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Anuj Ray
मिलना और बिछड़ना" कभी कुछ पुण्य किए होंगे उसका फल, और कभी कुछ पाप किए होंगे उसकी सज़ा। ©Anuj Ray # मिलना और बिछड़ना"
Anuj Ray
ख़्वाब और ख्याल" जब भी किसी के ख़्वाब दिल में आते हैं तो ,खुशियों के चार चांद लग जाते हैं। कभी धुंधली, कभी उजली सी,दिल में नसीब ए यार की ,तस्वीर बन जाते हैं। करके बेचैन निगाहों को उसी दिन से, मंज़िल ए यार का ,रस्ता भी बता जाते हैं। फिर वही तस्वीर निकाल के ख्वाबों से, आहिस्ता आहिस्ता ख्यालों में समा जाते हैं। ©Anuj Ray #ख़्वाब और ख्याल"
Usha Dravid Bhatt
White आसमान का चांद आसमान पर चांद खिला है, साथ लिए लाखों तारे, तेरे दीदार को तरस रहा चकोर,धरती पर बैठ तुझे नहारे। दिन बीत रहा कड़क तपन संग , तरु छाया कहीं दिखे नहीं , हों हाड़ कांपती ठंडी रातें , टेर एक घड़ी को हटे नहीं । सदियों की लंबी दास्तां, किस्मत का खेल इसे कहते , कर्मों के फल से भाग्य मिला , अब क्यों तेरे आंसू बहते । तीव्र रोशनी तेरे अरमानों की , नित्य जलाती है होली , अंधियारे की शीतलता में , भ्रम से भरती सपनों की झोली । सौरभ आशाओं का दीप जलाकर, उम्मीद मत हारो समझाता, कुवास है अभिशाप सृष्टि में, जीवन में निर्जन वन सा गहराता । है एक बगीचा एक ही माली, रंग बिरंगे फूलों से महके फुलवारी , कांटो ने भी संग में डेरा डाला , आंसुओं से भर गई मधु प्याली । प्रातः की बहकी बेला में, जैसे स्वप्न दूर खड़े हर्षाते हैं , किससे पूछूं कि भोर होते ही , नक्षत्रमणी कहां छुप जाते हैं । बढ़ चला मुसाफिर यही सोचते, मधुर वचन बड़ा छलावा है , सत्य हमेशा कड़वा होता , उसे हर कोई मुखौटा पहन छुपाता है । ©Usha Dravid Bhatt आसमान का चांद एक सच्ची और निस्वार्थ लगन , जो बिना लाभ हानि के निरन्तर बनी रहती है।
gaTTubaba
Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. रंग कोई और बदलता हैं और बेरंग कोई और हो जाता हैं कर्म किसी और के और सजा कोई और भुगतता जाता हैं ©gaTTubaba #Holi रंग कोई और बदलता हैं और बेरंग कोई और हो जाता हैं कर्म किसी और के और सजा कोई और भुगतता जाता हैं
Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma
हम ना तो कोई रूल तोड़ते हैं और हमारा ख़ुद का क़िरदार ऐसा हैं जो सदा नियम से रहना और उनका पालन करना है। यहीं हमारा बचपना है। बचपन की दी गई ईमानदारी, और दुसरो की भलाई करना लोगों को रास नही आती है। जब जब की हैं तब तब धोका खाया है। अब लगता है कि शायद हममें भीं कुछ मिलावट होती तो शायद दुनियां में फिट हों जाते। हम अब न अकेले रहे और ना दुनियां के साथ ✍️ ©Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma जो सीखा बचपन में वो सीखा काम न आया। हम भला करते रहें लोगों ने अपना लाभ उठाया। #bachpan
Mintu Ali
ग़म मिट गये, खुशी मिल गयी, फिर से जीने की एक उम्मीद मिल गयी। कुछ नया करने की चाह मिल गयी, हर पल मुस्कुराने की वजह मिल गयी। सपने सजाने की ख्वाहिश मिल गयी, तुम मिल गये, हर चीज़ मिल गयी ।...और पढ़ें ©Mintu Ali .और पढ़ें
Mddilkhus
होली में भाई के माल पर रंग लगाइए अच्छा ना कईलू तू अच्छा ना कईलू तू ©Mddilkhus शायरी और गजल शायरी और
Ramji Mishra
प्रतिपालक सेवक सकल, खलनि दलमलत डाँटि। शंकर तुम सम साँकरैं, सबल साँकरैं काटि॥ सब सेवकों का पालन करने वाले और दुष्टों का दमन कrने वाले—नष्ट-भ्रष्ट कर देने वाले—हे भगवान् शंकर! आपके समान दु:खों या कष्टों की मज़बूत शृंखलाओं—ज़ंजीरों को काटने वाला भला मेरे लिए और दूसरा कौन है! ©Ramji Mishra आज सोमवार है शंकर जी बहुत लाभ मिलेगा स्तुति कीजिए... #kitaab