्ति #स्नेह #फ़िल्म #Life_experience
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
ग़ज़ल :- तू जिसे है देखता वो तो पराई नार है । सीरियल से मिल रहे जो अब यहाँ संस्कार है ।। जीव हत्या कर रहा है नाम पशुपालन दिया । ये बताता युग हमारा धर्म शिष्टाचार है ।। दूर दुनिया देख लो यह आज इतनी हो गई । मान भी लो आज पीछे चलना भी बेकार है ।। गर्व था मुझको कभी ये यह हमारा धर्म था । पर पतन की राह जाते देखूँ मैं धिक्कार है ।। खो गई मेरी जवानी सबको समझाते हुए । मैं यहीं थककर रुका तो ये हमारी हार है ।। कर रहीं सरकार हैं अब आज ऐसे फैसले । निर्बलों की आज गर्दन पे धरी तलवार है ।। हाय मत लेना किसी की ज्ञानियों के बोल थे । देखता हूँ थाल उनकी नित्य वो आहार है ।। कुछ बिगड़ बच्चे गये तो कुछ बिलखकर सो गये । आज दोनों के पिता ही देख लो लाचार है ।। जो कभी सोये नही उनको जगाता क्यों प्रखर । जानतें है सब यहाँ पे जान का व्यापार है ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- तू जिसे है देखता वो तो पराई नार है । सीरियल से मिल रहे जो अब यहाँ संस्कार है ।। जीव हत्या कर रहा है नाम पशुपालन दिया । ये बताता युग
ग़ज़ल :- तू जिसे है देखता वो तो पराई नार है । सीरियल से मिल रहे जो अब यहाँ संस्कार है ।। जीव हत्या कर रहा है नाम पशुपालन दिया । ये बताता युग #शायरी
read moreबेजुबान शायर shivkumar
White 🥀 मै किसी अजनबी के उस सफर का राही तो बन सकता हुँ पर किसी मुसाफिर की मंजिल नही मै किसी शायर की वो आखिरी पंक्ति सा हुँ जिसे समझ पाना हर किसी के बस में नही मै किसी का लिखा गया प्रेम पत्र सा हुँ शायद, जिसे पढ़ने वाले के उनके आंखो में कभी आशु नही मै उस चांद सा हुँ बिल्कुल जिसे मोहब्बत है उस रात से , उजाले से मेरी कभी भी बनी नही मै कोई ख्वाब हुँ जिसे देखने वाले ने मुझे अधूरा सा छोड़ दिया क्योकि मै कोई ख्वाब सा लगा नही 🥀 🥀 S.K 🥀 ©Shivkumar #Moon 🥀 मै किसी #अजनबी के उस #सफर का राही तो बन सकता हुँ पर किसी #मुसाफिर की #मंजिल नही
Sangeeta Kalbhor
White नही चाहता.. सुनते क्यूँ नही अब तुम पुकार कब से लगा रहा हूँ थककर बैठा हूँ देखो मैं कब से खुदको जगा रहा हूँ हारुँगा नही मैं कभी उलझन में मगर पड़ गया हूँ कहाँ जाऊँ कैसे जाऊँ सोचविचारों में अड़ गया हूँ आओ , आओ मुझे बताने और आओ मुझे समझाने नही नही मैं नही चाहता टूटकर यूं बिखर जाने..... मी माझी..... ©Sangeeta Kalbhor #Night नही चाहता.. सुनते क्यूँ नही अब तुम पुकार कब से लगा रहा हूँ थककर बैठा हूँ देखो मैं कब से खुदको जगा रहा हूँ हारुँगा नही मैं कभी उलझन
AJAY NAYAK
इक तेरा प्यार ना गाड़ी चाहिए, ना बंगला चाहिए मुझे मुझे बस तुझसे, इक तेरा प्यार चाहिए मेरी जिंदगी बड़ी मुफलिसी में बीत रही है बस मुझे इक तेरा जीवन भर वाला साथ चाहिए अनजान से रास्तों पर अकेला ही चल रहा हूं मुझे बस पीछे से आवाज़ लगाने वाला चाहिए शहर से दूर सूना पड़ा है इक मकान मेरा उस मकान में संध्या दीपक जलाने वाला चाहिए थककर चूर होकर वापस लौटा हूं मैं पानी का गिलास देकर हालचाल पूछने वाला चाहिए ना ज्यादा ख्वाहिशें है मेरी, न ज्यादा इच्छाएं बस थोड़ा थोड़ा मिलता रहे तेरा इक वही भरोसा चाहिए –अjay नायक ‘वशिष्ठ’ ©AJAY NAYAK #loversday इक तेरा प्यार ना गाड़ी चाहिए, ना बंगला चाहिए मुझे मुझे बस तुझसे, इक तेरा प्यार चाहिए मेरी जिंदगी बड़ी मुफलिसी में बीत रही है
#loversday इक तेरा प्यार ना गाड़ी चाहिए, ना बंगला चाहिए मुझे मुझे बस तुझसे, इक तेरा प्यार चाहिए मेरी जिंदगी बड़ी मुफलिसी में बीत रही है #कविता
read moreबेजुबान शायर shivkumar
White दोस्ती का प्यारा रंग छाया, दिल के रिश्ते को सजाया। जीवन के हर मोड़ पर, साथ देने वाला कोई यार। मुसीबतों में सहारा है वो, खुशियों के अंगारा है वो। हंसी-मजाक से भरी जिंदगी, मेहनत की सफलता का रास्ता है वो। जिसे देखो दिल बहक जाए, उन पलों को याद करके मुस्कराए। दोस्ती की अमरीत रूह से, हंसता हर लम्हा निकल आए। जैसे रंगीन बादलों की गति, दुनिया को आँचल से छू लेती है। यारों के हाथों में बंध जाती है, हर गम की बंधन खो लेती है। चाहे जहां भी सफर करो, दोस्ती की हो जबरदस्त नजर। उस्तादों की तरह बनकर लापरवाह, हर मुकाम पे शानदार हो जाए। चोकर जो मिले खुद को अपनाए, मुसीबतों को झेलते रहें ये दिल्लगी से। यारों की यारी, अमर राशि है, जीवन का सहारी, नहीं गुँजारी है। आज इस पंक्ति को बनाने के लिए, हम दोस्ती की बांहें फेला रहें हैं। यारों के दिल की धड़कन, ये कविता में झलक रही है। तारे हमसे नाते बनाए हैं, हर पल बदलते जैसे मौसम। दोस्ती की राहों में चलना, हर कदम जैसे ख्वाब पूरे। यारों को नहीं मिलता हमें पढ़ंध, इस काव्य की विरासत मिल जाए। यह दोस्ती का रंगीन काव्य, बनाएगा आपके दिल को रंगीन। हमारे दिल की गहराई को छूने, सूरज की किरणें यहाँ ढली हैं। नयी उम्र में जीने का हाथ पकड़ें, दोस्ती की रौशनी को फैलाएं। ये काव्य सिर्फ आपकी मेहनत से, हो जाएगा खुद ब खुद सुंदर। हम यहाँ क़लौंजी से परख कर, आपके दिल को छू लेंगे सुंदरता। सामान्य शब्दों की सजा में, इन्हीं शब्दों का जूनून, यह दोस्ती की मिठास और प्यार का गुंजारा है हमारा। ©Shivkumar #Friendship #दोस्ती #दोस्त #Nojoto #nojotohindi #दिलकीबातशायरी143 दोस्ती का प्यारा रंग छाया, दिल के #रिश्ते को सजाया। #जीवन के हर मोड़
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