Find the Latest Status about बकरी का पुल from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बकरी का पुल.
Mamta kumari
#OpenPoetryसावन में बकरी बच्चे को प्यार करती है और कहती है हे प्रभु यह महीन 6 महीने का बना देते तो कितना अच्छा होता कम से कम 6 महीने तो अपने बच्चे के साथ रह पाती ,सावन खत्म होते ही सारे मंसाहारी प्राणी मेरे बच्चे और मेरे पर टूट पड़ेगे ।आपने ऐसा इंसान क्यों बनाये जो एक जीवात्मा हो कर दूसरे जीव की खाता है । बकरी का बोल ।
Balveer Jakhar
बेहद कमखोर लेकिन बेहद दुधार। एक वक्त में दो-ढाई सेर दूध ले लीजिए। अभी पहली बार ही बियाई है। पच्चीस रुपये में आ जायगी। मुझे दाम कुछ ज्यादा मालूम हुए लेकिन पंडितजी पर मुझे एतबार था। फरमाइश ©Balveer Jakhar बकरी की का
Sunil Maheshwari
जिदंगी भी सड़क की तरह होती है, सड़क कभी सीधी नहीं होती, कुछ दूर चलने के बाद मोड़ अवश्य आता है, इसलिये धैर्य और साहस के साथ चलते रहिए, कुछ दूर तलक एक सुख़द मोड़ आपका इंतजार कर रहा है। यारो,लोग तो तुम्हारी राह में हमेशा पत्थर ही फेंकेगें, अब ये तुम्हारे ऊपर निर्भर करता है, कि तुम उन पत्थरों से क्या बनाते हो, मुश्किलों की दीवार...? या कामयाबी का पुल..? दीवार बनाओगे तो रास्ता दुश्वार होगा, पुल बनाओगे तो रास्ता आसान बनेगा। किसी को बहस से जीतने के बजाय, अपने मौन से पराजित करो, क्योंकि, जो आपके साथ सदा बहस करने के लिए, हमेशा तत्पर रहता है, वो आपके मौन को कभी भी सहन नही कर सकेगा। दोस्तों लाइफ एक स्टोरी है, अब ये आपके ऊपर है कि, किसी और की पढ़नी है या खुद की लिखनी है। ©Sunil Maheshwari कामयाबी का पुल #creativeminds
Ajay Bishwas
गर दुनिया गुलशन है तो माँ सबसे खूबसूरत गुल है माँ तो रिश्ते का सबसे मज़बूत पुल है # माँ~~~~~रिश्ते का पुल
कुन्दन सिंह चौहान
इस पार जिन्दगी, और उस पार नसीब.. मध्यस्ता करती बीच में, वक्त नाम की एक नदी। जिसका प्रवाह इतना तीव्र, कि बहा ले जाता है, हर पल अपने साथ। कभी ताकती है जिन्दगी, उस पार नसीब को, कभी तरस खाती है नसीब, जिंदगी की नाकाम कोशिशों पर। फिर असफलताओं , अनुभवों, सब्र और कोशिशों की नीव पर, बनता है उम्मीदों का ऐसा पुल, जो वक्त के उफान को शांत कर, पाटने की कोशिश करता है, जिंदगी और नसीब की, गहरी खाई को। #kc उम्मीदों का पुल... #kc
Aditya Fogat
आज का दिन बड़ा विचित्र है । एक तरफ दूध बहेगा ओर एक तरफ खून । सावन का सोमवार ओर बकरी ईद
Pappu Bedardi Official
एक बार की बात है, एक बकरी थी। वो बहुत खुशी-खुशी अपने गांव में रहती थी। वो बहुत मिलनसार थी। बहुत सारी बकरियां उसकी सहेलियां थीं। उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। वो सभी से बात कर लेती थी और सभी को अपना दोस्त मान लेती थी। ©Pappu Bedardi Official दोस्ती कहानि बकरी का उदाहरण #brothersday