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Ghanshyam Ratre
आप सभी को मकरसंक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं! छत्तीसगढ़ की गंगा कावेरी गोदावरी महानदी के निर्मल घाट। जहां श्रद्धालु मकरसंक्रांति पर स्नान ध्यान करके करते हैं पुजा पाठ।। ©Ghanshyam Ratre मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं
read moreKamal Kumar
लोहड़ी की हार्दिक शुभकामनाएं ©Kamal Kumar लोहड़ी की हार्दिक-हार्दिक शुभकामनाएं
लोहड़ी की हार्दिक-हार्दिक शुभकामनाएं
read moreAnuj Ray
New Year 2025 नरूटो परिवार के सभी मित्रों को इंग्लिश नव वर्ष की बहुत-बहुत बधाई शुभकामनाएं अभिनंदन ©Anuj Ray #Newyear2025 इंग्लिश नव वर्ष की बधाई अभिनंदन
#Newyear2025 इंग्लिश नव वर्ष की बधाई अभिनंदन
read moreNeema Pawal
New Year 2025 फिर वक्त में करवट ली , और नए साल का, हुआ शुभ आगमन, देते आपको, ढेरों शुभकामनाएं, खुशियों से भरा, हो आपका जीवन। ©Neema Pawal #Newyear2025 नव वर्ष की शुभकामनाएं।
#Newyear2025 नव वर्ष की शुभकामनाएं।
read moreSarvesh kumar kashyap
🤷 सभी साथियों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं..💕💗 #HappyNewYear #Trending #viral #Sarveshkashyap #Newyear2025 #subhprabhat #newyearspecial
read moreDr. Bhagwan Sahay Meena
New Year 2025 दोहे :-- नव वर्ष केसर रोली अक्षत से, सजा लिया है थाल। तिलक करूं में हर्ष से, नये साल के भाल। ©Dr. Bhagwan Sahay Meena नव वर्ष
नव वर्ष
read moreभारती वर्मा
White आशाओं की किरणों को एक बार फिर से संजों कर, चलो करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का| तिमिरमयी इस जीवन में, हो आगमन प्रकाश का, चलो इस अभिलाषा के ही साथ करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का| दुःख और दरिद्रता का हो अंत जहाँ, सभी के स्वपन हो साकार जहाँ, एक ऐसे संसार की कल्पना के साथ, चलो करते हैं अभिनंदन नववर्ष का| ©भारती वर्मा # नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
# नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
read moreArvind Rao
White आखिर, ये कैसा नव वर्ष है ना बदली, दिशाएँ हवा की, ना बदली, रंगत फिज़ा की नए गुल भी तो, खिले नहीं, नक्षत्र जगह से, हिले नहीं ना धरा को ही, हुआ हर्ष है, आखिर, ये कैसा नव वर्ष है छोड़ कर, दिनकर का साथ, तिथी बदल ली, आधी रात ना दिखे, प्रकृति में बदलाव, ना ही बदले, मौसम के भाव जारी धरा का, सूर्य से कर्ष है, आखिर ये, कैसा नव वर्ष है देखो कभी नववर्ष, सनातनी, खिल जाती है, जब अवनी जब महक, चहुँओर बिखरती, प्रकृती भी, फिर से सँवरती होता जब, मन का उत्कर्ष है, ऐ "अश्क" वो मेरा नव वर्ष है बस वही मेरा नव वर्ष है अरविन्द "अश्क" ©Arvind Rao #नव वर्ष
#नव वर्ष
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